भारत के बॉर्डर के पास भूलकर भी न जाएं...चीन ने अपने नागरिकों को क्यों चेताया?

नेपाल में चीनी दूतावास ने अपने नागरिकों को भारत-नेपाल सीमा के पास यात्रा करने से बचने के लिए एक नई चेतावनी जारी की है, क्योंकि भारत ने पिछले कुछ महीनों में अवैध रूप से सीमा पार करने वालों पर कार्रवाई की है। शुक्रवार को जारी एक बयान में, दूतावास ने कहा कि बार-बार चेतावनी के बावजूद, कुछ चीनी यात्री सीमा क्षेत्र में प्रवेश करना जारी रखते हैं, जिसके कारण भारतीय क्षेत्र में अवैध प्रवेश के आरोप में उन्हें हिरासत में लिया जाता है। बयान में दूतावास ने कहा कि नेपाल और भारत के नागरिक पहचान दस्तावेजों के साथ दोनों देशों के बीच सीमा पार करने में स्वतंत्र हैं, लेकिन यही नियम विदेशी नागरिकों पर लागू नहीं होता। ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, दूतावास ने जोर देकर कहा कि विदेशी लोग बिना वीजा के नेपाल के रास्ते भारत की यात्रा नहीं कर सकते।इसे भी पढ़ें: Nepal Protest Updates: नारायणहिती खाली करो, राजा आ रहे हैं...विद्रोह की आग से दहल उठा नेपालदूतावास ने भारत में अवैध प्रवेश के लिए कड़े दंड का उल्लेख किया तथा इस बात पर प्रकाश डाला कि अनजाने में भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने पर भी गिरफ्तारी या मुकदमा चलाया जा सकता है, जिसमें लोगों को दो से आठ साल की जेल या जुर्माना हो सकता है, तथा जमानत की कोई संभावना नहीं है। यह घटनाक्रम गुरुवार (29 मई) को बिहार से दो चीनी नागरिकों को भारत-नेपाल सीमा पर वीडियो बनाने और सेल्फी लेने के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के बाद सामने आया है। पुलिस ने कहा कि दोनों के पास वैध यात्रा दस्तावेज नहीं थे। इस महीने की शुरुआत में बिहार के रक्सौल से नेपाली सीमा के ज़रिए भारतीय क्षेत्र में घुसने की कोशिश करने वाले चार चीनी नागरिकों को हिरासत में लिया गया था। चारों के पास भारत में प्रवेश के लिए ज़रूरी कोई भी कानूनी दस्तावेज़ नहीं थे।इसे भी पढ़ें: भारत-नेपाल सीमा पर निर्माणाधीन पुल में काम कर रहा मजदूर लधिया नदी में बहाइस बीच, भारत और नेपाल ने पिछले हफ़्ते अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संयुक्त तलाशी अभियान और गश्त की, जब नई दिल्ली को हिमालयी राष्ट्र में पाकिस्तान से संदिग्ध आतंकवादियों के मौजूद होने की खुफिया जानकारी मिली। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत अपने सीमावर्ती क्षेत्रों में बेहद सतर्क है, जिसमें पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने 26 लोगों को गोली मार दी थी। जवाबी कार्रवाई में, भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसमें उसने पाकिस्तान और पाकिस्तान द्वारा संचालित कश्मीर में नौ आतंकी शिविरों पर हमला किया।Stay updated with Latest International News in Hindi on Prabhasakshi  

भारत के बॉर्डर के पास भूलकर भी न जाएं...चीन ने अपने नागरिकों को क्यों चेताया?
भारत के बॉर्डर के पास भूलकर भी न जाएं...चीन ने अपने नागरिकों को क्यों चेताया?

भारत के बॉर्डर के पास भूलकर भी न जाएं...चीन ने अपने नागरिकों को क्यों चेताया?

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नेपाल में चीनी दूतावास ने अपने नागरिकों को भारत-नेपाल सीमा के करीब यात्रा करने से बचने के लिए एक नई चेतावनी जारी की है। यह कदम भारत द्वारा पिछले कुछ महीनों में सीमा पार करने वाले लोगों के खिलाफ की गई कार्रवाई के संदर्भ में उठाया गया है। इस चेतावनी ने न केवल सोशियल मीडिया पर हलचल मचाई है, बल्कि दो देशों के बीच बढ़ते तनाव को भी उजागर किया है। यह स्पष्ट है कि स्थिति बहुत गंभीर है और इस पर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है।

चीनी दूतावास की चेतावनी का उद्देश्य

दूतावास द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि सीमा क्षेत्र में चीनी नागरिकों की अनियमित आवाजाही के कारण उन्हें खतरे का सामना करना पड़ सकता है। दूतावास ने बार-बार चेतावनी दी है कि कुछ चीनी यात्री अब भी सीमा क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं, जिसके चलते उन्हें भारतीय क्षेत्र में अवैध प्रवासी के आरोप में हिरासत में लिया जा सकता है।

ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक, यह स्पष्ट किया गया है कि नेकनीयती से भी भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने पर गिरफ्तार किया जा सकता है। चूँकि चीन और नेपाल के नागरिक पहचान दस्तावेजों के माध्यम से बिना किसी रोकटोक के सीमा पार कर सकते हैं, लेकिन यह नियम विदेशी नागरिकों के लिए लागू नहीं होता। चीनी नागरिकों को बिना वीजा के भारतीय क्षेत्र में यात्रा करने से बचने की सलाह दी गई है।

अवैध प्रवेश का गंभीर परिणाम

चीनी दूतावास ने अवैध प्रवेश के लिए कड़े दंड का उल्लेख किया है। यदि किसी विदेशी नागरिक को अनजाने में भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करते हुए पकड़ा जाता है, तो उन्हें दो से आठ साल की सजा हो सकती है, इसके अलाव जुर्माना भी लगाया जा सकता है। ऐसे मामलों में जमानत की संभावना भी नहीं होती, जिससे स्थिति और भी चिंताजनक हो जाती है।

यह घटनाक्रम तब सामने आया जब बिहार से दो चीनी नागरिकों को भारत-नेपाल सीमा पर वीडियो बनाने और सेल्फी लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कहा कि उनके पास वैध यात्रा दस्तावेज नहीं थे, और उन्हें इसलिए गिरफ्तार किया गया। इस महीने की पहली तारीख में बिहार के रक्सौल से भारतीय क्षेत्र में घुसने की कोशिश करने वाले चार चीनी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया था।

भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा सख्त

भारत और नेपाल ने पिछले सप्ताह अपने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संयुक्त तौर पर तलाशी अभियान और गश्त का आयोजन किया। यह कदम तब उठाया गया जब भारत को हिमालयी राष्ट्र में पाकिस्तान से संदिग्ध आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली। इस संदर्भ में, पिछले कुछ दिनों में भारत ने अपनी सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ाई है और स्थितियों की गंभीरता को देखते हुए कई कदम उठाए हैं।

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले के संदर्भ में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा किया गया है। जवाबी कार्रवाई में, भारत ने प्रचंड ऑपरेशन 'सिंदूर' शुरू किया, जिसमें उसने कई आतंकी शिविरों पर सफलतापूर्वक हमले किए। यह दर्शाता है कि भारत अपनी सीमाओं की सुरक्षा को लेकर अत्यंत गंभीर है।

निष्कर्ष

चीन के नागरिकों को भारत-नेपाल सीमा के पास यात्रा करने से बचने की सलाह देना गंभीर स्थिति की ओर इशारा करता है। सीमा पर सुरक्षा बढ़ाने और अवैध प्रवेश के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ ही, दोनों देशों के बीच सुशासन और स्थिरता की आवश्यकता स्पष्ट है। इस स्थिति का विकास न केवल क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए, बल्कि अंतरराष्ट्रीय संबंधों के लिए भी महत्वपूर्ण हो सकता है।

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