जन सुराज: प्रशांत किशोर ने निभाई राजनीतिक विरासत, पूर्व मुख्यमंत्री की पोती और पूर्व केंद्रीय मंत्री की बेटी को दिया टिकट
Jan Suraaj: बिहार विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर ने पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह की बेटी लता सिंह को नालंदा की अस्थावां से उम्मीदवार बनाया है. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की पोती जागृति ठाकुर को समस्तीपुर के मोरवा से उम्मीदवार बनाया है. The post Jan Suraaj: पूर्व मुख्यमंत्री की पोती से लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री की बेटी तक को पीके ने दिया टिकट, जानें कहां से बनाया उम्मीदवार appeared first on Prabhat Khabar.

जन सुराज: प्रशांत किशोर ने निभाई राजनीतिक विरासत, पूर्व मुख्यमंत्री की पोती और पूर्व केंद्रीय मंत्री की बेटी को दिया टिकट
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कम शब्दों में कहें तो, प्रशांत किशोर की जन सुराज ने बिहार विधानसभा चुनाव में अपने दो प्रमुख उम्मीदवारों की घोषणा की है। पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की पोती जागृति ठाकुर और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह की बेटी लता सिंह को महत्वपूर्ण टिकट प्रदान किए गए हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए प्रशांत किशोर की जन सुराज ने अपनी पहली प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। इस सूची में कुल 51 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं, लेकिन विशेष रूप से चर्चा का विषय बने हैं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की पोती जागृति ठाकुर और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह की बेटी लता सिंह।
कर्पूरी ठाकुर के छोटे बेटे की बेटी हैं जागृति
जागृति ठाकुर, कर्पूरी ठाकुर के छोटे बेटे वीरेंद्र नाथ ठाकुर की बेटी हैं। उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीति में गहरी है, क्यूंकि उनके चाचा रामनाथ ठाकुर जेडीयू के राज्य सभा सांसद हैं और वर्तमान में नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री का कार्यभार निभा रहे हैं। जागृति ठाकुर के políticas इरादों ने उनके राजनीतिक कैरियर में पिछले कुछ समय से चर्चा का विषय बना रखा है।
पेशे से वकील हैं लता सिंह
दूसरी ओर, पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह की बेटी लता सिंह ने अपनी शिक्षा डीपीएस आरके पुरम से प्रारंभ की और फिर दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्रीराम कॉलेज से ग्रेजुएशन पूरा किया। इसके साथ ही, उन्होंने लॉ की पढ़ाई भी दिल्ली यूनिवर्सिटी से की। लता ने अपनी पेशेवर यात्रा की शुरुआत पटना हाईकोर्ट में तत्कालीन एडविकेट जनरल ललित किशोर के साथ काम करके की। इसके बाद, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में अशोक देसाई के साथ भी कार्य किया। यह उनकी कानूनी दक्षता उन्हें एक मजबूत राजनीतिक उम्मीदवार बनाती है।
बिहार विधानसभा चुनाव का विस्तार
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में दो चरणों में आयोजित होंगे। पहले चरण में 121 विधानसभा क्षेत्रों के लिए गजट अधिसूचना 10 अक्टूबर को जारी होगी। नामांकन की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर है, जबकि नाम वापसी की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर रखी गई है। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर 2025 को होगा।
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दूसरे चरण के चुनाव की तैयारियाँ
दूसरे चरण के लिए 122 विधानसभा क्षेत्रों के लिए गजट अधिसूचना 13 अक्टूबर को जारी की जाएगी। नामांकन की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर, जांच 21 अक्टूबर और नाम वापसी की अंतिम तिथि 23 अक्टूबर है। दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा। दोनों चरणों की मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी। इस प्रकार, पूरे चुनावी प्रक्रिया को 16 नवंबर 2025 तक संपन्न कर दिया जाएगा।
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इस महत्वाकांक्षी राजनीतिक कदम के तहत, प्रशांत किशोर अपने उम्मीदवारों के माध्यम से युवा और सशक्त नेतृत्व को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। यह देखना रोचक होगा कि आगामी चुनावों में इन नये चेहरों को मतदाता किस प्रकार प्रतिक्रिया देते हैं।
सारांश में, जन सुराज की शुरुआत नई राजनीतिक लहर का संकेत देती है, और यह स्पष्ट है कि प्रशांत किशोर की रणनीतियाँ बिहार की राजनीतिक दिशा को प्रभावित कर सकती हैं।
टीम द ऑड नारी द्वारा
मेघना शर्मा