हल्द्वानी: महादेव की शरण में पहुँचीं बेला तोलिया, बाबा हैड़ाखान मंदिर में शिवार्चन कर मांगा आशीर्वाद

हल्द्वानी: राजनीति की राह पर सेवा और श्रद्धा का संगम उस समय देखने को मिला, जब रामडी आनसिंह (पनियाली) जिला पंचायत सीट से भाजपा प्रत्याशी बेला तोलिया ने आगामी मतदान से ठीक एक दिन पूर्व बाबा हैड़ाखान मंदिर में भोलेनाथ की शरण ली। सावन के पावन मास में जब शिवभक्ति अपने चरम पर होती है, […] Source

हल्द्वानी: महादेव की शरण में पहुँचीं बेला तोलिया, बाबा हैड़ाखान मंदिर में शिवार्चन कर मांगा आशीर्वाद
हल्द्वानी: महादेव की शरण में पहुँचीं बेला तोलिया, बाबा हैड़ाखान मंदिर में शिवार्चन कर मांगा आशीर्वाद

हल्द्वानी: महादेव की शरण में पहुँचीं बेला तोलिया, बाबा हैड़ाखान मंदिर में शिवार्चन कर मांगा आशीर्वाद

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हल्द्वानी: राजनीति की राह पर सेवा और श्रद्धा का संगम उस समय देखने को मिला, जब रामड़ी आनसिंह (पनियाली) जिला पंचायत सीट से भाजपा प्रत्याशी बेला तोलिया ने आगामी मतदान से ठीक एक दिन पूर्व बाबा हैड़ाखान मंदिर में भोलेनाथ की शरण ली। सावन के पावन मास में जब शिवभक्ति अपने चरम पर होती है, बेला ने इस मौके का लाभ उठाकर बाबा से आशीर्वाद लेने का निर्णय किया।

बाबा हैड़ाखान मंदिर का महत्व

बाबा हैड़ाखान मंदिर, हल्द्वानी में स्थित एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जहाँ हर वर्ष हजारों श्रद्धालु शिव जी की आराधना के लिए आते हैं। इस मंदिर का इतिहास और आस्था का गहरा संबंध है, जो इसे श्रद्धालुओं के लिए विशेष बनाता है। यहाँ आने वाले भक्तजन न केवल आस्था के साथ भगवान की आराधना करते हैं, बल्कि अपनी जीवन की बाधाओं को दूर करने के लिए विशेष प्रार्थना भी करते हैं।

बेला तोलिया का मंदिर यात्रा

बेला तोलिया ने अपने मंदिर यात्रा के दौरान विशेष रूप से शिवलिंग पर जल चढ़ाया और शिवार्चन का आयोजन किया। उनकी इस श्रद्धा ने पूरे विधानसभा क्षेत्र में चर्चा का विषय बना दिया है। इससे उनकी राजनीतिक छवि को भी मजबूती मिली है। आगामी चुनावों में उनकी जीत की संभावनाओं के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।

शिवभक्ति का माहौल

सावन का महीना हिन्दू धर्म में शिवभक्तों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इस समय भक्तजन भगवान शिव की आराधना में लीन रहते हैं और कई लोग व्रत एवं उपवास भी करते हैं। बेला तोलिया की इस यात्रा ने राजनीति में आस्था के प्रवेश को दर्शाया है, जो समाज में सेवा और श्रद्घा का एक महत्वपूर्ण मानक है।

प्रतिस्पर्धा की पृष्ठभूमि

रामड़ी आनसिंह पंचायत सीट पर चुनावी माहौल गरमाया हुआ है। अन्य प्रत्याशी जहाँ अपने-अपने अभियान चला रहे हैं, वहीं बेला तोलिया अपने धार्मिक निष्ठा के माध्यम से वोटरों का दिल जीतने की कोशिश कर रही हैं। आगामी चुनाव में उनकी रणनीति, संघर्ष और आस्था को देखना दिलचस्प होगा।

निष्कर्ष

बेला तोलिया का बाबा हैड़ाखान मंदिर में जाना एक साधारण चुनाव प्रचार नहीं, बल्कि एक गहरी आस्था और सेवा का प्रतीक है। यह घटना न केवल राजनीति में बल्कि समाज में भी उनके प्रति विश्वास को मजबूत करती है। देखते हैं, क्या उनका यह दौरा चुनावी नतीजों पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा या नहीं। उनकी मेहनत और भक्तिभाव चुनाव में उन्हें किन ऊंचाइयों पर ले जाता है, यह तो आने वाला समय ही बताएगा।

इस अद्भुत यात्रा के बारे में और अधिक जानने के लिए, कृपया हमारे वेबसाइट पर जाएं: theoddnaari

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