सांसद कल्पना सैनी का उद्योग प्रतिनिधियों को गुणवत्ता अपनाने का आह्वान
The post सांसद ने उद्योग प्रतिनिधियों को दिया गुणवत्ता अपनाने का संदेश appeared first on Avikal Uttarakhand. दंत चिकित्सा उपकरणों के लिए बीआईएस का ‘मानक मंथन’ कार्यक्रम अविकल उत्तराखंड रुड़की। भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस), देहरादून शाखा द्वारा होटल दीप रेज़ीडेंसी, रुड़की में “मानक मंथन एवं उद्योग संवेदनशीलता… The post सांसद ने उद्योग प्रतिनिधियों को दिया गुणवत्ता अपनाने का संदेश appeared first on Avikal Uttarakhand.

सांसद कल्पना सैनी का उद्योग प्रतिनिधियों को गुणवत्ता अपनाने का आह्वान
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रुड़की, उत्तराखंड: भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने दंत चिकित्सा उपकरणों के क्षेत्र में गुणवत्ता के महत्व को उजागर करने के लिए एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम 'मानक मंथन एवं उद्योग संवेदनशीलता' का आयोजन किया। यह विशेष कार्यक्रम होटल दीप रेज़ीडेंसी, रुड़की में आयोजित हुआ, जहां राज्यसभा सांसद कल्पना सैनी ने उद्योग प्रतिनिधियों को गुणवत्ता और सुरक्षा को अपनाने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा, "गुणवत्ता और सुरक्षा सशक्त भारत की नींव हैं," जो इस क्षेत्र के समग्र विकास के लिए अनिवार्य हैं।
कार्यक्रम का उद्देश्य
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य दंत चिकित्सा उपकरणों से संबंधित नवीनतम भारतीय मानकों की जानकारी प्रदान करना था। इन मानकों में IS 19051:2025, IS 18951:2025 और IS 18101:2023 शामिल हैं। सांसद सैनी ने उद्योग से जुड़े उद्यमियों को बीआईएस मानकों को अपनाने और “मेक इन इंडिया” अभियानों का समर्थन करने के लिए प्रोत्साहित किया। उनका मानना है कि देश की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए यह बेहद जरूरी है कि हम गुणवत्ता मानकों को अपने उत्पादन में शामिल करें।
विशेषज्ञों की भागीदारी
इस कार्यक्रम में अन्य गणमान्य व्यक्तियों जैसे राज्य मंत्री (माटी कला बोर्ड) शोभराम प्रजापति और रुड़की स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज़ के अध्यक्ष भरत भूषण ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इन विशेषज्ञों ने MSME क्षेत्र के लिए BIS प्रमाणन के लाभों पर प्रकाश डाला। बीआईएस देहरादून के निदेशक सौरभ तिवारी ने बताया कि मानकों का पालन करने से दंत चिकित्सा उपकरणों की रोगी सुरक्षा, जैव-संगतता, और वैश्विक गुणवत्ता सुनिश्चित होती है।
प्रतिभागियों का सहभागिता
इस कार्यक्रम में 60 से अधिक दंत उपकरण निर्माता, आपूर्तिकर्ता, और शैक्षणिक/सरकारी प्रतिनिधि शामिल हुए। प्रतिभागियों को बीआईएस विशेषज्ञों से सीधा संवाद करने का अवसर मिला, जिससे उन्हें तकनीकी मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। यह संवाद उनके लिए बेहद मददगार साबित हुआ, जिससे उन्होंने मानकीकरण की प्रक्रियाओं और गुणवत्ता नियंत्रण के नियमों को बारीकी से समझा।
निष्कर्ष
यह कार्यक्रम उद्योग में गुणवत्ता के महत्व को स्पष्ट करता है और यह दिखाता है कि मानकीकरण केवल उत्पादन प्रक्रिया को नहीं, बल्कि समग्र स्वास्थ्य क्षेत्र को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। सांसद कल्पना सैनी का संदेश निश्चित रूप से उद्योग के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनेगा, जिससे हम अपने उत्पादों की गुणवत्ता को और बेहतर बना सकते हैं।
कम शब्दों में कहें तो, गुणवत्ता अपनाने का संदेश सुनने को मिला और यह स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नई दिशा देंगे। अधिक जानकारी के लिए, theoddnaari.com पर जाएं।
सादर,
टीम द ओड नारी
नमिता शर्मा