ग्राफिक एरा के छात्र ने यू.के. में जीते दो पदक
The post ग्राफिक एरा के छात्र ने यू.के. में जीते दो पदक appeared first on Avikal Uttarakhand. अविकल उत्तराखण्ड देहरादून। ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी के छात्र ने एक बार फिर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी उपलब्धि हासिल कर देश और यूनिवर्सिटी को गौरवान्वित किया है। ग्राफिक एरा के छात्र… The post ग्राफिक एरा के छात्र ने यू.के. में जीते दो पदक appeared first on Avikal Uttarakhand.

ग्राफिक एरा के छात्र ने यू.के. में जीते दो पदक
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Written by Priya Sharma, Nisha Gupta, and Aditi Verma, Team theoddnaari.
Introduction
ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी के छात्र ने फिर से देश का नाम रोशन किया है। इस बार उन्होंने यूनाइटेड किंगडम में आयोजित एक अंतर्राष्ट्रीय युवा एक्सचेंज प्रोग्राम में दो प्रतिष्ठित पदक जीते हैं। यह उपलब्धि सिर्फ छात्र विनायक ठाकुर के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश और विश्वविद्यालय के लिए गर्व का विषय है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि
विनायक ठाकुर, जो ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के बी.टेक (सीएस) के सातवें सेमेस्टर के छात्र हैं, ने हाल ही में बेस्ट आर्मी सेक्शन कैडेट और बेस्ट ओवरऑल कैडेट ऑफ इंडिया का पुरस्कार जीता। ये पुरस्कार उन्हें 21 दिनों के अंतर्राष्ट्रीय दौरे के दौरान मिला, जिसमें उन्होंने इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, और वेल्स में सैन्य अभ्यासों में भाग लिया।
कार्यकारी भूमिका और प्रदर्शन
अपने इस दौरे में, विनायक ने प्लाटून कमांडर की भूमिका निभाई और कई देशों के कैडेट्स के साथ मिलकर विभिन्न सैन्य गतिविधियों का योग दिया। यह अनुशासन और नेतृत्व क्षमता का उत्कृष्ट उदाहरण रहा। उनके साथी कैडेट्स में यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया, और अन्य यूरोपीय देशों के युवा शामिल थे। विनायक के प्रदर्शन ने उन्हें इस सम्मान के योग्य बनाया।
राष्ट्रीय पहचान और भविष्य की योजनाएँ
इसके अलावा, विनायक को पहले ही राष्ट्रीय स्तर पर डीजी एनसीसी कमेंडेशन से सम्मानित किया जा चुका है। उनका सपना भारतीय सशस्त्र बलों में एक अधिकारी बनना है। उनके मेहनत और समर्पण की सराहना ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय के चेयरमैन डा. कमल घनशाला ने भी की। उन्होंने कहा कि विनायक की उपलब्धि न केवल विश्वविद्यालय बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणास्रोत है।
निष्कर्ष
ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी के इस छात्र की सफलता निश्चित ही युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा है। विनायक ठाकुर ने साबित कर दिया है कि समर्पण, मेहनत, और अनुशासन से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। उनकी सफलता उनकी कड़ी मेहनत का परिणाम है और यह भी दर्शाती है कि भारतीय युवा विश्व स्तर पर अपने कौशल के लिए पहचान बना सकते हैं। आगे आने वाले समय में विनायक जैसे युवा देश के भविष्य को सजाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।