रुद्रप्रयाग: त्रियुगीनारायण मंदिर पैदल पहुँचे BKTC अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी, वेडिंग डेस्टिनेशन व्यवस्थाओं को सुधारने के दिए निर्देश
रुद्रप्रयाग: श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने भगवान त्रियुगीनारायण मंदिर पहुंचकर दर्शन और पूजा-अर्चना की। उन्होंने मंदिर परिसर में स्थित अखंड धूनी में भी आहुति अर्पित कर तीर्थयात्रियों की कुशलता की कामना की।इस दौरान बीकेटीसी अध्यक्ष ने मंदिर व्यवस्थाओं, कार्यालय तथा भंडार कक्ष का निरीक्षण किया और अधिकारियों को व्यवस्थाएं दुरुस्त […] Source

रुद्रप्रयाग: त्रियुगीनारायण मंदिर पैदल पहुँचे BKTC अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी, वेडिंग डेस्टिनेशन व्यवस्थाओं को सुधारने के दिए निर्देश
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - theoddnaari
रुद्रप्रयाग: श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने हाल ही में त्रियुगीनारायण मंदिर का दौरा किया। वे इस पवित्र स्थान पर पैदल ही पहुँचे, जहां उन्होंने भगवान त्रियुगीनारायण के दर्शन और पूजा-अर्चना की। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य मंदिर की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करना और तीर्थयात्रियों की सुगमता को सुनिश्चित करना था।
खास दर्शन और आहुति
मंदिर में पहुँचकर, हेमंत द्विवेदी ने अखंड धूनी में आहुति अर्पित की। वे तीर्थयात्रियों की कुशलता की कामना करते हुए वहां कुछ समय बिताए। यह विशेष पूजा विधि मंदिर के महत्व को दर्शाती है, जो केवल श्रद्धालुओं के लिए ही नहीं, बल्कि स्थानीय निवासियों के लिए भी एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक केंद्र है।
मंदिर व्यवस्थाओं का निरीक्षण
बीकेटीसी अध्यक्ष ने मंदिर परिसर में बसे कार्यालय और भंडार कक्ष का भी निरीक्षण किया। इस दौरान, उन्होंने व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने वाहनों की पार्किंग, साफ-सफाई, और अन्य व्यवस्थाओं को सुधारने की बात की, ताकि आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में त्रियुगीनारायण
इस यात्रा के दौरान हेमंत द्विवेदी ने त्रियुगीनारायण को एक संभावित वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने की महत्वाकांक्षा भी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस मंदिर क्षेत्र में बेहतर सुविधाएं और व्यवस्थाएं लागू की जाएं, जिससे यह स्थान वृत्तिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी आकर्षक बन सके।
आगे की योजनाएं
बीकेटीसी अध्यक्ष ने बताया कि वे इस दिशा में विशेष योजनाओं पर काम कर रहे हैं, ताकि अधिकतम तीर्थयात्रियों को इस पवित्र स्थल का अनुभव हो सके। इसके अलावा, उन्होंने स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को बढ़ावा देने के लिए भी कई कार्यक्रमों का प्रस्ताव दिया।
निष्कर्ष
हेमंत द्विवेदी की इस यात्रा ने त्रियुगीनारायण मंदिर के महत्व को फिर से उजागर किया और यह सुनिश्चित किया कि तीर्थयात्री एक सुरक्षित और सुखद अनुभव प्राप्त कर सकें। दर्शन और पूजा-अर्चना के बाद, उनकी यात्रा ने स्थानीय समुदाय को एक नई दिशा और प्रेरणा दी है। भविष्य में, इस स्थान को और भी बेहतर बनाने की उम्मीद की जा रही है।
अधिक अपडेट के लिए, कृपया हमारी वेबसाइट पर जाएँ: theoddnaari.com