Stomach Issues: बदलते मौसम में पेट की सेहत पर पड़ता है बुरा असर, जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट
बदलते मौसम का असर सेहत पर साफ नजर आता है। बदलते मौसम में लोग कई तरह की बीमारियों और संक्रमणों का शिकार हो सकते हैं। धीरे-धीरे मौसम बदलना शुरू हो रहा है। आमतौर पर लोगों को बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन बीमारियां सिर्फ जुकाम-बुखार तक सीमित नहीं होती है, बल्कि इस दौरान कई लोगों को पेट संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। बदलते मौसम में आपको पेट संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं। क्योंकि इन समस्याओं को गलत खानपान और अनहेल्दी लाइफस्टाइल से जोड़कर देखा जाता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि बदलते मौसम के कारण पेट की सेहत पर कैसा असर होता है।बदलते मौसम का पेट पर असरहेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक बदलते मौसम में व्यक्ति को पेट संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। वहीं इन समस्याओं की मुख्य वजह डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव आना है। जैसे, सर्दियों में लोग पानी पीना कम कर देते हैं, जिसकी वजह से शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। शरीर में पानी की कमी और कैलोरी युक्त खाने की वजह से ब्लोटिंग और अपच जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।इसे भी पढ़ें: Hormonal Acne: हार्मोन एक्ने कम करने के लिए स्किन केयर में शामिल करें ये 5 चीजें, चेहरा करेगा ग्लोपेट पर बुरा असर पड़ने के कारणसर्दियों के मौसम में शरीर को गर्म रखने के लिए ब्लड का फ्लो पेट और आंतों में कम हो जाता है। जिसकी वजह से व्यक्ति को पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसी तरह से गर्मी में शरीर को ठंडा रखने के लिए ब्लड फ्लो स्किन की तरफ बढ़ जाता है। ऐसे में पाचन तंत्र में ब्लड फ्लो कम होता है और भूख की कमी और मेटाबॉलिक रेट कम होने जैसी कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं। वहीं बारिश के मौसम में वायरस और बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं। ऐसे में खाने के जरिए बीमारी फैलाने वाले बैक्टीरिया हमारे शरीर के अंदर चले जाते हैं।पेट की समस्या से बचने के लिए करें ये कामपर्याप्त मात्रा में पानी पिएंपेट संबंधी समस्याओं से बचने के लिए आपको पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए। सर्दियों के मौसम में आप कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए। हालांकि यह मात्रा व्यक्ति की उम्र, वजन और शारीरिक गतिविधि पर भी निर्भर करता है।डाइट का रखें ध्यानबदलते मौसम में बाहर का तला-भुना और मसालेदार खाना नहीं खाना चाहिए। क्योंकि जंक फूड का असर सिर्फ आपके पेट ही नहीं बल्कि पूरी सेहत पर भी पड़ता है। इसलिए आपको घर का बना ताजा और पौष्टिक खाना खाना चाहिए।एक्सरसाइजबदलते मौसम में पेट की सेहत का ख्याल रखने के लिए आप एक्सरसाइज या योग का सहारा ले सकते हैं। व्यक्ति को फिट और हेल्दी रहने के लिए फिजिकल मूवमेंट करना जरूरी है। इसलिए आप रनिंग, वॉकिंग और योग जैसी एक्टिविटी को अपनी रूटीन का हिस्सा बना सकते हैं।तनाव कम लेंभले ही आपको यह जानकर हैरानी हो कि तनाव बढ़ने की वजह से पेट की समस्याएं बढ़ती हैं। इसलिए अधिक स्ट्रेस लेने से बचना चाहिए। स्ट्रेस की वजह से व्यक्ति को पेट के साथ अन्य कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।फाइबर की मात्रा बढ़ाएंअगर आप भी पेट की समस्याओं से बचना चाहते हैं, आपको अपनी डाइट में फाइबर की मात्रा बढ़ानी चाहिए। इससे वेट लॉस में भी मदद मिलेगी। साथ ही डाइट में फाइबर शामिल कर आप पेट संबंधी कई समस्याओं से खुद का बचाव कर सकते हैं। इसलिए आप डाइट में चावल, दालें, चने, गेहूं, जौं, बाजरा, राजमा, ब्रोकोली, स्प्राउट्स, पालक, गाजर, सेब, संतरे आदि शामिल कर सकते हैं।

Stomach Issues: बदलते मौसम में पेट की सेहत पर पड़ता है बुरा असर, जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट
Tagline: The Odd Naari
Written by: Anjali Sharma, Team Netaanagari
परिचय
बदलते मौसम के साथ, हमारे स्वास्थ्य पर कई असर होते हैं, जिनमें से पेट की सेहत एक महत्वपूर्ण पहलू है। वर्तमान में, मौसम में भारी बदलाव, जैसे कि गर्मी से बारिश और फिर सर्दी का आना, हमारे पाचन तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इस लेख में, हम जानेंगे कि विशेषज्ञ इस विषय पर क्या कहते हैं और पेट की समस्याओं को कैसे नियंत्रित किया जा सकता है।
मौसमी बदलाव और पेट संबंधी समस्याएं
जब मौसम बदलता है, तो हम अक्सर पेट में दर्द, अपच, और गैस जैसी समस्याओं का सामना करते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो यह हमारे आहार में बदलाव और मानसिक तनाव का परिणाम हो सकता है। बारिश के मौसम में, पानी में बैक्टीरिया बढ़ जाते हैं, जो पेट की गंभीर समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं।
पोषण पर ध्यान दें
बदलते मौसम में सही पोषण बहुत आवश्यक है। हमें अपने आहार में ताजे फल और सब्जियाँ शामिल करने चाहिए जो हमारे पाचन तंत्र को बेहतर बनाते हैं। विशेष रूप से, अदरक, नींबू, और दही जैसी चीजें बहुत फायदेमंद होती हैं। ये न केवल हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करती हैं, बल्कि पेट के लिए भी लाभकारी होती हैं।
पानी का सेवन
मौसम के अनुसार पानी का सेवन करना बेहद जरूरी है। गर्मियों में अधिक और सर्दियों में कम पानी पीना हमें डिहाइड्रेशन और पेट की समस्याओं से बचाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए, जिससे शरीर में उचित जल संतुलन बना रहे।
तनाव प्रबंधन
बदलते मौसम के कारण मानसिक तनाव भी पेट की समस्याओं को बढ़ा सकता है। नियमित व्यायाम, योग और ध्यान से न केवल हमारी मानसिक सेहत सुधरती है, बल्कि यह पेट की समस्याओं को भी नियंत्रित करने में मददगार होती है।
निष्कर्ष
संक्षेप में, बदलते मौसम में पेट की सेहत पर ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है। सही आहार, पानी का संतुलित सेवन, और तनाव प्रबंधन हमें पेट की समस्याओं से बचा सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, हमें अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए ताकि हम मौसमी परिवर्तनों के प्रभाव से सुरक्षित रह सकें।
अधिक जानकारी के लिए, visit theoddnaari.com.