श्री गुरु राम राय विवि आपदा पीडितों को पहुंचाएगा राहत
The post श्री गुरु राम राय विवि आपदा पीडितों को पहुंचाएगा राहत appeared first on Avikal Uttarakhand. एसजीआरआरयू के भूविज्ञान शोधार्थियों ने शोध में जताई थी चिंता दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में बादल फटने की आशंका, संवेदनशील महीनों में सतर्कता जरूरीश्री मह इन अविकल उत्तराखंड देहरादून। श्री गुरु… The post श्री गुरु राम राय विवि आपदा पीडितों को पहुंचाएगा राहत appeared first on Avikal Uttarakhand.

श्री गुरु राम राय विवि आपदा पीडितों को पहुंचाएगा राहत
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Written by Priya Sharma and Neha Verma, team theoddnaari
आपदा राहत कार्य का आरंभ
देहरादून। हाल ही में उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में आई प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों की मदद के लिए श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय और श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल ने राहत कार्यों की कमान संभाल ली है। पीड़ित परिवारों की सहायता के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने निर्णय लिया है कि वे न केवल राहत सामग्री उपलब्ध कराएंगे, बल्कि प्रभावित बच्चों को भी मुफ्त शिक्षा प्रदान करेंगे।
राहत सामग्री का वितरण
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय प्रशासन ने बुधवार को बड़कोट स्थित एसजीआरआर पब्लिक स्कूल के माध्यम से राहत सामग्री भेजने का फैसला किया। राहत सामग्री में दवाइयाँ, खाद्य सामग्री, कंबल, कपड़े, और अन्य आवश्यक वस्तुएं शामिल होंगी। आवश्यक वस्तुओं को उत्तरकाशी में राहत सामग्री नियंत्रण कक्ष में पहुँचाने की व्यवस्था भी की गई है।
भूविज्ञान शोधार्थियों की चिंता
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के भूविज्ञान शोधार्थियों ने हाल में अपने शोध कार्य में यह बताया कि उत्तराखंड के दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में मानसून के दौरान बादल फटने की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि घाटी क्षेत्रों में बरसात के मौसम में जल स्तर अचानक बढ़ने से बाढ़ जैसी स्थितियाँ उत्पन्न हो सकती हैं, जो लोगों की ज़िंदगियों के लिए खतरा बन सकती हैं।
मानवता के प्रति प्रतिबद्धता
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. लोकेश गंभीर ने कहा कि यह पहल आपदा के समय में समाज के प्रति एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का प्रतीक है। विश्वविद्यालय ने यह घोषणा की है कि आपदा प्रभावित क्षेत्र के बच्चों को कुछ चयनित पाठ्यक्रमों में निःशुल्क प्रवेश दिया जाएगा। साथ ही, देहरादून स्थित श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में पीड़ितों को निःशुल्क उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
भविष्य की तैयारी
शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया कि ऐसी आपदाएँ अक्सर पूर्व संकेत दिए बिना घटित होती हैं, और इनकी पुनरावृत्ति की संभावना बनी रहती है। रात के समय बादल फटने की घटनाएँ अधिक भयंकर होती हैं। ऐसे में, पर्वतीय क्षेत्रों में निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने की पूर्व योजना बनाने की आवश्यकता है, जिससे जन-धन की हानि को रोका जा सके।
निष्कर्ष
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय द्वारा की जा रही राहत कार्य न केवल मानवता की सेवा है, बल्कि यह समाज में एकता और सहयोग की भावना को बढ़ावा देती है। हमें आशा है कि यह पहल अन्य संस्थानों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगी। इस संकट के समय में, हमारी एकजुटता और सहायता ही असली मानवता की पहचान है।