Russia-US Meeting 2.0: 10 अप्रैल को इस्तांबुल में होगी आगामी वार्ता, क्रेमलिन ने दी जानकारी
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग को शुरू हुए 3 साल से भी ज्यादा का वक्त गुजर चुका है। अमेरिका इन 3 सालों में यूक्रेन का सबसे बड़ा सैन्य मददगार रहा है, लेकिन अब बहुत कुछ बदल चुका है। सऊदी अरब के जेद्दा में 11 मार्च को तीन साल से जारी रूस और यूक्रेन की जंग रोकने को बातचीत हुई है। बैठक यूक्रेन और अमेरिका के टॉप अधिकारी मौजूद रहे। अब रूस-यूएस वार्ता पार्ट टू की नई तारीख भी आ गई है। 10 अप्रैल को इस्तांबुल में रूस और अमेरिका के बीच अगली वार्ता होगी। क्रेमलिन की तरफ से खुद इस बात की जानकारी दी गई है। इसे भी पढ़ें: Ukraine में रूसी हमलों में 16 लोगों की मौत, जेलेंस्की ने सीजफायर उल्लंघन के लिए पुतिन को ठहराया दोषीरूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि इस्तांबुल में रूस और अमेरिका के बीच होने वाली बैठक दोनों देशों के विदेश मंत्रालयों के माध्यम से आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारी तरफ से यह विदेश मंत्रालय के माध्यम से होगा। इसलिए विदेश मंत्रालय के हमारे सहयोगियों से जानकारी मिलने का इंतजार करें। इससे पहले पेस्कोव ने कहा था कि रूस और अमेरिका के बीच नए संपर्कों की तारीख के बारे में कोई विशेष जानकारी नहीं है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने रूस और अमेरिका के प्रतिनिधियों के बीच दूसरी बैठक की तैयारियों की घोषणा की।इसे भी पढ़ें: भारत पर ट्रंप का टैरिफ देख पुतिन का तगड़ा ऐलान जानिए, अमेरिका को दे दिया तगड़ा जवाबक्रेमलिन के वरिष्ठ अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका के साथ जल्द ही एक नई परमाणु हथियार कटौती संधि होने की संभावना बहुत कम है। दोनों देशों के बीच पर्याप्त विश्वास नहीं है और उन्होंने चेतावनी दी कि कई अन्य देश परमाणु हथियार हासिल कर लेंगे। मॉस्को की ओर से यह निराशाजनक आकलन हथियार नियंत्रण संधियों के उलझाव के विघटन के बीच आया है, जिसका उद्देश्य हथियारों की दौड़ को धीमा करना और परमाणु युद्ध के जोखिम को कम करना था, और चीन के परमाणु शस्त्रागार का तेजी से विस्तार हो रहा है।

Russia-US Meeting 2.0: 10 अप्रैल को इस्तांबुल में होगी आगामी वार्ता, क्रेमलिन ने दी जानकारी
The Odd Naari द्वारा रिपोर्ट की गई, क्रेमलिन ने हाल ही में जानकारी दी है कि रूस और अमेरिका के बीच वार्ता का एक नया दौर 10 अप्रैल को इस्तांबुल, तुर्की में निर्धारित किया गया है। यह बैठक दोनों देशों के बीच चल रही जटिलताओं और तनावों को हल करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।
बैठक का महत्व
इस बैठक का उद्देश्य रूस-अमेरिका संबंधों में सुधार करना और आपसी संवाद को बढ़ावा देना है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि यह वार्ता वैश्विक राजनीति पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। हाल के महीनों में दोनों देशों के संबंधों में गिरावट आई है, और यह वार्ता इस दिशा में एक पहल हो सकती है।
क्रेमलिन की आधिकारिक घोषणा
क्रेमलिन के प्रवक्ता ने बताया कि दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों के बीच विस्तृत चर्चा की जाएगी, जिसमें सुरक्षा, ऊर्जा सहयोग, और अंतरराष्ट्रीय विवादों का समाधान शामिल होगा। ऐसा माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच बातचीत से क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर समाधान खोजने में मदद मिलेगी।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस वार्ता की घोषणा के बाद, विभिन्न देशों की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। कई विशेषज्ञों ने इसे सकारात्मक कदम बताया है। तुर्की, जो वार्ता का आयोजन कर रहा है, ने भी इसे एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में माना है, जिससे क्षेत्र में स्थिरता आएगी।
भविष्य की संभावनाएँ
इस बैठक के काऱण, रूस और अमेरिका के बीच संवाद की संभावनाएँ बढ़ रही हैं। भविष्य में होने वाली संभावित चर्चाएँ और वार्ताएं वैश्विक राजनीति को एक नई दिशा दे सकती हैं। हालांकि, दो शक्तिशाली देशों के बीच संवाद का कोई स्थायी समाधान निकालना एक चुनौती बना हुआ है।
निष्कर्ष
10 अप्रैल को होने वाली इस वार्ता की सभी निगाहें होंगी। क्या यह वार्ता रूस और अमेरिका के बीच तनाव को कम करने में सफल होगी? यह केवल समय ही बताएगा। लेकिन इस बैठक को लेकर उम्मीदें जगी हैं, जो कि दोनों देशों के लिए एक नई शुरुआत हो सकती है।