नेपाल स्थित भारतीय दूतावास ने पहलगाम हमले के पीड़ितों के लिए शोक सभा आयोजित की
नेपाल स्थित भारतीय दूतावास ने पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए शनिवार को एक शोक सभा का आयोजन किया। इस हमले में एक नेपाली नागरिक सहित 26 पर्यटकों की मौत हो गई थी। भारतीय दूतावास के अधिकारियों के मुताबिक शोक सभा में नेपाल की विदेश मंत्री आरजू राणा देउबा, वित्त मंत्री विष्णु पौडेल, पूर्व विदेश मंत्री और नेपाली कांग्रेस के नेता एन पी सऊद, वरिष्ठ मधेसी नेता महंत ठाकुर सहित अन्य प्रमुख नेता और भारतीय समुदाय के सदस्य शामिल हुए और मृतकों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। विदेश मंत्री देउबा ने हमले की कड़ी निंदा की तथा आतंकवाद से लड़ने और उसे खत्म करने के लिए भारत और नेपाल के बीच साझेदारी का संकल्प लिया। नेपाल के वित्त मंत्री पौडेल ने एकजुटता का संदेश देते हुए पहलगाम में हुई बर्बरतापूर्ण घटना की निंदा की तथा आतंकवाद से लड़ने के लिए नेपाल की अटूट प्रतिबद्धता दोहराई। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकवादियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। कश्मीर के पुलवामा में 2019 में हुए हमले के बाद घाटी में यह सबसे भयावह हमला था।

नेपाल स्थित भारतीय दूतावास ने पहलगाम हमले के पीड़ितों के लिए शोक सभा आयोजित की
The Odd Naari
लेखक: स्नेहा वर्मा, टीम नेतानागरी
परिचय
नेपाल में भारतीय दूतावास ने हाल ही में पहलगाम हमले के शिकार हुए पीड़ितों की याद में एक शोक सभा का आयोजन किया। यह सभा एक भावनात्मक पल था, जिसमें भारतीय नागरिकों और नेपाल के स्थानीय निवासियों ने मिलकर उनके प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं। इस आयोजन का उद्देश्य हमले के पीड़ितों और उनके परिवारों को समर्थन देना था।
शोक सभा की विशेषताएँ
इस शोक सभा में भारतीय दूतावास के वरिष्ठ अधिकारी और नेपाल में विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सभी ने मौन धारण करके उन लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने इस हमले में अपनी जान गंवाई। यह सभा शांति और एकता का संदेश फैलाने का एक विशेष प्रयास था।
हमले की पृष्ठभूमि
पहलगाम में हुए हमले ने देश के सुरक्षा तंत्र को एक बार फिर से चर्चा में ला दिया है। घटनाक्रम के अनुसार, आतंकवादियों ने अचानक हमले की योजना बनाई, जिससे कई निर्दोष लोग प्रभावित हुए। इस हमले का गहरा असर केवल पीड़ितों के परिजनों पर ही नहीं, बल्कि पूरे देश पर पड़ा है।
दूतावास का संदेश
दूतावास ने इस अवसर पर एक बयान जारी किया जिसमें कहा गया कि "हम पीड़ितों के परिवारों के साथ खड़े हैं और उनकी सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।" उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद किसी भी समाज के लिए एक बड़ा खतरा है और इससे मिलकर लड़ने की आवश्यकता है।
स्थानीय समुदाय का सहयोग
इस शोक सभा में स्थानीय समुदाय के सदस्यों ने भी समर्थन व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं केवल हमारे समाज को कमजोर बनाती हैं, हमें एकजुट होकर इनका सामना करना होगा। स्थानीय लोगों ने भी हमले की कड़ी निंदा की और शांति की आवश्यकता पर जोर दिया।
निष्कर्ष
नेपाल स्थित भारतीय दूतावास द्वारा आयोजित शोक सभा ने हमें यह सीखने का अवसर दिया है कि हम आपसी एकता, शांति और सहानुभूति के साथ आगे बढ़ सकते हैं। इस तरह के आयोजन समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का कार्य करते हैं। हमें मिलकर ऐसी घटनाओं के खिलाफ खड़ा होना होगा।