तस्मान सागर में चीनी नौसेना का अभ्यास, ऑस्ट्रेलिया का विमानन कंपनियों को सावधान रहने का संदेश
मेलबर्न । ऑस्ट्रेलिया ने उसके देश के हवाई अड्डों और न्यूजीलैंड के बीच उड़ान संचालित करने वाली अंतरराष्ट्रीय विमानन कंपनियों को चेतावनी दी है कि चीनी युद्धपोत तस्मान सागर में युद्धाभ्यास कर रहे हैं जिसके मद्देनजर वे सावधान रहें। तस्मान सागर दक्षिण प्रशांत महासागर का एक सीमांत सागर है, जो ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच स्थित है। वोंग ने ‘ऑस्ट्रेलियाई ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन’ की उस खबर की पुष्टि की कि नियामक ‘एयरसर्विसेज ऑस्ट्रेलिया’ ने वाणिज्यिक पायलेट्स को दोनों देशों के बीच हवाई क्षेत्र में संभावित खतरे के बारे में चेतावनी दी है।क्योंकि चीन के तीन युद्धपोत ऑस्ट्रेलियाई पूर्वी तट पर अभ्यास कर रहे हैं। एबीसी की खबर के अनुसार, कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का मार्ग परिवर्तित कर दिया गया है। वोंग ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया चीन के साथ उसके नौसैनिक अभ्यासों, ‘‘ विशेष रूप से गोलीबारी के अभ्यासों’’ के बारे में अधिसूचना और पारदर्शिता पर चर्चा कर रहा है। ऑस्ट्रेलियाई सैन्य जहाज और विमान कई दिनों से चीनी युद्धपोतों पर नजर रख रहे हैं क्योंकि ये युद्धपोत ऑस्ट्रेलियाई पूर्वी तट से अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र से गुजर रहे हैं।‘आस्ट्रेलिया एवं अंतरराष्ट्रीय पायलट संगठन’ के उपाध्यक्ष कैप्टन स्टीव कॉर्नेल ने इस बात की आलोचना की कि चीन ने यहां अभ्यास करने का निर्णय किया। कॉर्नेल ने एक बयान में कहा, ‘‘ दुनिया के इस हिस्से में चीनी युद्धपोतों का होना सामान्य बात नहीं है। पायलटों को अक्सर ही बाधाओं का सामना करना पड़ता है, चाहे वह इस तरह के सैन्य अभ्यासों से हो या रॉकेट प्रक्षेपण, अंतरिक्ष मलबे या ज्वालामुखी विस्फोट जैसी अन्य घटनाओं से हो।’’ अधिकारियों का कहना है कि चीनी नौसेना के कार्य समूह शायद ही कभी इस ओर आते हैं। यहां अभ्यास कर रहे पोत हैं- फ्रिगेट हेंगयांग, क्रूजर जूनी और वेईशानहू।

तस्मान सागर में चीनी नौसेना का अभ्यास, ऑस्ट्रेलिया का विमानन कंपनियों को सावधान रहने का संदेश
The Odd Naari
लेखिका: अंजलि शर्मा, टीम नेटानागरी
परिचय
तस्मान सागर में हाल ही में चीनी नौसेना द्वारा किए गए अभ्यास ने ऑस्ट्रेलिया और उसके आसपास के क्षेत्र की सुरक्षा की चिंता बढ़ा दी है। इस अभ्यास के बाद ऑस्ट्रेलियाई विमानन कंपनियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है। यह घटना न केवल सैन्य रणनीतियों में बदलाव का संकेत है, बल्कि क्षेत्रीय सामरिक संतुलन को भी प्रभावित कर सकती है।
चीनी नौसेना का अभ्यास
चीनी नौसेना ने तस्मान सागर में अपने पनडुब्बियों और युद्धपोतों के साथ एक बड़ा अभ्यास किया। इस अभ्यास का उद्देश्य अपने सैन्य क्षमताओं का प्रदर्शन करना और इस क्षेत्र में अपनी उपस्थिति को मजबूती प्रदान करना था। सूत्रों के अनुसार, यह अभ्यास एक सप्ताह तक चला और इसमें कई आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया गया। सैनिकों की संख्या, युद्ध संबंधी उपकरण और सामरिक योजनाएँ इस अभ्यास का हिस्सा थीं।
ऑस्ट्रेलिया का प्रतिक्रिया
ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने इस अभ्यास पर गंभीर चिंता जताई है। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि यह अभ्यास क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा है और उन्होंने नेशनल एयरलाइन और अन्य विमानन कंपनियों को सावधान रहने की सलाह दी है। इसके अलावा, ऑस्ट्रेलिया ने अपनी सैन्य गतिविधियों को बढ़ाने की योजना भी बनाई है।
चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच बढ़ती तनाव
आस्ट्रेलिया और चीन के बीच का तनाव पिछले कुछ वर्षों में बढ़ा है। व्यापारिक मुद्दों, मानवाधिकारों और सुरक्षा चिंताओं के कारण दोनों देशों के रिश्ते करोड़ों डॉलर के व्यापार को भी प्रभावित कर रहे हैं। ऐसे में, तस्मान सागर में चीन की बढ़ती गतिविधियाँ, ऑस्ट्रेलिया के लिए एक नई चुनौती बनकर उभरी हैं।
क्या करें विमानन कंपनियाँ?
ऑस्ट्रेलिया में विमानन कंपनियों को इस स्थिति को गंभीरता से लेना चाहिए। उन्हें अपनी उड़ानों की सुरक्षा और ट्रैफिक की निगरानी बढ़ाने की आवश्यकता है, विशेष रूप से तट के निकट। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानकों का पालन करना अनिवार्य होगा ताकि किसी प्रकार की स्थिति से निपटा जा सके।
निष्कर्ष
तस्मान सागर में चीनी नौसेना का अभ्यास एक महत्वपूर्ण घटना है, जो न केवल क्षेत्रीय सुरक्षा बल्कि वैश्विक संतुलन पर भी असर डाल सकती है। ऑस्ट्रेलिया की विमानन कंपनियों को इस घटना को ध्यान में रखते हुए अपनी सुरक्षा नीतियों को पुन: परिभाषित करने की आवश्यकता है। भविष्य में क्षेत्रीय स्थिरता के लिए सभी पहलुओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
इस लेख के जरिए हमने तस्मान सागर में चीनी नौसेना के अभ्यास और ऑस्ट्रेलिया की प्रतिक्रिया को समझने की कोशिश की है। ऐसे समय में जब वैश्विक राजनीतिक स्थिति तेजी से बदल रही है, हर देश को अपने राष्ट्रीय सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की आवश्यकता है।
कम शब्दों में कहें तो, तस्मान सागर में चिंता का विषय है।