Ukraine पर चुप्पी, इजरायल को मदद, ट्रंप के नए फरमान से 180 देशों पर पड़ेगा सीधा असर
अमेरिका ने दुनियाभर में दी जाने वाली अपनी आर्थिक मदद पर रोक लगा दी है। हालांकि, इस आदेश में इजराइल और मिस्र को छूट दी गई है। लीक रिपोर्ट के अनुसार विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने सहायता को तत्काल प्रभाव से रोकने को कहा है। बता दें कि 2023-24 में अमेरिका ने 180 देशों को कुल 5.51 लाख करोड़ की सहायता प्रदान की थी। आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (आईसीडी) के अनुसार यह दुनिया में सबसे अधिक थी। इस दौरान अमेरिका ने भारत को भी 1322 करोड़ की मदद की थी। इस आदेश के बाद दुनियाभर में स्वास्थ्य, शिक्षा, विकास, रोजगार प्रशिक्षण और अन्य कार्यों से जुड़ीं अनगिनत परियोजनाओं के रुकने का खतरा बढ़ गया है। अमेरिका इन विदेशी परियोजनाओं के लिए सबसे ज्यादा मदद मुहैया कराता रहा है। इस काम के लिए वॉशिंगटन ने 2023 में 68 बिलियन डॉलर खर्च किए थे। इसे भी पढ़ें: क्या है DEI, जिसकी भर्तियों पर ट्रंप ने लगाया रोक, 1 लाख भारतीयों की नौकरी पर कैसे आया खतराअमेरिका को प्राथमिकता दूंगाट्रंप ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा था कि मैं हमेशा अमेरिका को प्राथमिकता दूंगा। हमारा देश अब समृद्ध होगा। आज से अमेरिका का स्वर्णिम युग शुरू हो रहा है। कार्यालय में वापसी करते ही ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए कहा कि यहां का फॉरेन ऐड सेक्टर अमेरिकी हितों और मूल्यों के अनुरूप नहीं है। इससे कई ऐसी विदेशी नीतियों को बढ़ावा मिलता है, जो वैश्विक अस्थिरता में योगदान देते हैं। इसे भी पढ़ें: इधर ट्रंप के मंत्री से मिले जयशंकर, उधर झट से अमेरिका ने बंद कर दी बांग्लादेश को दी जा रही अमेरिकी मददक्या पड़ेगा दुनिया पर असरट्रम्प प्रशासन का विदेशी सहायता बंद करने का असर सबसे ज्यादा यूक्रेन पर पड़ेगा।यूक्रेन को बीते साल अमेरिका ने 5 लाख करोड़ रुपए की सैन्य सहायता दी थी।लीक रिपोर्ट में इसे रोकने या जारी रखने पर कोई बात नहीं कही गई है। बता दें कि कुल विदेशी सहायता में यूक्रेन को दी जा रही सैन्य सहायता शामिल नहीं है। यूक्रेन को हथियारों की शिपमेंट के लिए बाइडेन प्रशासन द्वारा प्रस्तावित 33 हजार करोड़रुपए की सैन्य मदद पर भी ट्रम्प प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है। ताइवान को दी जाने वाली प्रस्तावित 5 हजार करोड़ की सैन्य सहायता भी अधड़ में।इजराइल को दी जा रही 60 हजार करोड़ रु. की सैन्य मदद जारी रखी गई है।मित्र को बीते साल 12 हजार करोड़ की सैन्य मदद की घोषणा हुई थी। वहीं, अन्य जरूरतों के लिए अमेरिका हर साल 13 हजार करोड की मदद करता है। ये जारी रहेंगे।

Ukraine पर चुप्पी, इजरायल को मदद, ट्रंप के नए फरमान से 180 देशों पर पड़ेगा सीधा असर
द अड नारी, लेखिका: सुमिता शर्मा, टीम नेटानागरी
परिचय
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में जो आदेश जारी किया है, वो दुनिया भर में राजनीतिक हलचल पैदा कर रहा है। इस आदेश का न केवल इजरायल पर प्रभाव पड़ेगा, बल्कि यह अन्य 180 देशों को भी प्रभावित करेगा। वही, यूक्रेन संकट पर अमेरिका की चुप्पी चिंतित करने वाली है। आज हम इस लेख में इन मुद्दों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
यूक्रेन पर चुप्पी
यूक्रेन में युद्ध के हालात दिनों दिन बिगड़ते जा रहे हैं। ऐसे में अमेरिका की चुप्पी सवाल उठाती है कि क्या अमेरिका ने इस मुद्दे को छोड़ दिया है? विशेषज्ञों का मानना है कि यह चुप्पी भविष्य में कई सहायक देशों को संकट में डाल सकती है। यूक्रेन को मिल रही सहायता में कमी आ रही है जिससे स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
इजरायल को मिलेगी मदद
ट्रंप के नए फरमान के अंतर्गत इजरायल को विशेष सहायता दी जाएगी। इजरायल और अमेरिका के बीच इस सहयोग का उद्देश्य मध्य पूर्व में स्थिरता लाना है। ट्रंप का यह निर्णय कई विश्लेषकों द्वारा सकारात्मक रूप से देखा जा रहा है, लेकिन इससे पड़ोसी देशों के साथ तनाव भी बढ़ सकता है।
ट्रंप के नए फरमान का वैश्विक असर
पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप का यह नया फरमान 180 देशों पर सीधा असर डालेगा। उनके आदेश का अर्थ है कि अब अन्य देशों को भी अपनी रणनीतियों को फिर से तैयार करना होगा। यह वैश्विक व्यापार और कूटनीति पर लंबे समय तक प्रभाव डाल सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था में अस्थिरता आ सकती है।
निष्कर्ष
अमेरिका के विदेश नीति में इस तरह के बदलाव से वैश्विक स्तर पर स्थिति को नया मोड़ मिल सकता है। यूक्रेन का संकट और इजरायल को मिलने वाली सहायता इस बात का संकेत है कि वैश्विक राजनीति में बड़े बदलाव हो रहे हैं। इन सभी घटनाक्रमों का ध्यान रखने की आवश्यकता है, क्योंकि यह आने वाले समय में सभी प्रमुख देशों के लिए चुनौतियाँ पेश कर सकता है।
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