भारत और पाकिस्तान के बीच हमेशा तनाव रहा है, वे इसका हल निकाल लेंगे: ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव हमेशा से रहा है तथा दोनों देश इसे आपस में ‘‘किसी न किसी तरह’’ सुलझा लेंगे। ट्रंप ने यह टिप्पणी पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बारे में सवाल किए जाने पर शुक्रवार को की। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे। यह पूछे जाने पर क्या वह दोनों देशों के नेताओं से बात करेंगे, ट्रंप ने कहा, ‘‘मैं भारत के बहुत करीब हूं और मैं पाकिस्तान के बहुत करीब हूं, जैसा कि आप जानते हैं।’’ उन्होंने रोम के रास्ते में ‘एयर फोर्स वन’ में पत्रकारों से कहा कि कश्मीर में लड़ाई लंबे समय से जारी है और पहलगाम में जो हुआ, वह बहुत बुरा है। ट्रंप ने कहा कि सीमा पर तनाव लंबे समय में जारी है लेकिन ‘‘वे इसे किसी न किसी तरह सुलझा लेंगे। मुझे यकीन है... मैं दोनों नेताओं को जानता हूं। पाकिस्तान और भारत के बीच बहुत तनाव है जो हमेशा से रहा है।’’ भारत ने बुधवार को पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदमों की घोषणा की, जिनमें पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात सैन्य प्रतिनिधि को अवांछित घोषित करना, 1960 की सिंधु जल संधि को स्थगित करना और आतंकवादी हमले के सीमा पार से जुड़े होने के मद्देनजर अटारी भूमि-पारगमन चौकी को तत्काल प्रभाव से बंद करना शामिल है। इसके जवाब में पाकिस्तान ने बृहस्पतिवार को सभी भारतीय विमानन कंपनियों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने का फैसला किया तथा भारत के साथ व्यापार को स्थगित कर दिया।

भारत और पाकिस्तान के बीच हमेशा तनाव रहा है, वे इसका हल निकाल लेंगे: ट्रंप
The Odd Naari
लेखक: सृष्टि शर्मा, टीम नेतानागरी
परिचय
हाल ही में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण रिश्तों पर अपनी राय व्यक्त की है। ट्रंप का मानना है कि दोनों देशों के बीच तनाव का एक समाधान अवश्य निकाला जा सकता है। यह बयान एक ऐसे समय में आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच कई मुद्दों पर चर्चा चल रही है।
भारत-पाकिस्तान के रिश्ते: एक संक्षिप्त इतिहास
भारत और पाकिस्तान के बीच अतीत में कई महत्वपूर्ण घटनाएं घटी हैं, जिनमें कश्मीर का विवाद, आतंकवाद, और सीमा संघर्ष शामिल हैं। इन सभी घटनाओं ने दोनों देशों के बीच तनाव को बढ़ाया है। ट्रंप का यह बयान एक सकारात्मक संकेत है कि वे इन मुद्दों को हल करने की दिशा में एक नया दृष्टिकोण देख रहे हैं।
ट्रंप का दृष्टिकोण
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि भारत और पाकिस्तान खुद अपने मुद्दों का समाधान निकाल सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका इस प्रक्रिया में मदद कर सकता है लेकिन मुख्य समाधान दोनों देशों के नेताओं के बीच होना चाहिए। ट्रंप के इस बयान ने बहुत से विशेषज्ञों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या यह तनाव कम करने का एक सही समय है।
विशेषज्ञों की राय
भारत और पाकिस्तान के विशेषज्ञों ने ट्रंप के बयान का स्वागत किया है। कुछ का मानना है कि यह स्थिति को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम हो सकता है। हालांकि, कुछ अन्य विशेषज्ञ चिंतित हैं कि क्या दोनों देशों की राजनीतिक स्थिति इस समाधान को स्वीकार कर पाएगी या नहीं। वे मानते हैं कि दोनों देशों को एक मजबूत बातचीत की प्रक्रिया की आवश्यकता है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की भूमिका
ट्रंप के बयान के बाद, अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान एक बार फिर इन दोनों देशों की ओर गया है। कई देश इस स्थिति में मध्यस्थता करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। इस प्रकार की बातचीत से संभवतः एक स्थायी शांति की स्थापना हो सकेगी।
निष्कर्ष
डोनाल्ड ट्रंप का बयान निश्चित रूप से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल हो सकता है। हालांकि, संकट के वास्तविक समाधान के लिए आवश्यक है कि दोनों देश अपनी सोच और दृष्टिकोण में बदलाव लाएं। दोनों देशों के नेताओं को मिलकर काम करने की आवश्यकता है ताकि वे विश्व के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत कर सकें कि तनावपूर्ण रिश्तों को कैसे ठीक किया जा सकता है।
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