Health Tips: पीसीओएस की है समस्या तो इंटरमिटेंट फास्टिंग फॉलो करते हुए इन टिप्स का रखें ख्याल
आज के समय में लोग तरह-तरह की डाइट को फॉलो करने लगे हैं। ऐसी कई डाइट हैं, जो पूरी दुनिया में काफी ट्रेन्ड में हैं और इसलिए लोग इन डाइट्स को फॉलो करके अपनी हेल्थ में बदलाव देखने की उम्मीद करते हैं। इन्हीं में से एक है इंटरमिटेंट फास्टिंग। यह एक ऐसी डाइट है, जिसमें आपके खाने की टाइमिंग पर ज्यादा फोकस किया जाता है। इंटरमिटेंट फास्टिंग फॉलो करने से आपको बेमिसाल फायदे मिलते हैं। लेकिन इस डाइड को फॉलो करते समय आपको अपनी हेल्थ का भी पूरा ख्याल रखने की जरूरत होती है। मसलन, अगर आपको पीसीओएस है और आप इंटरमिटेंट फास्टिंग आज़माने का सोच रही हैं, तो आपको थोड़ा अतिरिक्त ध्यान रखना होगा। इंटरमिटेंट फास्टिंग आपको बहुत अधिक फायदा पहुंचा सकता है। बस जरूरत है कि इसे सही तरह से किया जाए। ध्यान रखें कि इंटरमिटेंट फास्टिंग का मतलब खुद को भूखा रखना नहीं है या फिर बिना सोचे-समझे कड़े नियम फॉलो करना नहीं है। बस आपको अपने शरीर की सुननी चाहिए। अपने लिए सही फास्टिंग टाइम चुनें और ऐसी फूड्स खाएं, जो ब्लड शुगर को स्टेबल रखें। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि पीसीओएस में इंटरमिटेंट फास्टिंग फॉलो करते समय आपको किन बातों का ख्याल रखना चाहिए-इसे भी पढ़ें: Harms of Tobacco: शरीर के अंगों को खराब कर देती है तंबाकू की लत, महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए खतरनाकसही फास्टिंग टाइम को चुनो पीसीओएस होने पर आपके हॉर्मोन्स गड़बड़ा सकते हैं, इसलिए आपको बिना सोचे-समझे बहुत लंबे समय तक भूखा नहीं रखना चाहिए। कोशिश करे कि आप शुरुआत 12:12 या फिर 14:10 से शुरू करो। कुछ वक्त आप इसे धीरे-धीरे 16:8 कर सकते हो। इसलिए, पहले अपनी बॉडी की सुनो, दूसरों को कॉपी करने की ज़रूरत नहीं।खाने पर दें ध्यान भले ही आप इंटरमिटेंट फास्टिंग कर रही हैं तो आपको सिर्फ टाइमिंग पर ही ध्यान नहीं देना चाहिए, बल्कि खाने में भी हेल्दी चीज़ें रखो। इसमें आप गुड प्रोटीन जैसे अंडा, पनीर, दाल, चिकन, मछली, और मेवे को शामिल करें। साथ ही, हेल्दी फैट्स जैसे एवोकाडो, मेवे, बीज, ऑलिव ऑयल व फाइबर वाले सब्ज़ियां और होल ग्रेन्स जैसे ब्राउन राइस, जई, क्विनोआ का सेवन करें। साथ ही, मीठा और मैदा का सेवन कम से कम करने की कोशिश करें। दिनभर खूब पानी पीते रहोइंटरमिटेंट फास्टिंग करते हुए भी आपको भरपूर मात्रा में पानी पीते रहना चाहिए। भले ही आप फास्टिंग पीरियड में हैं तो ऐसे में आप पानी को अवॉयड ना करें। इसके अलावा, आप पानी के साथ-साथ हर्बल चाय, नींबू पानी या बिना शक्कर वाली ब्लैक कॉफी भी फास्टिंग में पी सकते हैं। पानी से भूख भी कम लगती है और फ्रेश महसूस होता है।- मिताली जैन

Health Tips: पीसीओएस की है समस्या तो इंटरमिटेंट फास्टिंग फॉलो करते हुए इन टिप्स का रखें ख्याल
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आज के समय में लोग तरह-तरह की डाइट को फॉलो करने लगे हैं। ऐसी कई डाइट हैं, जो पूरी दुनिया में काफी ट्रेन्ड में हैं और इसलिए लोग इन डाइट्स को फॉलो करके अपनी हेल्थ में बदलाव देखने की उम्मीद करते हैं। इन्हीं में से एक है इंटरमिटेंट फास्टिंग। यह एक ऐसी डाइट है, जिसमें आपके खाने की टाइमिंग पर ज्यादा फोकस किया जाता है। इसे फॉलो करने से आपको बेमिसाल फायदे मिलते हैं। लेकिन इस डाइट को फॉलो करते समय आपको अपनी हेल्थ का भी पूरा ख्याल रखने की आवश्यकता होती है।
मसलन, अगर आपको पीसीओएस (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) है और आप इंटरमिटेंट फास्टिंग आजमाने का सोच रही हैं, तो आपको थोड़ा अतिरिक्त ध्यान रखना होगा। इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि पीसीओएस में इंटरमिटेंट फास्टिंग करते समय आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
सही फास्टिंग टाइम को चुनें
पीसीओएस होने पर आपके हॉर्मोन्स गड़बड़ा सकते हैं। इसलिए आपको बिना सोचे-समझे बहुत लंबे समय तक भूखा नहीं रहना चाहिए। कोशिश करें कि आप शुरुआत 12:12 या फिर 14:10 फास्टिंग चक्र से करें। कुछ वक्त बाद आप इसे धीरे-धीरे 16:8 कर सकते हैं। पहले अपनी बॉडी की सुनें, दूसरों को कॉपी करने की ज़रूरत नहीं है।
खाने पर दें ध्यान
इंटरमिटेंट फास्टिंग करते समय आपको केवल टाइमिंग पर ही ध्यान नहीं देना चाहिए, बल्कि खाने में भी हेल्दी चीजें शामिल करनी चाहिए। इसमें गुड प्रोटीन जैसे अंडा, पनीर, दाल, चिकन, मछली, और मेवे शामिल करें। इसके अलावा, हेल्दी फैट्स जैसे एवोकाडो, बीज, ऑलिव ऑयल और फाइबर वाले सब्जियों का सेवन करें। मीठा और मैदा का सेवन कम से कम करने की कोशिश करें। सही पौष्टिक आहार से न केवल आपकी सेहत में सुधार होगा, बल्कि यह आपका वजन भी नियंत्रित रखने में मदद करेगा।
दिनभर खूब पानी पीते रहें
इंटरमिटेंट फास्टिंग करते हुए, भरपूर मात्रा में पानी पीना बहुत ज़रूरी है। फास्टिंग पीरियड में भी आप पानी को अवॉयड न करें। आप पानी के साथ-साथ हर्बल चाय, नींबू पानी या बिना शक्कर वाली ब्लैक कॉफी भी पी सकते हैं। पानी से भूख कम लगती है और आप तरोताज़ा महसूस करते हैं।
सकारात्मक मानसिकता रखें
पीसीओएस के साथ जीने का मतलब यह नहीं कि आप खुद को सीमित कर लें। सकारात्मक मानसिकता और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्राणायाम, योग, या ध्यान जैसी गतिविधियों को अपने जीवनशैली में शामिल करें। ये आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाएंगे और आपको मानसिक रूप से मजबूत रखेंगे।
इंटरमिटेंट फास्टिंग को अपनाने से पहले किसी विशेषज्ञ से सलाह लेना न भूलें, ताकि आपकी हेल्थ कंडीशन के अनुसार सही दिशा-निर्देश मिल सकें। सही तरीका अपनाएं और अपने स्वास्थ्य को दुरुस्त रखें।
- मिताली जैन