भारतीय एयरलाइनों के लिए एयर स्पेस बंद, पानी रोकने की कोशिश को युद्ध की कार्रवाई मानी जाएगी, NSC बैठक के बाद आया पाकिस्तान का बयान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पहलगाम हमले के बाद भारत के सख्त रुख के बाद की स्थिति की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक की अध्यक्षता की। शीर्ष नागरिक और सैन्य नेतृत्व ने भाग लिया और सभी भारतीय एयरलाइनों के लिए पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र को अवरुद्ध करने और वाघा सीमा को बंद करने सहित कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए। पाकिस्तानी मीडिया ने शहबाज सरकार के हवाले से कहा कि अगर भारत ने पाकिस्तान के हिस्से का पानी रोकने या उसकी दिशा बदलने की कोशिश की, तो इसे युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा। इसे भी पढ़ें: भारत के एक्शन से घबराया पाकिस्तान, कराची में करने जा रहा है सरफेस टू सरफेस मिसाइल टेस्टपाकिस्तानी बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान भारत के साथ सभी द्विपक्षीय समझौतों का पालन करने के अधिकार का प्रयोग करेगा, जिसमें शिमला समझौता भी शामिल है पाकिस्तान के बयान में कहा गया है कि भारत के साथ सभी व्यापार, जिसमें पाकिस्तान के माध्यम से किसी तीसरे देश से आने-जाने का व्यापार भी शामिल है, तत्काल निलंबित कर दिया गया है। पाकिस्तान के बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र सभी भारतीय स्वामित्व वाली या भारतीय संचालित एयरलाइनों के लिए तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया जाएगा। पाकिस्तान ने भारत के साथ व्यापार के लिए वाघा सीमा को बंद करने की घोषणा की, भारतीयों के लिए सार्क वीजा निलंबित कर दिया, भारतीय सैन्य राजनयिकों को अवांछित घोषित कर दिया, इस्लामाबाद में भारतीय राजनयिकों की संख्या घटाकर 30 कर दी। इसे भी पढ़ें: पाकिस्तानी नागरिकों को जारी वीजा रद्द, अटारी-वाघा सीमा मार्ग से लौटने की हुई शुरूआतपाकिस्तान ने अपने बयान में 2 राष्ट्र सिद्धांत और 1940 के पाकिस्तान प्रस्ताव का जिक्र किया है। विज्ञप्ति में यह भी कहा गया है कि भारत की कार्रवाइयां दो-राष्ट्र सिद्धांत को मान्य करती हैं और कायदे-आज़म मुहम्मद अली जिन्ना द्वारा व्यक्त की गई आशंकाओं की पुष्टि करती हैं।

भारतीय एयरलाइनों के लिए एयर स्पेस बंद, पानी रोकने की कोशिश को युद्ध की कार्रवाई मानी जाएगी, NSC बैठक के बाद आया पाकिस्तान का बयान
लेखिका: सुमन कुमारी, टीम नेटानंगारी
भारतीय और पाकिस्तानी संबंधों में मौजूदा तनाव एक नए मोड़ पर पहुंच चुका है। पाकिस्तान ने हाल ही में एक बयान जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि यदि भारत ने जल की आपूर्ति को रोकने की कोशिश की, तो इसे युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा। यह कथन राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की बैठक के बाद सामने आया है, जिसमें पाकिस्तान के वरिष्ठ अधिकारियों ने चिंता व्यक्त की है।
आधिकारिक बयान और स्थिति
पाकिस्तान के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, NSC की बैठक में तय किया गया कि भारतीय एयरलाइनों के लिए एयर स्पेस को बंद करने का निर्णय लिया जाएगा। पाकिस्तान का कहना है कि भारत की इस कार्रवाई से क्षेत्रीय सुरक्षा पर भारी प्रभाव पड़ सकता है और इसका परिणाम गंभीर हो सकता है।
पानी को लेकर तनाव
पाकिस्तान ने जल संकट के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि यदि भारत नदी का पानी रोकता है, तो यह उनके लिए एक बड़ी चिंता का विषय होगा। पाकिस्तान का मानना है कि जल को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल करना एक अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन होगा। उनके लिए यह एक ऐसा मुद्दा है जिसे पूरी गंभीरता से लिया जा रहा है।
क्षेत्रीय सुरक्षा और प्रभाव
जब से यह खबर आई है, भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि दोनों देशों के बीच वार्ता नहीं होती है, तो स्थिति और बिगड़ सकती है। भारतीय सरकार पहले ही अपनी सीमाओं और बुनियादी ढांचे की सुरक्षा को लेकर गंभीरता से कार्रवाई कर रही है।
कूटनीतिक टिप्पणियां
कूटनीतिज्ञों का मानना है कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए संवाद की आवश्यकता है। भारत और पाकिस्तान दोनों को चाहिए कि वे अपनी चिंताओं को संवाद के माध्यम से सुलझाएं। इस मामले में वैश्विक समुदाय की भूमिका भी अत्यंत महत्वपूर्ण होगी।
निष्कर्ष
पाकिस्तान का यह बयान दर्शाता है कि क्षेत्रीय तनाव किस कदर बढ़ रहा है। भारतीय एयरलाइनों के लिए एयर स्पेस बंद और पानी को युद्ध की कार्रवाई मानने जैसी बातें दोनों देशों के रिश्तों में गहराई से नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं। हमें उम्मीद है कि दोनों देशों के नेता स्थिति को समझते हुए कूटनीतिक तरीके से समाधान निकालेंगे।