हल्द्वानी : अतिक्रमण के नाम पर प्रशासन की कार्रवाई का विधायक सुमित ने किया कड़ा विरोध, कहा “प्रशासन की मनमानी नहीं चलने दूंगा, एक भी मकान टूटने नहीं दूंगा…
अतिक्रमण के नाम पर हो रही कार्रवाई पर हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने फिर जताई कड़ी आपत्ति, कहा – “प्रशासन की मनमानी नहीं चलने दूंगा, एक भी मकान टूटने नहीं दूंगा” हल्द्वानी विधायक श्री सुमित हृदयेश ने आज दिनांक 26 जून 2025 (गुरुवार) को आवास विकास स्थित पंचेश्वर मंदिर परिसर में प्रशासन द्वारा लगाए गए […] Source

हल्द्वानी में अतिक्रमण के खिलाफ विधायक सुमित का कड़ा विरोध
अतिक्रमण के नाम पर हो रही प्रशासनिक कार्रवाई पर हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने आज अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज की। उन्होंने कहा, “प्रशासन की मनमानी नहीं चलने दूंगा, एक भी मकान टूटने नहीं दूंगा।” इस विवादास्पद स्थिति ने स्थानीय निवासियों और राजनीतिक समुदाय में हलचल मचा दी है।
प्रशासन की कार्रवाई का विवरण
गुरुवार, 26 जून 2025 को, हल्द्वानी के आवास विकास क्षेत्र में पंचेश्वर मंदिर परिसर के निकट प्रशासन ने अतिक्रमण के नाम पर कार्रवाई शुरू की। प्रशासनिक आदेशों के तहत कई अनधिकृत ढांचों को गिराने की प्रक्रिया शुरू की गई, जिससे स्थानीय居民ों में चिंता और आक्रोश बढ़ गया। विधायक सुमित हृदयेश ने इस कार्रवाई के खिलाफ आवाज उठाई और प्रशासन के निर्णय को निंदनीय बताया।
सुमित हृदयेश का बयान
विधायक सुमित ने अपने बयान में कहा, “हमारे क्षेत्र में लोगों की मेहनत से बने मकान और व्यवसाय को बचाने के लिए मैं हर संभव प्रयास करूंगा। यह हमसे जुड़े हुए लोगों की भावनाओं और उनके अधिकारों का उल्लंघन है।” उनके इस विवादास्पद बयान ने स्थानीय समुदाय में विश्वास बढ़ाया है कि वे अपनी संपत्तियों की रक्षा कर सकते हैं।
स्थानीय निवासियों का समर्थन
इस विवाद में स्थानीय निवासियों ने विधायक का समर्थन किया है। कई निवासियों ने कहा कि प्रशासन की कार्रवाई से उनकी जिंदगी प्रभावित हो रही है। लोग यह मानते हैं कि उनके पास वैध दस्तावेज हैं, और उन्हें उनकी संपत्तियों को बचाने का अधिकार है। विधायक के समर्थन से वे और भी अधिक सशक्त महसूस कर रहे हैं।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाएँ
हल्द्वानी के इस घटनाक्रम ने राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर चर्चा को जन्म दिया है। विपक्षी दलों ने प्रशासन की कार्रवाई को निंदनीय बताया है और इसे सत्तारूढ़ पार्टी की विफलता करार दिया है। इस मुद्दे पर कई संगठनों ने विरोध प्रदर्शन भी किए हैं।
भविष्य की संभावनाएँ
हालांकि यह विवाद अभी जारी है, लेकिन विधायक सुमित का स्पष्ट आस्वासन स्थानीय निवासियों के लिए एक बड़ी राहत हो सकती है। उनकी दृढ़ता से यह संकेत मिलता है कि वे अपने लोगों के अधिकारों के लिए लड़ सकते हैं। भविष्य में, यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन का रुख इस मुद्दे पर क्या होता है और क्या वे विधायक के दावों पर ध्यान देंगे।
निष्कर्ष
हल्द्वानी में अतिक्रमण के खिलाफ विधायक सुमित हृदयेश का यह कड़ा विरोध समूचे प्रशासनिक तंत्र के लिए एक चुनौती है। उनके द्वारा उठाए गए सवाल न केवल स्थानीय निवासियों के अधिकारों को दर्शाते हैं, बल्कि यह भी संकेत देते हैं कि वर्तमान समय में प्रशासनिक नीतियों में बदलाव की आवश्यकता है।
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - theoddnaari
लेखक: नेहा शर्मा, साक्षी वर्मा, टीम theoddnaari