Salman Rushdie ने अपने ऊपर हुए चाकू हमले को लेकर अदालत में बयान दर्ज कराया

मेनविले (अमेरिका) । लेखक सलमान रुश्दी ने साल 2022 में उन पर चाकू से किए गए हमले का विवरण मंगलवार को पश्चिमी न्यूयॉर्क की एक अदालत में दिया। इस हमले की वजह से 77 वर्षीय लेखक की एक आंख की रोशनी चली गई और उन्हें उबरने में कई महीने लगे। हादी मतर (27) पर हत्या की कोशिश और हमले का आरोप है। उसने रुश्दी पर तब हमला किया था, जब वह अगस्त 2022 में भाषण देने की तैयारी कर रहे थे। हादी ने रुश्दी पर चाकू से कई वार किए थे। हालांकि, उसने खुद को निर्दोष बताया है।रुश्दी ने जूरी सदस्यों से कहा, “मैंने उसे तब देखा, जब वह बहुत करीब आ गया। मुझे पता था कि कोई व्यक्ति काले कपड़े और चेहरे पर काला मास्क पहने हुए है। मेरी नजरें उसकी आंखों पर टिक गईं, जो बहुत क्रूर लग रही थीं।” रुश्दी ने कहा कि पहले तो उन्हें लगा कि चाकू से हमला करने वाला हमलावर उन्हें मुक्का मार रहा है। लेखक ने कहा, “लेकिन मैंने देखा कि मेरे कपड़ों पर बहुत सारा खून बह रहा था। वह मुझे बार-बार मार रहा था।” रुश्दी ने कहा कि जब वह भागने का प्रयास कर रहे थे, तो उनकी छाती और धड़ पर कई बार वार किया गया।उन्होंने कहा, “मैं बहुत बुरी तरह से घायल हो गया था। मैं खड़ा नहीं हो पा रहा था। मैं गिर गया।” लेखक ने कहा, “मुझे लगा कि मैं मर रहा हूं। मेरे दिमाग में बस यही ख्याल दौड़ रहा था।” अदालत कक्ष में बैठी रुश्दी की पत्नी रेचेल एलिजा ग्रिफिथ्स यह सुनकर रो पड़ीं। हमले में मंच पर रुश्दी के साथ मौजूद एक वक्ता भी घायल हो गए थे। पश्चिमी न्यूयॉर्क मामले में जूरी सदस्यों ने सोमवार को उस कला संस्थान के कर्मचारियों के बयान दर्ज किए, जहां रुश्ती पर चाकू से हमला हुआ था। हमले के बाद दर्शकों द्वारा पकड़े जाने के बाद से ही हादी हिरासत में है। यह मुकदमा दो सप्ताह तक चलने का अनुमान है। जूरी सदस्यों को हमले के दिन के वीडियो और तस्वीरें दिखाई जाएंगी।हालांकि, जिला अटॉर्नी जेसन श्मिट के अनुसार, उनके दिवंगत ईरानी नेता अयातुल्ला रूहोल्लाह खुमैनी द्वारा रुश्दी की हत्या के लिए जारी किए गए फतवे के बारे में सुनवाई करने की संभावना नहीं है। “मिडनाइट्स चिल्ड्रन” और “विक्ट्री सिटी” के लेखक रुश्दी ने 1989 में “द सैटेनिक वर्सेज” उपन्यास लिखा था, जिसके बाद खुमैनी ने फतवा जारी किया, जिसके चलते उन्हें कई वर्षों तक छिपकर जीवन बिताना पड़ा था।“द सैटेनिक वर्सेज” को कुछ मुसलमान ईशनिंदात्मक मानते हैं। सोमवार को अपनी शुरुआती गवाही के दौरान श्मिट ने कहा, “यह गलत पहचान का मामला नहीं है। हादी ही वह व्यक्ति है, जिसने बिना किसी उकसावे के रुश्दी पर हमला किया।” हालांकि, हादी का प्रतिनिधित्व करने वाले एक सरकारी वकील ने जूरी सदस्यों से कहा कि यह मामला उतना सीधा नहीं है, जितना अभियोजकों ने इसे बताया है। एक अलग अभियोग में संघीय अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि 2006 में एक आतंकवादी संगठन द्वारा फतवे का समर्थन किए जाने के कारण हादी यह हमला करने के लिए प्रेरित हुआ। आतंकवाद के आरोपों पर बाद में बफेलो स्थित अमेरिकी जिला न्यायालय में सुनवाई निर्धारित की जाएगी।

Salman Rushdie ने अपने ऊपर हुए चाकू हमले को लेकर अदालत में बयान दर्ज कराया
Salman Rushdie ने अपने ऊपर हुए चाकू हमले को लेकर अदालत में बयान दर्ज कराया

Salman Rushdie ने अपने ऊपर हुए चाकू हमले को लेकर अदालत में बयान दर्ज कराया

The Odd Naari

लेखक: निधि वर्मा, टीम नेटानागरी

परिचय

हाल ही में विख्यात लेखक सलमान रुश्दी ने उस हमले के संबंध में अदालत में अपना बयान दर्ज कराया, जिसमें उन पर पिछले वर्ष चाकू से हमला हुआ था। यह मामला न केवल साहित्यिक जगत में, बल्कि सामान्य जनमानस में भी चर्चा का विषय बना हुआ है। रुश्दी का यह बयान कानूनी प्रक्रिया का महत्वपूर्ण हिस्सा है और इससे उनकी सुरक्षा तथा स्वतंत्रता के अधिकारों पर प्रकाश डाला गया है।

हमले का क्रम

सलमान रुश्दी पर हमला अगस्त 2022 में न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम के दौरान हुआ था। इस घटना के बाद से पूरे विश्व में सुरक्षा एवं धार्मिक स्वतंत्रता पर बहस तेज हो गई थी। रुश्दी ने हमले के समय विस्तृत जानकारी देकर अदालत को स्थिति स्पष्ट करने का प्रयास किया। उन्होंने हमलावर की मानसिकता और हमले के कारणों पर भी अपने विचार साझा किए। इस मामले ने बहुदा धार्मिक कट्टरपंथ और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बीच का तनाव उजागर किया है।

अदालत के समक्ष बयान

रुश्दी ने अदालत में बताया कि हमले के समय उन्हें कैसे चोट आई और उनकी प्रतिक्रिया क्या थी। उनका यह बयान सिर्फ व्यक्तिगत अनुभवों का नहीं है, बल्कि यह उन सभी लेखकों और विचारकों के लिए एक संदेश है जो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं न केवल उन्हें, बल्कि समाज के सभी स्वतंत्र विचारकों को डराती हैं।

सुरक्षा चिंताएँ

सलमान रुश्दी के साथ यह हमला उनके जीवन और उनके लेखन के प्रति एक बड़ा खतरा साबित हुआ। अदालत के समक्ष प्रस्तुत अपने बयान में उन्होंने यह बात भी उल्लेख की कि सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने सरकार से यह अपील की कि लेखकों और विचारकों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। उनके इस बयान ने सुरक्षा से जुड़े गंभीर मुद्दों पर भी ध्यान केंद्रित किया है।

समापन

सलमान रुश्दी का अदालत में दिया गया बयान न केवल एक व्यक्तिगत अनुभव है, बल्कि यह अग्रसरित विचार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष कर रहे सभी लोगों के लिए प्रेरणा है। हमले का यह मामला एक बार फिर से यह स्पष्ट करता है कि साहित्य और विचारों की स्वतंत्रता को बनाए रखना कितना आवश्यक है। उम्मीद है कि रुश्दी का बयान इस विवाद में सकारात्मक बदलाव लाएगा और साहित्यिक दुनिया की सुरक्षा को सुनिश्चित करेगा।

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