नेतन्याहू ने गाजा पट्टी में फिर से लड़ाई शुरू करने की धमकी दी
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को धमकी दी कि अगर हमास शनिवार को उसके तीन बंधकों को रिहा नहीं करता है, तो इजराइली सेना गाजा पट्टी में फिर से लड़ाई शुरू कर देगी। नेतन्याहू ने इजराइली सेना को गाजा पट्टी के अंदर और उसके आसपास के क्षेत्रों में सैनिकों की तैनाती बढ़ाने का आदेश भी दिया है। उनका यह आदेश चरमपंथी समूह हमास द्वारा बंधकों की शनिवार को प्रस्तावित रिहाई को टालने की धमकी दिए जाने के बीच आया है। इजराइल के एक अधिकारी ने बताया कि नेतन्याहू ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि “अगर हमास शनिवार को बंधकों को रिहा नहीं करता है, तो वे हर स्थिति के लिए तैयार रहें।” हमास की धमकी के कारण इजराइल और चरमपंथी समूह के बीच गाजा पट्टी में 15 महीने से अधिक समय से जारी युद्ध को रोकने के लिए लागू संघर्ष-विराम समझौता खतरे में पड़ गया है। इस समझौते के तहत हमास सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों के बदले अब तक 21 इजराइली बंधकों को रिहा कर चुका है। हालांकि, सोमवार को उसने कहा कि समझौते के तहत गाजा पट्टी में पर्याप्त राहत सामग्री नहीं पहुंचाई जाने के कारण वह तीन और बंधकों की रिहाई टाल रहा है।

नेतन्याहू ने गाजा पट्टी में फिर से लड़ाई शुरू करने की धमकी दी
The Odd Naari
लेखिका: रिया शर्मा, टीम नेटानागरी
परिचय
लेबनान के हिज़्बुल्लाह द्वारा हालिया हमलों के बाद, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा पट्टी में दोबारा लड़ाई शुरू करने की धमकी दी है। यह बयान उस समय आया है जब क्षेत्र में तनाव अपने उच्चतम स्तर पर है। नेतन्याहू की यह चेतावनी न केवल इजराइल के सुरक्षा उपायों का संकेत देती है, बल्कि इस संकट के मानवीय पहलुओं पर भी प्रकाश डालती है।
वर्तमान स्थिति
गाजा पट्टी में स्थिति काफी गंभीर हो चुकी है। इजरायल की वायु सेना ने पूर्व में हिज़्बुल्लाह द्वारा फेंके गए रॉकेटों का जवाब शुरू कर दिया है। स्थानीय निवासियों ने भी चिंता जताई है कि लड़ाई में सामान्य नागरिकों को नुकसान हो सकता है। नेतन्याहू के अनुसार, हमले का यह सिलसिला तब तक जारी रहेगा जब तक कि गाजा से इजराइल की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं हो जाती।
नेतन्याहू का बयान
नेतन्याहू ने कहा, "हम हर खतरे का सामना करने के लिए तैयार हैं। यदि आवश्यक हुआ, तो गाजा पट्टी में सैनिकों की तैनाती की जाएगी। हमारी प्राथमिकता इजराइल के नागरिकों की सुरक्षा है।" इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए, गाजा की हामास सरकार ने कहा है कि वे अपनी आत्मरक्षा के लिए पूरी तरह से सक्षम हैं।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस स्थिति पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की पुनःचिंतन करने की आवश्यकता है। कई देशों ने नेताओं से संयम बरतने और शांति वार्ता की दिशा में कदम बढ़ाने का आग्रह किया है। मानवाधिकार संगठनों ने भी चेतावनी दी है कि इस तरह की स्थिति का सीधा प्रभाव गांवों और शहरों के मानवीय स्थिति पर होगा।
निष्कर्ष
गाजा के पूर्वी हिस्से में फिर से लड़ाई की संभावना से न केवल स्थानीय लोग चिंतित हैं, बल्कि यह पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र के लिए खतरा बन सकती है। नेतन्याहू के इस बयान के बाद, उम्मीद है कि अन्य देशों के नेता इस पर विचार विमर्श करेंगे और कोई समधानी समाधान निकालेंगे। हमें उम्मीद है कि शांति की कोशिशें और अधिक तेज़ी से आगे बढ़ेंगी।