आपदा – सेना के नौ जवानों समेत 16 लापता लोगों की तलाश जारी

The post आपदा – सेना के नौ जवानों समेत 16 लापता लोगों की तलाश जारी appeared first on Avikal Uttarakhand. गंगनानी के पुल व कई मार्गों की मरम्मत बनी मुख्य चुनौती अर्ली वार्निंग सिस्टम, डॉप्प्लर रडार और सेटेलाइट फोन भी चर्चा के केंद्र में सैकड़ों फंसे यात्री गंतव्य की ओर… The post आपदा – सेना के नौ जवानों समेत 16 लापता लोगों की तलाश जारी appeared first on Avikal Uttarakhand.

आपदा – सेना के नौ जवानों समेत 16 लापता लोगों की तलाश जारी
आपदा – सेना के नौ जवानों समेत 16 लापता लोगों की तलाश जारी

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लेखक: अविका थापा, सिया चोपड़ा, टीम theoddnaari

आपदा के प्रभाव और खोज का कार्य

उत्तरकाशी। मंगलवार को धराली – हर्षिल व अन्य इलाकों में आई भीषण आपदा के बाद फंसे 16 लोगों की तलाश जारी है। इनमें से 9 सेना के जवान भी शामिल हैं। प्रशासन ने 6 लोगों की मौत की पुष्टि की है, जबकि लापता लोगों की असली संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है।

राहत कार्यों की चुनौतियां

गंगोत्री हाईवे पर गंगनानी के पास टूटे पुल और कई अन्य मार्गों की मरम्मत प्रशासन की कठिनाई का सामना कर रहे हैं। मौसम के अनुकूल होने पर भी राहत कार्य में बाधाएं आ रही हैं। गुरुवार को, चिनूक व अन्य हेलीकॉप्टरों की मदद से यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। इसके बावजूद, लापता लोगों का कोई सुराग नहीं मिला है।

संभावना और उम्मीदें

गुरुवार को मौसम साफ होने के कारण सैकड़ों यात्रियों को उनके गंतव्य की ओर रवाना किया गया। हालांकि, धराली क्षेत्र में संचार और बिजली की व्यवस्था ठप होने पर प्रशासन ने 125 केवी जनरेटर हेलीकॉप्टर से भेजने का निर्णय लिया।

सीएम धामी ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सांत्वना दी और एक महीने का वेतन देने की घोषणा की।

सुरक्षा उपायों की जरूरत

गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहित, रजनीकांत सेमवाल का कहना है कि इस तरह की आपदाओं के समय में सेटेलाइट फोन की व्यवस्था होनी चाहिए। इसके अलावा, लोकल स्तर पर प्रशासन ने भ्रामक सूचनाओं के खिलाफ एक्शन लेने की योजना बनाई है।

भविष्य की रणनीतियाँ

आपदा से निपटने के लिए अर्ली वार्निंग सिस्टम और डॉप्प्लर राडार का उपयोग करने पर चर्चा चल रही है। क्या इन तकनीकों से हमें अधिक जानकारी और सुरक्षा मिल पाएगी, यह देखना आवश्यक है।

संक्षिप्तता में

फिलहाल, धराली क्षेत्र में जमे मलबे को हटाने के कार्य में तेजी लाई जाएगी और उम्मीद की जाती है कि लापता व्यक्तियों के बारे में जानकारी मिलेगी। हालांकि, समय बीतने के साथ, बचने की उम्मीदें क्षीण होती जा रही हैं।

आपदा के प्रबंधन में न केवल सरकारी सहायता बल्कि स्थानीय समुदाय की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। इस कठिन समय में सभी को एकजुट होकर कार्य करना आवश्यक है।

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