Balochistan Train Hijack छोड़िए! पाकिस्तान पर अब Taliban ने कर दिया हमला
पाकिस्तान के दिन इन दिनों गर्दिशों वाले चल रहे हैं। तभी तो एक बाद एक नई मुसीबतें उसके सामने आकर खड़ी हो रही हैं। जाफर एक्सप्रेस ट्रेन हाईजैक की दहशत से अभी पाकिस्तान उबरा भी नहीं कि उसे एक और बड़ा झटका लगा है। ट्रेन हाईजैक के बाद अब पाकिस्तान पर टीटीपी के दहशतगर्दों ने जंडोला में फ्रंटियर कोर किले पर हमला कर दिया है। पाकिस्तान तालिबान के इस हमले से फ्रंटियर कोर किले में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि किले के गेट पर हमलावर ने खुद को उड़ा लिया। इसके साथ ही टीटीपी के लड़ाकों की तरफ से भारी गोलीबारी किए जाने की भी खबर है। वहीं पाकिस्तानी सेना ने गुरुवार को दावा किया कि उसने खैबर पख्तूनख्वा के दक्षिणी वजीरिस्तान जिले में फ्रंटियर कोर शिविर के निकट आत्मघाती बम हमले में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) से संबद्ध होने के संदेह में 10 आतंकवादियों को मार गिराया है। यह जानकारी जियो न्यूज ने दी।इसे भी पढ़ें: Pakistan Train Hijack: बंधक संकट के बीच बलूचिस्तान पहुंचे पीएम शहबाज शरीफ, ट्रेन हाईजैक पीड़ितों से जाना हालपाकिस्तानी सुरक्षा बलों के अनुसार, आतंकवादियों ने जंडोला चेकपोस्ट पर हमला करने की कोशिश की थी, जिसमें एक आत्मघाती हमलावर ने फ्रंटियर कोर शिविर के पास एक वाहन में खुद को उड़ा लिया। पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि देश आतंकवाद को खत्म करने के लिए सुरक्षा बलों के साथ खड़ा है। यह आत्मघाती हमला बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) के आतंकवादियों द्वारा मंगलवार को गुडालार और पीरू कुनरी के पहाड़ी इलाकों के पास 440 यात्रियों को ले जा रही जाफर एक्सप्रेस पर किए गए हमले के कुछ दिनों बाद हुआ है। आतंकवादियों ने 21 यात्रियों और चार अर्धसैनिक बलों के जवानों की हत्या कर दी थी, जिसके बाद बुधवार को सेना ने सभी 33 आतंकवादियों को मार गिराया। इसे भी पढ़ें: अब हमारी बारी है... BLA की CPEC को लेकर गारंटी, सुनकर पाकिस्तान ही नहीं जिनपिंग के उड़ जाएंगे होश2024 में पाकिस्तान में 1,081 आतंकी हमले हुएग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में आतंकवाद से संबंधित मौतों में 45% की खतरनाक वृद्धि देखी गई, जो 2023 में 748 से बढ़कर 2024 में 1,081 हो गई। यह वैश्विक स्तर पर सबसे तेज उछाल में से एक है, जिसने इसे पहले के चौथे स्थान से दूसरे स्थान पर धकेल दिया।

Balochistan Train Hijack छोड़िए! पाकिस्तान पर अब Taliban ने कर दिया हमला
The Odd Naari द्वारा | टीम नेटानगरी
हाल ही में, पाकिस्तान का बालेचिस्तान क्षेत्र एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है, जहां तालिबान ने एक धांसू हमला किया है। इस हमले ने न केवल देश की सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती दी है, बल्कि इसके पीछे की राजनीति भी प्रशंसा का विषय बन गई है।
तालिबान का बढ़ता प्रभाव
तालिबान ने अफगानिस्तान में अपनी सत्ता स्थापित करने के बाद से पाकिस्तान के भीतर अपने प्रभाव को बढ़ाने की कोशिश की है। बालेचिस्तान, जो भारत के साथ सीमाएँ साझा करता है, एक महत्वपूर्ण भौगोलिक क्षेत्र है। यहां की घटनाओं को न केवल पाकिस्तान, बल्कि वैश्विक दृष्टि से भी देखा जा रहा है। तालिबान की इस स्थिति ने न केवल स्थानीय समुदाय में डर पैदा किया है, बल्कि पहले से ही संवेदनशील स्थितियों को भी और बढ़ा दिया है।
हमले के मुख्य बिंदु
पाकिस्तान की सुरक्षा बलों ने बताया कि तालिबान के लड़ाकों ने बालेचिस्तान में कई महत्वपूर्ण स्थलों पर हमले किए हैं। यह हमले सेना और पुलिस बलों को निशाना बनाते हैं, जिससे उनकी स्थिति और भी कमजोर होती जा रही है। इस हमले के दौरान कई सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं, जबकि कुछ को पकड़ लिया गया है। इस घटना ने प्रशासन को फिर से अपनी सुरक्षा नीतियों पर विचार करने पर मजबूर कर दिया है।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान सरकार इस स्थिति के प्रति गंभीरता से चिंतित है और उन्होंने सुरक्षाबलों को उच्च स्तर की सतर्कता बरतने का आदेश दिया है। साथ ही, तालिबान से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग की भी बात कही गई है। इस हमले से यह भी स्पष्ट हुआ है कि तालिबान की गतिविधियाँ केवल अफगानिस्तान तक सीमित नहीं रह गई हैं, बल्कि वे पाकिस्तान में भी अपनी पैठ बना रहे हैं।
क्या ये स्थिति पाकिस्तान के लिए खतरा है?
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह स्थिति और बिगड़ती है, तो पाकिस्तान को आतंकवादी गतिविधियों का सामना करने में कठिनाई हो सकती है। इससे न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर पड़ेगा, बल्कि स्थानीय निवासियों के लिए भी यह खतरनाक साबित हो सकता है। इस वक्त का सही उपयोग पाकिस्तान के लिए फ़ायदेमंद हो सकता है, यदि वह उचित कदम उठाता है।
निष्कर्ष
तालिबान का पाकिस्तान पर हमला एक गंभीर चिंता का विषय है। बालेचिस्तान में सुरक्षा स्थिति की बिगड़ती हुई तस्वीर ने न केवल स्थानीय समुदाय को प्रभावित किया है, बल्कि पूरे क्षेत्र में अशांति का संकट भी बढ़ा दिया है। अब यह देखने वाली बात होगी कि पाकिस्तान सरकार इस समस्या का समाधान कैसे निकालती है और क्षेत्र में सुरक्षा कैसे बहाल करती है।
अंततः, इस स्थिति से हमें यह सीख मिलती है कि सुरक्षा, संवाद और सहयोग की आवश्यकता है। वर्तमान परिदृश्य में, यह जरूरी है कि सभी पक्ष सुरक्षित और स्थिर रहने के लिए एकजुट हों। इस परिस्थिति पर ध्यान देना केवल एक राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि मानवता के लिए भी आवश्यक है।
फिर से कहा जा सकता है कि ‘समय रहते सच्ची मुद्दों पर बात करना आवश्यक है’ और सभी को इस दिशा में सक्रिय रहना चाहिए। अधिक अद्यतन देने के लिए, visit theoddnaari.com पर जाएं।