Republic Day के जश्न में डूबा है भारत, इधर पड़ोसी बांग्लादेश ने पाकिस्तान को लेकर कर दिया बड़ा ऐलान
भारत आज अपना 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। लेकिन उसके दो पड़ोसी मुल्क अलग ही खिचड़ी पकाते नजर आ रहे हैं। जिस पाकिस्तान से निकलकर बांग्लादेश एक अलग मुल्क बना और इसमें भारत की अहम भूमिका रही थी। वही बांग्लादेश अब फिर से पाकिस्तान की गोद में जाकर बैठने को बेकरार नजर आ रहा है। आईएसआई चीफ की बांग्लादेश यात्रा के बीच बांग्लादेश की कट्टर यूनुस सरकार ने पाकिस्तान को लेकर एक और बड़ा ऐलान कर दिया है। बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच हाल के दिनों में बढ़ते द्विपक्षीय संबंधों के बीच पाकिस्तान में बांग्लादेश के उच्चायुक्त ने दोनों देशों के बीच सीधी हवाई सेवा शुरू करने की योजना की घोषणा की है। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, पाकिस्तान में बांग्लादेश के दूत मोहम्मद इकबाल हुसैन ने कहा कि बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच सीधी उड़ान से यात्रा और कनेक्टिविटी की सुविधा मिलेगी। हालांकि हवाई सेवाओं की शुरुआत की समयसीमा का खुलासा नहीं किया गया।इसे भी पढ़ें: PM मोदी के सामने अचानक खड़े हुए इंडोनेशिया के राष्ट्रपति, और फिर...हुसैन ने कहा कि पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच हवाई सेवाओं की शुरुआत पर्यटन, शिक्षा और व्यापार सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाएगी। उन्होंने दोनों देशों के बीच बढ़ते व्यापार और राजनयिक संबंधों को भी रेखांकित किया और इस बात पर जोर दिया कि ये संबंध लगातार मजबूत होते रहेंगे। बांग्लादेशी दूत ने ढाका की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के प्रति प्रतिबद्धता पर भी प्रकाश डाला, और कहा कि कैसे सोशल मीडिया ने युवा पीढ़ी को अपने अधिकारों के लिए आवाज़ उठाने के लिए सशक्त किया है, जिससे देश में फ्री स्पीच की एक मजबूत संस्कृति में योगदान दिया गया है।इसे भी पढ़ें: देश के वीर जवानों की याद दिलाता Amar Jawan Jyoti युद्ध स्मारक, इंडिया गेट पर लौ रखने की भी है एक अलग कहानीखैबर पख्तूनख्वा में विशेष रूप से स्वास्थ्य सेवा और औद्योगिक क्षेत्रों में निवेश के विशाल अवसरों की ओर इशारा करते हुए, उन्होंने इन रास्तों की खोज के लिए प्रोत्साहित किया। बांग्लादेश के उच्चायुक्त ने पाकिस्तान में बांग्लादेशी उत्पादों की मांग का भी उल्लेख किया, चटगांव और कराची को जोड़ने वाले शिपिंग मार्गों के माध्यम से दोनों देशों के बीच व्यापार चल रहा है। उच्चायुक्त ने बांग्लादेश में आगामी चुनावों पर भी बात की और प्रमुख प्राथमिकता के रूप में आर्थिक विकास पर अपने देश के फोकस को दोहराया।

Republic Day के जश्न में डूबा है भारत, इधर पड़ोसी बांग्लादेश ने पाकिस्तान को लेकर कर दिया बड़ा ऐलान
भूमिका
गणतंत्र दिवस का जश्न भारत में धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस अवसर पर, देशभर में समारोह, झांकियां और प्रदर्शनी आयोजित की जा रही हैं। लेकिन इस उत्सव के बीच, हमारे पड़ोसी देश बांग्लादेश ने पाकिस्तान को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है, जो पूरे क्षेत्र की राजनीति को प्रभावित कर सकता है। आइए जानते हैं पूरी जानकारी को विस्तार से।
भारत का गणतंत्र दिवस जश्न
26 जनवरी को भारत अपने गणतंत्र दिवस का जश्न मनाता है। इस दिन, हमारे संविधान को लागू किया गया था और यह हमारे लोकतंत्र के महत्वपूर्ण प्रतीक के रूप में मन जाता है। इस अवसर पर विभिन्न रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिसमें विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक झांकियों के माध्यम से समृद्धि और विविधता का प्रदर्शन होता है। इस वर्ष, नई दिल्ली में आयोजित राजपथ पर भव्य परेड ने लोगों का ध्यान खींचा। राष्ट्रीय ध्वज की तिरंगा लहराने के साथ ही कई सम्मानित विशिष्ट व्यक्तियों ने इस समारोह में भाग लिया।
बांग्लादेश का बड़ा ऐलान
इस उत्सव के बीच, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान को लेकर एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश ने पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों को पुनर्विचार करने का निर्णय लिया है, और यह फैसला प्रधानमंत्री कार्यालय से आया है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश अब अधिक आत्मनिर्भर बनना चाहता है और पड़ोसी देशों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने की कोशिश कर रहा है।
संपर्क और सहयोग पर जोर
प्रधानमंत्री हसीना ने कहा कि बांग्लादेश का दृष्टिकोण अब आर्थिक विकास और सामाजिक कल्याण की दिशा में आगे बढ़ना है। इसके लिए, उनकी सरकार अन्य देशों के साथ संपर्क और सहयोग बढ़ाने का प्रयास कर रही है। बांग्लादेश ने हमेशा विकास के लिए शांतिपूर्ण और सहयोगी दृष्टिकोण का पक्षधर रहा है।
निष्कर्ष
गणतंत्र दिवस का यह उत्सव जहाँ भारत की अखंडता और विविधता का प्रतीक है, वहीं बांग्लादेश की नई राजनीतिक रणनीतियाँ क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा को प्रभावित कर सकती हैं। ऐसे में, यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों देशों के संबंध कैसे विकसित होते हैं। इस गणतंत्र दिवस पर, भारत को गर्व होना चाहिए कि वह एक ऐसा देश है जो अपने संविधान के प्रति समर्पित है।
इस अवसर पर हम आपको स्मरण दिलाते हैं कि हमारा पड़ोसी देश, बांग्लादेश, विदेश नीति में अपनी चुनौतियों का सामना कर रहा है। इसके साथ ही, भारत अपनी मजबूत लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के साथ आगे बढ़ रहा है। आगे का भविष्य दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण होने वाला है।