Los Angeles Protests | हिंसा के बाद कर्फ्यू लगाया गया, डोनाल्ड ट्रम्प ने 'लॉस एंजिल्स को आजाद कराने' की खाई कसम
विरोध प्रदर्शनों और रात में हिंसा की घटनाओं के बीच, लॉस एंजिल्स की मेयर करेन बास ने मंगलवार को शहर के कुछ हिस्सों में रात भर कर्फ्यू लगा दिया, जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शहर में अतिरिक्त 2,000 नेशनल गार्ड सैनिकों और मरीन की तैनाती की घोषणा की।डाउनटाउन एलए में कर्फ्यूलॉस एंजिलिस की मेयर कैरेन बास ने मंगलवार को शहर के मुख्य क्षेत्र में ‘‘तोड़फोड़ और लूटपाट को रोकने के लिए’’ कर्फ्यू लगा दिया है। बास ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्होंने स्थानीय आपातकाल की घोषणा कर दी है और कर्फ्यू मंगलवार रात आठ बजे से बुधवार सुबह छह बजे तक लागू रहेगा। बास ने कहा कि 23 व्यापारिक प्रतिष्ठानों में लूटपाट के बाद ‘‘हम एक महत्वपूर्ण बिंदु पर पहुंच गए थे।’’इसे भी पढ़ें: राहुल गांधी मानहानि मामले में छह अगस्त को अदालत में पेश हों : झारखंड उच्च न्यायालय कर्फ्यू शहर के मुख्य क्षेत्र के एक वर्ग मील (2.59 वर्ग किलोमीटर) इलाके में लागू रहेगा, जिसमें वह क्षेत्र भी शामिल है जहां शुक्रवार से विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। लॉस एंजिलिस के पुलिस प्रमुख जिम मैकडॉनेल के अनुसार, शनिवार से शहर में ‘‘गैरकानूनी और खतरनाक व्यवहार’’ की घटनाएं बढ़ रही थी। उन्होंने कहा, ‘‘पूरे लॉस एंजिलिस में लगातार कई दिनों से बढ़ रही अशांति के बाद जान माल की रक्षा के लिए कर्फ्यू एक आवश्यक उपाय है।’’ इससे पहले मंगलवार को, ‘नेशनल गार्ड’ के सैनिकों ने लॉस एंजिलिस में लोगों की गिरफ्तारियां करते समय आव्रजन एजेंटों को सुरक्षा प्रदान करना शुरू कर दिया। अमेरिकी आव्रजन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन (आईसीई) द्वारा मंगलवार को पोस्ट की गई तस्वीरों में नेशनल गार्ड के कर्मी उन अधिकारियों को सुरक्षा दे रहे हैं जो लोगों की गिरफ्तारियां कर रहे हैं।इसे भी पढ़ें: धाम लोगों की आस्था के आधार पर बनते हैं, किसी व्यक्ति के अहंकार से नहीं : माझी ट्रम्प: 'हम लॉस एंजिल्स को आज़ाद करेंगे'फ़ोर्ट ब्रैग में एक उग्र भाषण में, ट्रम्प ने एलए प्रदर्शनकारियों को "जानवर" और "एक विदेशी दुश्मन" बताया, और कहा कि वह "लॉस एंजिल्स को आज़ाद करेंगे और इसे फिर से स्वतंत्र, स्वच्छ और सुरक्षित बनाएंगे।" यह भाषण मूल रूप से अमेरिकी सेना की 250वीं वर्षगांठ मनाने के लिए था। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूजॉम और स्थानीय अधिकारियों के विरोध के बावजूद सैन्य उपस्थिति को दोगुना करते हुए लॉस एंजिल्स में अतिरिक्त 2,000 नेशनल गार्ड कर्मियों और 700 मरीन को भेजने का आदेश दिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सैनिकों की आमद विरोध प्रदर्शनों से निपटने में रसद को जटिल बनाती है।न्यूजॉम ने कहा कि 'लोकतंत्र पर हमला हो रहा है'कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूजॉम ने मंगलवार को एक संक्षिप्त सार्वजनिक संबोधन के दौरान कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प लॉस एंजिल्स में "सैन्य जाल बिछा रहे हैं"। न्यूजॉम ने कहा कि ट्रम्प की आव्रजन कार्रवाई अपराधियों को गिरफ्तार करने से कहीं आगे निकल गई है और हिरासत में लिए गए लोगों में "डिशवॉशर, माली, दिहाड़ी मजदूर और सीमस्ट्रेस" शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ट्रम्प द्वारा उनके समर्थन के बिना कैलिफोर्निया नेशनल गार्ड को तैनात करने का निर्णय अन्य राज्यों के लिए एक चेतावनी होनी चाहिए। न्यूजॉम ने कहा, "कैलिफोर्निया पहले स्थान पर हो सकता है - लेकिन यह स्पष्ट रूप से यहीं समाप्त नहीं होगा।"विवादास्पद सैन्य ठिकानों के नाम बदले गएट्रम्प ने बिडेन प्रशासन के तहत नाम बदले गए सात अमेरिकी सैन्य ठिकानों के कॉन्फेडरेट-लिंक्ड नामों को बहाल करने की योजना की भी घोषणा की। नाम बदले जाने वाले ठिकानों में फ़ोर्ट हूड, फ़ोर्ट गॉर्डन, फ़ोर्ट रकर और अन्य शामिल हैं।इसकी शुरुआत कैसे हुईलॉस एंजिल्स में अशांति संघीय आव्रजन प्रवर्तन छापों के तीव्र होने के बाद शुरू हुई। सप्ताहांत में प्रदर्शन हिंसक हो गए, प्रदर्शनकारियों ने राजमार्गों को अवरुद्ध कर दिया और वाहनों को आग लगा दी। अधिकारियों का कहना है कि विरोध प्रदर्शन 40 लाख की आबादी वाले शहर एलए के डाउनटाउन के कुछ ब्लॉकों तक ही सीमित है।

Los Angeles Protests | हिंसा के बाद कर्फ्यू लगाया गया, डोनाल्ड ट्रम्प ने 'लॉस एंजिल्स को आजाद कराने' की खाई कसम
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लॉस एंजेल्स में हाल ही में हुए प्रदर्शनों और हिंसा की आशंका के बीच, मेयर करेन बास ने मंगलवार को रात में कर्फ्यू लगाने की घोषणा की। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शहर में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात करने की योजना का ऐलान किया है। सेंटीमेंट्स भरे इस विवादास्पद मुद्दे पर नज़र डालते हैं।
कर्फ्यू का कारण
कर्फ्यू लगने का निर्णय तब लिया गया जब शहर में 23 व्यापारिक प्रतिष्ठानों में लूटपाट की घटनाएं सामने आईं। मेयर करेन बास ने कहा कि "हम एक महत्वपूर्ण बिंदु पर पहुंच गए थे", जिसके बाद उन्होंने स्थानीय आपातकाल की घोषणा की। कर्फ्यू मंगलवार रात आठ बजे से लेकर बुधवार सुबह छह बजे तक लागू रहेगा। यह निर्णय शहर के डॉउनटाउन क्षेत्र में बढ़ते "गैरकानूनी और खतरनाक व्यवहार" को देखते हुए लिया गया।
डोनाल्ड ट्रम्प का बयान
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस स्थिति को संभालने के लिए सैन्य बलों की तैनाती की घोषणा की है। उन्होंने फ़ोर्ट ब्रैग में दिए गए अपने एक भाषण में प्रदर्शनकारियों को "जानवर" और "एक विदेशी दुश्मन" की उपमा दी। ट्रम्प ने कहा, "हम लॉस एंजिल्स को आज़ाद करेंगे और इसे फिर से स्वतंत्र, स्वच्छ और सुरक्षित बनाएंगे।"
गवर्नर न्यूजॉम की चिंता
कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूजॉम ने ट्रम्प के निर्णय पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि राष्ट्रपति "सैन्य जाल बिछा रहे हैं"। उन्होंने यह भी कहा कि यह कार्रवाई केवल अपराधियों को पकड़ने के लिए नहीं है, बल्कि इसमें डिश्वाशर, माली और दिहाड़ी मजदूरों को भी हिरासत में लिया गया। न्यूजॉम ने चेतावनी दी कि यह केवल कैलिफोर्निया तक सीमित नहीं रहेगा।
स्थानीय पुलिस की प्रतिक्रिया
लॉस एंजेल्सPD के प्रमुख जिम मैकडॉनेल ने कहा कि बढ़ती हुई अशांति को देखते हुए जानमाल की सुरक्षा के लिए कर्फ्यू एक आवश्यक कदम है। प्रदर्शन के दौरान, नेशनल गार्ड के कर्मियों ने पुलिस अधिकारियों को सुरक्षा प्रदान की, जो लोगों की गिरफ्तारियां कर रहे थे।
इसके परिणाम और महत्वपूर्ण पहलू
लॉस एंजेल्स के प्रदर्शन न केवल स्थानीय मुद्दों को उजागर कर रहे हैं, बल्कि यह अन्य शहरों में भी ऐसे ही टकराव का संकेत हो सकते हैं। हम सभी को याद है कि अमेरिका में असमानता और राजनीतिक विभाजन ऐसे समय में और बढ़ जाते हैं। यदि हालात यही रहे, तो यह स्थिति और जटिल हो सकती है। इस मुद्दे पर चर्चा करना ज़रूरी है, ताकि बेहतर समाधान निकाला जा सके।
संक्षेप में, लॉस एंजेल्स की स्थिति न केवल एक शहर का मामला है, बल्कि यह अमेरिका के सामाजिक और राजनीतिक ताने-बाने को भी परिलक्षित करती है। हमारी सरकार को प्रगति के लिए सहिष्णुता और संवाद की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।
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