वीडियो: नैनीझील में मछलियों की रहस्यमयी मौत। कैटफिश मंगुरा पर उठे सवाल..

स्टोरी(कमल जगाती, नैनीताल):- ऊत्तराखण्ड की फेमस नैनीझील में बड़ी संख्या में मछलियों के अध खाए शव मिलने से आशंकाओं का बाजार गर्म। किसी का मानना है कि ये मछलियां अपनी उम्र पूरी करने से मर रही हैं तो किसी का कहना है कि झील में डली मंगुरा(कैटफिश)के हमलों से भी इंकार नहीं किया जा सकता। […] The post वीडियो: नैनीझील में मछलियों की रहस्यमयी मौत। कैटफिश मंगुरा पर उठे सवाल.. appeared first on पर्वतजन.

वीडियो: नैनीझील में मछलियों की रहस्यमायी मौत। कैटफिश मंगुरा पर उठे सवाल..

स्टोरी (कमल जगाती, नैनीताल): उत्तराखंड की फेमस नैनीझील में बड़ी संख्या में मछलियों के अध खाए शव मिलने से आशंकाओं का बाजार गर्म। किसी का मानना है कि ये मछलियां अपनी उम्र पूरी करने से मर रही हैं तो किसी का कहना है कि झील में डली मंगुरा (कैटफिश)के हमलों से भी इंकार नहीं किया जा सकता। नैनीझील एक मशहूर पर्यटन स्थल है और यहां की ताजगी भरी जलवायु हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करती है। लेकिन हाल ही में वहां मछलियों की ऐसी रहस्यमयी मौत ने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों के बीच चिंता का विषय बना दिया है।

मछलियों की रहस्यमयी मौत का कारण

हालात की गंभीरता को देखते हुए, विशेषज्ञों की टीम ने इस घटना का अध्ययन शुरू कर दिया है। कुछ का मानना है कि मछलियां प्राकृतिक कारणों से मर रही हैं, जबकि अन्य इसे कैटफिश मंगुरा के हमले से जोड़कर देख रहे हैं। ये मछलियां सामान्य तौर पर अपने भोजन में बदलाव, प्रदूषण, या पर्यावरणीय बदलावों से प्रभावित हो सकती हैं। विशेष रूप से नैनीझील में प्रदूषण की बढ़ती मात्रा एक और गंभीर मुद्दा बन चुकी है।

कैटफिश मंगुरा: खतरा या संयोग?

कैटफिश मंगुरा, जिसे सामान्यतः मंगुर के नाम से जाना जाता है, एक जनसंहारक प्रजाति है जो अपने दुश्मनों को आसानी से मार सकती है। हाल में कुछ पर्यटकों ने यहां मंगुरा की उपस्थिति पर चिंता व्यक्त की है। यह माना जा रहा है कि ये मछलियां झील में अन्य मछलियों की प्रजातियों के लिए खतरा बन सकती हैं। इस मुद्दे पर स्थानीय पर्यावरण संगठनों ने भी आवाज उठाई है। शादी की दावतों के दौरान झील में बागडोर देकर मछलियों का शिकार करना भी एक कारण बन सकता है।

स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया

स्थानीय प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और मौके पर वैज्ञानिकों की टीम भेज दी है। उनका उद्देश्य यह समझना है कि क्या वास्तव में मंगुरा का संबंध मछलियों की मौत से है या फिर ये एक प्राकृतिक घटना है। प्रशासनिक अधिकारी इस बात की भी पुष्टि करने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या पर्यटकों की गतिविधियों की वजह से ऐसा हो रहा है।

भविष्य के लिए सावधानी

यह घटना हमें यह भी याद दिलाती है कि पर्यावरण और पारिस्थितिकी का संरक्षण कितना महत्वपूर्ण है। यदि हम अपनी नदियों और झीलों का ध्यान नहीं रखेंगे, तो इनकी जैव विविधता संकट में पड़ सकती है। नैनीझील जैसी खूबसूरत जगह पर हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारा किसी भी गतिविधि से जल प्रदूषण न हो।

निष्कर्ष

इस रहस्यमयी मौत ने स्थानीय समुदाय और पर्यटकों को चिंतित कर दिया है। विशेषज्ञों के अध्ययन और स्थानीय प्रशासन के प्रयासों से ही इस समस्या का समाधान निकाला जा सकेगा। नैनीझील की प्राकृतिक सुंदरता के संरक्षण के लिए हमें एकजुट होकर काम करना होगा। पर्यटकों और स्थानीय लोगों को मिलकर यहां की जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र को सुरक्षित रखने के कदम उठाने होंगे।

अधिक अपडेट्स के लिए, विजिट करें: theoddnaari.com

Keywords:

Naini Lake fish deaths, catfish Mangura, Nainital wildlife concerns, environmental issues Naini Lake, Uttarakhand fish population, pollution effects on fish, catfish danger in lakes