देहरादून में “वोट चोर गद्दी छोड़” अभियान के तहत कैंडल मार्च: लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प

The post “वोट चोर गद्दी छोड़” अभियान के तहत देहरादून में कैंडल मार्च appeared first on Avikal Uttarakhand. करण माहरा बोले – अब वोट चोरी बर्दाश्त नहीं होगी अविकल उत्तराखण्ड देहरादून। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर शुक्रवार को राजधानी देहरादून में ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ अभियान… The post “वोट चोर गद्दी छोड़” अभियान के तहत देहरादून में कैंडल मार्च appeared first on Avikal Uttarakhand.

देहरादून में “वोट चोर गद्दी छोड़” अभियान के तहत कैंडल मार्च: लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प
“वोट चोर गद्दी छोड़” अभियान के तहत देहरादून में कैंडल मार्च

देहरादून में “वोट चोर गद्दी छोड़” अभियान के तहत कैंडल मार्च: लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प

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कम शब्दों में कहें तो, देहरादून में ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ अभियान के तहत कैंडल मार्च का आयोजन हुआ। यह कार्यक्रम उत्तराखंड की राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान साबित हो सकता है।

शुक्रवार को उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ अभियान के तहत एक भव्य कैंडल मार्च का आयोजन किया गया। यह मार्च अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में आयोजित किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता को बढ़ावा देना था। हजारों कार्यकर्ताओं ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय से राजपुर रोड, गांधी पार्क होते हुए घंटाघर में बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा तक इस आक्रोश का प्रदर्शन किया।

कैंडल मार्च का नेतृत्व

यह ऐतिहासिक मार्च प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा के नेतृत्व में हुआ, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, एआईसीसी सचिव काज़ी निजामुद्दीन, और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए। मार्च के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ‘वोट चोरी बर्दाश्त नहीं होगी’ जैसे नारे लगाए, जो इस अभियान के मुख्य संदेश को व्यक्त करते हैं। माहरा ने अपने बयान में कहा कि “बाबा साहब ने जनता को लोकतांत्रिक व्यवस्था में वोट का अधिकार दिया है, लेकिन वर्तमान में भाजपा सरकार इस अधिकार की चोरी कर रही है।”

क्यूं है यह अभियान महत्वपूर्ण?

मार्च में जुटे नेताओं का कहना है कि सरकार का वोटिंग के अधिकार का हनन democracy को कमजोर कर रहा है। कार्यकर्ताओं ने केवल वोट देने के अधिकार की सुरक्षा की मांग ही नहीं की, बल्कि इसे लोकतंत्र का मूल अधिकार भी बताया। यह अभियान चुनावी धोखाधड़ी के खिलाफ एक ठोस अपील के रूप में भी देखा जा रहा है। भाजपा पर आरोप है कि वह संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है, जिससे चुनावी प्रक्रिया की वैधता प्रभावित हो रही है।

आगे की रणनीति

कांग्रेस के नेता स्पष्ट कर चुके हैं कि वे इस मुद्दे पर सड़क पर उतरकर कोई भी अवसर नहीं छोड़ेंगे। माहरा ने कहा, “हम इस मुद्दे को हर हाल में उठाएंगे और किसी भी प्रकार की वोट चोरी को बर्दाश्त नहीं करेंगे।” कार्यकर्ताओं की यह योजना है कि आगामी दिनों में इसी प्रकार के और कैंडल मार्च का आयोजन किया जाएगा, ताकि जनता को इस अभियान से जोड़ा जा सके।

समापन विचार

इस प्रकार, देहरादून में हुए ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ अभियान का कैंडल मार्च उत्तराखंड की चुनावी राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। नेताओं और कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट कर दिया है कि वे अपने मत देने के अधिकार की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाएंगे। इस अभियान के माध्यम से, कांग्रेस एक बार फिर अपनी सक्रियता का संदेश देने में सफल रही है, जो भारतीय लोकतंत्र की मजबूती के लिए आवश्यक है।

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Written by Priya Sharma & Kavita Mehta, signed off as Team The Odd Naari