Health Tips: हीट हेडेक की समस्या होने पर इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज, इन आसान उपायों से करें बचाव
गर्मियों के मौसम में गर्म हवाएं, चिलचिलाती धूप और शरीर में पानी की कमी के कारण सिरदर्द की समस्या आम हो जाती है। मेडिकल की भाषा में इसको हीट हेडेक कहा जाता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक तेज गर्मी और कम वायुदाब से सिरदर्द का खतरा बढ़ता है, हालांकि सही जानकारी और कुछ सुरक्षा उपायों से आप सिरदर्द की समस्या से बचा जा सकता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको गर्मियों में होने वाले सिरदर्द के बारे में बताने जा रहे हैं। साथ ही यह भी जानेंगे कि गर्मी में सिरदर्द की समस्या क्यों बढ़ जाती है और इससे बचने के लिए क्या उपाय करने चाहिए।इन कारणों से होता है सिरदर्दहीट रिलेटेड डिजीजडिहाइ़ड्रेशनअपर्याप्त नींदशराब का सेवनदेर तक भूखा रहनाइसे भी पढ़ें: Health Tips: पीसीओएस की है समस्या तो इंटरमिटेंट फास्टिंग फॉलो करते हुए इन टिप्स का रखें ख्यालसिरदर्द के अलावा अन्य लक्षणहेल्थ एक्सपर्ट की मानें, तो गर्मी में सिरदर्द होने के साथ मुंह और होंठों का सूखना, कमजोरी और चक्कर आना जैसे अन्य लक्षण दिख सकते हैं। हीटस्ट्रोक के कारण सिरदर्द होना खतरनाकबता दें कि हीट स्ट्रोक एक गंभीर स्थिति होती है। इसमें बॉडी का टेंपरेचर 39.4°C से ऊपर होने के साथ तेज सिरदर्द होता है और बेहोशी आदि के लक्षण हो सकते हैं। यह एक मेडिकल इमरजेंसी है। ऐसे स्थिति में बिना देर किए डॉक्टर को दिखाना जरूरी होता है।माइग्रेन और गर्मी के कारण होने वाले सिरदर्द में अंतरआमतौप पर माइग्रेन में सिर के एक तरफ तेज दर्द होता है। साथ ही इसमें साउंड और लाइट के प्रति सेंसिटिविटी और मतली भी लग सकती है। वहीं गर्मी के कारण होने वाला सिरदर्द तेज लू, डिजाइड्रेशन या हाई टेंपरेचर के कारण होता है। इस दौरान पूरे सिर में दर्द, सिर भारी लगना या थकावट जैसी समस्या होती है। जहां माइग्रेन एक न्यूरोलॉजिकल समस्या है, तो वहीं हीट हेडेक मौसम और बाहरी परिस्थितियों के कारण होता है। इन दोनों का इलाज और बचाव के तरीके भी अलग-अलग होते हैं।बच्चों व बुजुर्गों में सिरदर्द कैसे पहचानेंबच्चे और बुजुर्गों दोनों में गर्मी और डिहाइड्रेशन को बर्दाश्त करने की क्षमता कम होती है। इसलिए उनका विशेष ख्याल रखना जरूरी होता है। बच्चों में सिरदर्द के साथ चिड़चिड़ापन, सुस्ती, रोना और भूख न लगना जैसे लक्षण दिखते हैं। वहीं बुजुर्गों में ज्यादा पसीना आना, कमजोरी और सिर भारी लगना आदि लक्षण दिखाई देते हैं। ऐसे में सिर दर्द से बचने के लिए खूब पानी पीना चाहिए। वहीं दोपहर के समय बिलकुल भी धूप में नहीं निकलना चाहिए।उपायखूब पानी पिएं।हल्के रंग के ढीले कपड़े पहनें।दिन के समय हैवी फिजिकल एक्टिविटी करने से बचना चाहिए।गर्मी से बचने के लिए एसी और कूलर आदि का इस्तेमाल करें।दोपहर के समय धूप में बाहर निकलने से बचना चाहिए।अगर बाहर का काम है, तो बीच-बीच में ब्रेक लेना चाहिए।किसी भी तरह की परेशानी होने पर डॉक्टर से फौरन संपर्क करें।सिरदर्द होने पर अपनाएं ये घरेलू नुस्खेनींबू पानी या नारियल पानी का सेवन करें। क्योंकि यह शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी को दूर करने के साथ डिहाइड्रेशन से राहत मिलती है।तेज धूप की वजह से सिरदर्द हो रहा है, तो ठंडी औऱ हवादार जगह पर जाएं।गीले तौलिए से या फिर आइस क्यूब को माथे पर रखने से सिरदर्द की समस्या से राहत मिल सकती है।सिरदर्द की समस्या होने पर किसी शांत और ठंडे कमरे में थोड़ी देर आराम करें।शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए हर घंटे पर थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहें।इसके साथ ही डाइट में खीरा, तरबूज, सलाद और मौसमी फलों व सब्जियों को शामिल करें। इससे आपका शरीर ठंडा रहता है।रोजाना अच्छी और गहरी नींद लें। क्योंकि नींद की कमी होने पर भी सिरदर्द ट्रिगर कर सकता है।सिरदर्द का कारणप्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड्स का सेवनज्यादा कैफीन युक्त ड्रिंक्स का सेवनज्यादा मसालेदार और तलाभुना भोजन करनासिगरेट और शराब का सेवनआइस्क्रीम और सॉफ्ट ड्रिंक्सतेज सिरदर्द होने पर क्या करेंतेज सिरदर्द की समस्या होने पर फौरन ठंडी जगह पर जाएं और थोड़ी देर आराम करें। वहीं थोड़ी-थोड़ी देर में धीरे-धीरे पानी पीते रहें और माथे पर ठंडे पानी की पट्टी रखें। वहीं जरूरत के हिसाब से डॉक्टर की सलाह जरूर लें।ओवर द काउंट दवाएंगर्मी के कारण होने वाले सिरदर्द में कुछ ओवर द काउंट दवाएं आपको आराम दिला सकती हैं। हालांकि इसका नियमित सेवन करने से पहले आपको हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह जरूर लेनी चाहिए।डॉक्टर की लें सलाहवैसे तो अधिकतर मामलों में यदि व्यक्ति गर्मी से दूर हो जाता है या पर्य़ाप्त मात्रा में पानी पीता है, तो समय के साथ सिरदर्द की समस्या ठीक हो जाती है। लेकिन सिरदर्द यदि बहुत तेज हो रहा है और लगातार दर्द बना हुआ है। इसके साथ ही गर्दन में अकड़न, और तेज बुखार की समस्या देखने को मिलती है, तो आपको बिना देर किए फौरन डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

Health Tips: Heat Headache Symptoms Not to Ignore and Simple Prevention Tips
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By Neha Sharma, Priya Gupta, and Kavita Singh
Team theoddnaari
गर्मियों में सिरदर्द की समस्या एक आम समस्या बन जाती है, जिसे अक्सर नजरअंदाज किया जाता है। चिलचिलाती धूप, गर्म हवाएं, और शरीर में पानी की कमी कई लोगों को हीट हेडेक का शिकार बना देती हैं। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से इस गंभीर समस्या के संकेतों और बचाव के उपायों के बारे में बताएंगे।
बातचीत में मुख्य कारण
विशेषज्ञों के अनुसार, हीट हेडेक के कई कारण होते हैं:
- हीट रिलेटेड डिजीज
- डिहाइड्रेशन
- अपर्याप्त नींद
- शराब का सेवन
- देर तक भूखा रहना
सिरदर्द के अलावा अन्य लक्षण
हीट हेडेक होने पर सिरदर्द के साथ मुंह और होंठों का सूखना, कमजोरी और चक्कर आने जैसे लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं। इसलिए जरा सी असामान्यताएँ नजरअंदाज न करें।
हीटस्ट्रोक की गंभीरता
हीट स्ट्रोक एक गंभीर स्थिति होती है, जिसमें शरीर का तापमान 39.4°C से ऊपर हो जाता है। इस स्थिति में तेज सिरदर्द के साथ बेहोशी भी हो सकती है। अगर ऐसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
माइग्रेन और हीट हेडेक में अंतर
फरक को समझना ज़रूरी है। माइग्रेन आमतौर पर सिर के एक हिस्से पर तेज दर्द लाता है, जबकि हीट हेडेक पूरे सिर में होता है और यह बाहर की गर्मी से संबंधित होता है।
बच्चों और बुजुर्गों की विशेष देखभाल
बच्चों और बुजुर्गों में डिहाइड्रेशन की क्षमता कम होती है। बच्चों में चिड़चिड़ापन और भूख न लगने जैसे लक्षण दिख सकते हैं। बुजुर्गों में पसीना ज्यादा आना और थकान देखी जा सकती है।
बचाव के उपाय
इस गर्मी में सिरदर्द से बचने के लिए इन आसान उपायों को अपनाएं:
- नियमित पानी पिएं
- हल्के रंग के ढीले कपड़े पहनें
- भारी फिजिकल एक्टिविटी से बचें
- एसी और कूलर का इस्तेमाल करें
- दोपहर के समय धूप से बचें
घरेलू उपाय
सिरदर्द होने पर निम्नलिखित घरेलू नुस्खे अपनाए जा सकते हैं:
- नींबू या नारियल पानी का सेवन करें
- ठंडी जगह पर आराम करें
- माथे पर ठंडी पट्टी रखें
- खीरा और तरबूज आदि का सेवन करें
विशेष ध्यान
यदि सिरदर्द बहुत गंभीर हो और लगातार बना रहे, तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें।
गर्मी के मौसम में यह सुनिश्चित करें कि आप शरीर को हाइड्रेटेड रखें और अपनी सेहत का खास ख्याल रखें।