उप्र: मेरठ में डॉ. आंबेडकर पर आपत्तिजनक वीडियो बनाने के आरोप में दो लोग गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में डॉ. बीआर आंबेडकर से संबंधित विवादास्पद सामग्री को व्हाट्सएप ‘स्टेटस’ पर पोस्ट करने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान दीपक चौहान और हिमांशु के रूप में हुई है तथा इनके खिलाफ 21 जून को हस्तिनापुर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी। पुलिस के मुताबिक, दीपक और हिमांशु हस्तिनापुर के क्रमश: तारापुर गांव व बस्तौरा नांगर गांव के मूल निवासी हैं। पुलिस ने बताया कि शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि जब उसने सामग्री पर आपत्ति जताई, तो दोनों ने उस से जातिवादी गालियां और जान से मारने की धमकी दी। एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।

उप्र: मेरठ में डॉ. आंबेडकर पर आपत्तिजनक वीडियो बनाने के आरोप में दो लोग गिरफ्तार
उप्र: मेरठ में डॉ. आंबेडकर पर आपत्तिजनक वीडियो बनाने के आरोप में दो लोग गिरफ्तार

उप्र: मेरठ में डॉ. आंबेडकर पर आपत्तिजनक वीडियो बनाने के आरोप में दो लोग गिरफ्तार

Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - theoddnaari

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में डॉ. बीआर आंबेडकर से संबंधित विवादास्पद सामग्री को व्हाट्सएप ‘स्टेटस’ पर पोस्ट करने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। इस घटना ने लोगों के बीच गहरी चिंता और असहमति को जन्म दिया है, जो भारत के सामाजिक ताने-बाने और समानता की विचारधारा को प्रभावित करता है।

अपराध की जानकारी

पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान दीपक चौहान और हिमांशु के रूप में हुई है। इन दोनों के खिलाफ 21 जून को हस्तिनापुर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी। खास बात यह है कि दीपक और हिमांशु, हस्तिनापुर के क्रमश: तारापुर गांव व बस्तौरा नांगर गांव के मूल निवासी हैं, जिससे स्थिति और अधिक संवेदनशील हो जाती है।

शिकायत की प्रकृति

जांच के दौरान पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि जब उसने सामग्री पर आपत्ति जताई, तो दीपक और हिमांशु ने उसे जातिवादी गालियां दीं और जान से मारने की धमकी भी दी। यह आरोप इन दोनों के द्वारा की गई सामाजिक असहमति और भावनाओं का स्पष्ट संकेत है, जो संविधान द्वारा सुरक्षित अधिकारों का उल्लंघन है। एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और इससे जुड़े सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जा रहा है।

समाज पर प्रभाव

इस घटना के बाद से समाज में चिंता बढ़ गई है, खासकर अनुसूचित जातियों के बीच। डॉ. आंबेडकर, जो भारत के संविधान के मुख्य शिल्पकार थे, के प्रति इस तरह की कट्टरता कई सवाल उठाती है। विभिन्न संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और सरकारी अधिकारियों से कार्रवाई की मांग की है। समाज के विभिन्न तबकों से यह उम्मीद की जा रही है कि कठोर कदम उठाए जाएंगे ताकि इस तरह के भावनात्मक हमलों को रोका जा सके।

अंतिम विचार

इस मामले की तात्कालिकता को देखते हुए, यह आवश्यक है कि हम सामाजिक संवेदनशीलता और समानता के लिए एकजुट हों। डॉ. आंबेडकर के विचार और उनके द्वारा किए गए संघर्ष को ध्यान में रखते हुए, यह हमारा कर्तव्य बनता है कि हम किसी भी प्रकार की जातिवाद या भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाएं। पुलिस की जांच में निष्पक्षता और त्वरित कार्रवाई से ही समाज में एक सकारात्मक बदलाव आ सकता है।

हम आपको इस मामले की आगे की जानकारी से अपडेट करते रहेंगे। अधिक अपडेट के लिए, कृपया यहां क्लिक करें.

Keywords:

Meerut, Dr. Ambedkar, controversial video, arrest, Uttar Pradesh, WhatsApp status, caste-based discrimination, social unity, police investigation