युवाओं को कौशल प्रशिक्षण से रोजगार और अर्थव्यवस्था को गति देने में जुटी योगी सरकार

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूरदर्शी नेतृत्व में राज्य कौशल विकास मिशन ने प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वार खोल दिए हैं। प्रदेश में उभरते क्षेत्रों जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स मीडिया, मनोरंजन, और नागरिक उड्डयन में रोजगार की अपार संभावनाओं को देखते हुए सरकार ने इन सेक्टर्स में विशेष कौशल प्रशिक्षण योजनाओं की शुरुआत की है। इसके साथ ही, जेवर एयरपोर्ट और फिल्मसिटी जैसे मेगा प्रोजेक्ट्स में रोजगार के अवसरों को सुनिश्चित करने के लिए संबंधित सेक्टर स्किल काउंसिल्स के माध्यम से युवाओं के प्रशिक्षण की कार्यवाही पूरी भी कर ली गई है। सीएम योगी की यह दूरदर्शी कदम युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और राज्य की आर्थिक प्रगति को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।उभरते सेक्टर्स में युवाओं को मिल रहा विशेष प्रशिक्षणमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन ने युवाओं के लिए एक नई क्रांति की शुरुआत की है। उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के तहत इलेक्ट्रॉनिक्स, मीडिया और मनोरंजन जैसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में युवाओं के लिए लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। इन क्षेत्रों में मांग के अनुरूप प्रशिक्षण प्रदान कर सरकार युवाओं को ‘रेडी टू वर्क’ बनाने की दिशा में काम कर रही है। इसके अलावा, नागरिक उड्डयन क्षेत्र में भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जो प्रदेश में एयरपोर्ट के विकास के साथ रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा। इसे भी पढ़ें: विभिन्न आय वर्गों के लोगों को मिलेगा भूखंड प्राप्त करने का अवसरजेवर एयरपोर्ट और फिल्मसिटी बनेगा रोजगार का नया केंद्रमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरदर्शिता से जेवर एयरपोर्ट और फिल्मसिटी प्रोजेक्ट्स राज्य के विकास का आधार बन रहे हैं। इन परियोजनाओं के लिए सेक्टर स्किल काउंसिल्स ने संभावित रोजगार क्षेत्रों की पहचान कर ली है, और अब प्रशिक्षित युवा इनके क्रियान्वयन के लिए तैयार किए जा रहे हैं। जेवर एयरपोर्ट से एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है, जबकि फिल्मसिटी नोएडा में मनोरंजन उद्योग को बढ़ावा देगी, जिससे मीडिया और प्रोडक्शन से जुड़े युवाओं को फायदा होगा। जेवर एयरपोर्ट और फिल्मसिटी से जुड़े प्रशिक्षण से युवा तकनीकी और रचनात्मक क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाएंगे। यह कदम राज्य की जीडीपी में उल्लेखनीय वृद्धि करेगा और ग्रामीण क्षेत्रों से शहरी क्षेत्रों में पलायन को कम करेगा। युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मिल रहा रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षणउत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन  के तहत 14 से 35 वर्ष की आयु के युवाओं को मुफ्त और रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। योगी सरकार का लक्ष्य हर युवा को उसके कौशल के आधार पर रोजगार देना है। मिशन के तहत 2800 से अधिक प्रशिक्षण केंद्रों में हर साल तीन लाख युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जो राज्य की विकास यात्रा को गति देगा। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, मिशन द्वारा वित्तीय वर्ष 2017-18 से मार्च 2025 तक बीते आठ वर्षों में कुल 14,13,716 युवाओं को प्रतिशित किया गया है। साथ ही मिशन द्लारा 5,66,483 युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जा चुका है। यही नहीं उत्तर प्रदे कौशल विकास मिशन द्वारा बीते आठ वर्षों में उत्पादन और सेवा क्षेत्र से जुड़े 24 प्रमुख औद्योगिक प्रतिष्ठानों को फ्लैक्सी प्रशिक्षण प्रदाताओं को अनुबंधित किया गया है। इसके अलावा 8 प्लेसमेंट एजेंसीज को भी अनुबंधित किया गया है।

युवाओं को कौशल प्रशिक्षण से रोजगार और अर्थव्यवस्था को गति देने में जुटी योगी सरकार
युवाओं को कौशल प्रशिक्षण से रोजगार और अर्थव्यवस्था को गति देने में जुटी योगी सरकार

युवाओं को कौशल प्रशिक्षण से रोजगार और अर्थव्यवस्था को गति देने में जुटी योगी सरकार

परिचय

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राज्य के युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने और अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों का उद्घाटन किया है। यह पहल न केवल युवा रोजगार के लिए नए द्वार खोलेगी, बल्कि प्रदेश की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करने में सहायक सिद्ध होगी।

युवाओं को कौशल प्रशिक्षण का महत्व

कौशल विकास एक ऐसा कदम है जो युवाओं को सिर्फ रोजगार ही नहीं, बल्कि उनके आत्म-सम्मान और आत्म-निर्भरता में भी सहायक है। इससे युवा नई-नई तकनीकों और विधियों को सीखेंगे, जिससे वे कार्य स्थलों पर अधिक प्रतिस्पर्धी बन सकेंगे। इस योजना के तहत विभिन्न क्षेत्रों में जैसे कि सूचना प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य, उधमिता, वाणिज्य, आदि में कौशल प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं।

योगी सरकार की कोशिशें

योगी सरकार ने प्रदेश में प्रशिक्षित युवाओं की संख्या बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं बनाई हैं। मुख्यमंत्री ने इसे 'कौशल क्रांति' के तौर पर पेश किया है, जिसके तहत लगभग 50,000 युवाओं को जल्दी ही प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा गया है। सरकार की योजनाओं में सहयोग करते हुए कई निजी संस्थाएं भी इस क्षेत्र में काम कर रही हैं।

पहल के लाभ

इस पहल के कई लाभ हैं:

  • युवाओं को उच्च गुणवत्ता का कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
  • नए रोजगार के अवसरों का सृजन।
  • स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करना।
  • महिलाओं को भी समान रूप से रोजगार में शामिल करना।

सरकार की नीतियाँ और कार्यक्रम

सरकार ने इस दिशा में कई कार्यक्रमों की योजना बनाई है। इसके तहत, प्रशिक्षक, कार्यशालाएं, और ऑनलाइन पाठ्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ताकि युवा अपनी सुविधा के अनुसार प्रशिक्षण ले सकें। इसके अलावा, सरकार ने अनुसूचित जातियों और जनजातियों के लिए विशेष योजनाएं बनाई हैं ताकि वे भी इस अवसर का लाभ उठा सकें।

उदाहरण और सफलता की कहानियाँ

कई युवा जिन्होंने इस कार्यक्रम का लाभ उठाया है, वे आज विभिन्न उद्योगों में सफलतापूर्वक कार्य कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, मयूर गुप्ता, जो एक आईटी विशेषज्ञ हैं, ने कौशल प्रशिक्षण के बाद एक प्रतिष्ठित कंपनी में नौकरी पाई है। उनकी सफलता की यह कहानी कई युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई है।

निष्कर्ष

युवाओं के लिए कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से रोजगार सृजन करने की योगी सरकार की यह पहल न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारने में सहायक है बल्कि प्रदेश के सम्पूर्ण विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। सरकार की ये योजनाएँ निश्चित रूप से युवाओं को उनकी क्षमताओं का सही प्रयोग करने का अवसर प्रदान करती हैं।

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