धराली हादसा- गाड़-गदेरों के निकट निर्माण कार्यों पर कुदरत का कहर
The post धराली हादसा- गाड़-गदेरों के निकट निर्माण कार्यों पर कुदरत का कहर appeared first on Avikal Uttarakhand. धराली के मलबे में कई लोग दबे, कई लापता में सेना के नौ जवान भी शामिल, चार मौतों की पुष्टि आंध्र प्रदेश के दौरे से लौटे सीएम,.राहत कार्यों के लिए… The post धराली हादसा- गाड़-गदेरों के निकट निर्माण कार्यों पर कुदरत का कहर appeared first on Avikal Uttarakhand.

धराली हादसा- गाड़-गदेरों के निकट निर्माण कार्यों पर कुदरत का कहर
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धराली में प्राकृतिक आपदा ने एक बार फिर मानव निर्मित स्थितियों को कठघरे में खड़ा कर दिया है। उत्तरकाशी से 88 किमी दूर हुआ यह हादसा, गाड़-गदेरों के पास चल रहे निर्माण कार्यों की स्थिति को भी चिंताजनक बनाता है।
इस दुखद घटना में कई लोगों की जान चली गई है और कई अभी भी लापता हैं। सेना के नौ जवान भी इसमें शामिल हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस त्रासदी का जायजा लेने के बाद राहत कार्यों के लिए बीस करोड़ रुपये की धनराशि जारी की है। अब राहत दल घटनास्थल पर पहुँच चुके हैं और सर्च ऑपरेशन जारी है।
हादसे का संक्षिप्त विवरण
धराली में दोपहर दो बजे आई बाढ़ से कई लोग मलबे में फंस गए। स्थानीय प्रशासन ने इसे भूलने योग्य स्थिति में पहुंचने से पहले 130 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। चार मौतों की पुष्टि हुई है और खोज एवं बचाव कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। मौसम की प्रतिकूलताएँ राहत कार्यों में बाधा डाल रही हैं, लेकिन सरकारी एवं सैन्य कर्मियों का साहस बढ़ता जा रहा है।
प्रशासनिक कार्यवाही और राहत प्रयास
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी है कि उनके अधिकारियों को प्रत्यक्ष रूप से कार्रवाई के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा, "हर एक व्यक्ति की जान अमूल्य है और राहत कार्य युद्धस्तर पर चलाने होंगे।" इसके अलावा, राहत सामग्री, दवाएं, और आवास की व्यवस्था भी की जा रही है। सबसे महत्वपूर्ण, यह सुनिश्चित करना होगा कि प्रभावितों को जल्द से जल्द मदद मिल सके।
टिहरी तक अलर्ट जारी
सरकारी आदेशों के अनुसार, खतरे को देखते हुए टिहरी जिले में अलर्ट जारी किया गया है। स्वास्थ्य, खाद्य और अन्य विभागों की टीमें घटनास्थल की ओर रवाना हो गई हैं। प्रभावितों के लिए तात्कालिक व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है जिसमें भोजन, दवाइयां और आश्रय शामिल हैं।
सरकारी कार्रवाई और जिम्मेदारी
राज्य सरकार द्वारा नियुक्त की गई टीम अब प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर रही है। आईएएस अधिकारी अभिषेक रुहेला, मेहरबान सिंह बिष्ट और गौरव कुमार को उत्तरकाशी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उनकी प्राथमिकता होगा शेष फंसे लोगों का सुरक्षित निकासी।
जैसा कि मीडिया रिपोर्ट्स में उल्लेखित है, इस आपदा ने मौजूदा निर्माण कार्यों पर गंभीर सवाल उठाए हैं जो गाड़-गदेरों के निकट चल रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने सामाजिक सुरक्षा और अवसंरचना विकास की अनदेखी पर भी चिंता जाहिर की है।
निष्कर्ष
धराली का हादसा एक गंभीर चेतावनी है जिसने हमें यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या हम प्राकृतिक आपदाओं से निपटने में पर्याप्त तैयारी कर रहे हैं। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसी स्थितियों का सामना करने हेतु समुचित उपाय किए जाएं। कई जिंदगियां दांव पर हैं और हम सबको मिलकर इस दिशा में प्रयास करना होगा।
अंत में, हमारी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं जो इस हादसे से प्रभावित हुए हैं। हम उम्मीद करते हैं कि सरकार की आपातकालीन कार्रवाई और स्थानीय प्रशासन की तत्परता जल्द ही स्थिति को नियंत्रित करने में सफल होगी।
यह लेख आपके लिए धराली हादसे की पूरक जानकारी और राहत प्रयासों के बारे में जानकारी प्रदान करता है। अधिक जानकारी के लिए, कृपया हमारी वेबसाइट theoddnaari.com पर जाएं।