Holi 2025: केमिकल रंगों से रहें दूर, होली के लिए फूलों से बनाएं 5 हर्बल रंग, कलर के साथ चेहरा भी खिलेगा
होली हर्षोल्लास, रंग और जश्न का फेस्टिवल है। इस त्योहार के दौरान मौज-मस्ती और स्वादिष्ट व्यंजन खाते हैं। होली के दिन एक-दूसरे को प्यार से रंग लगाकर सारे गिले-शिकवे भुलाकर इस पर्व को जश्न मनाते हैं। अगर आप भी इस बार सुरक्षित और केमिकल फ्री वाली होली मनाना चाहते हैं, तो आप मार्केट में मिलने वाले नकली और केमिकल रंगों की जगह घर पर ही फूलों से प्राकृतिक रंग बना सकते हैं। ऑर्गेनिक गुलाल बनाना बेहद ही आसान है।होली पर फूलों से बनाएं गुलालपीला रंगआपके घर में या फिर नर्सरी में फूलों का बहार जरुर होगी। आपके घर में गेंदे के फूलों का इस्तेमाल करके पीला रंग बना सकते हैं। पीला रंग बनाने के लिए पानी में थोड़ी सी हल्दी डालकर गेंदे के फूल को उबा लें। होली खेलने के लिए आपका पीला रंग तैयार है।नीला रंगनीला रंग बनाने के लिए आप अपराजिता के फूलों का यूज कर सकते हैं। इसके लिए अपराजिता के फूल को 3 से 4 दिन पहले धूप में सुखा लें और इसका पाउडर बना लें। इस पाउडर को पानी में घोलकर होली के लिए नीला रंग बना सकते हैं।गुलाबी रंग का गुलालगुलाबी रंग बनाने के लिए आपको गुलाब के फूलों को पानी में उबालकर उनसे गुलाबी रंग तैयार कर लें। इस रंग को बनाने के लिए उसमें अरारोट मिलाएं। जब यह सूख जाएगा, तो गुलाबी रंग का गुलाल तैयार होगा।केसरिया रंगहोली के लिए पलाश और गेंदे के फूल से आप केसरिया रंग बना सकते हैं। सबसे पहले आपको 100 ग्राम पलाश के सूखे फूल एक बाल्टी में पानी उबालकर रातभर के लिए छोड़ दें। सुबह इस पानी को छानकर अलग कर दें। केसरिया रंग बनकर तैयार है।लाल रंग का गुलालहोली के लिए आप बुरांस और गुड़हल के फूलों से लाल रंग बना सकते हैं। सबसे पहले आप बुरांस और गुड़हल के सूखे फूलों को पीसकर पाउडर बना लें। इस पाउडर को आप गुलाल की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। यदि आप पानी वाला रंग बनाना चाहते हैं, तो इस रंग को पानी में मिलाकर हर्बल रंग तैयार हो जाएगा।

Holi 2025: केमिकल रंगों से रहें दूर, होली के लिए फूलों से बनाएं 5 हर्बल रंग, कलर के साथ चेहरा भी खिलेगा
The Odd Naari
लेखक: सिमा शर्मा, टीम नेतागणरी
होली, भारतीय संस्कृति का एक ऐसा त्यौहार है जो रंग, उमंग और खुशी से भरा होता है। परंतु आजकल केमिकल रंगों के इस्तेमाल से होली का यह अनुभव कई बार हानिकारक हो जाता है। इसलिए इस साल, Holi 2025 पर हम आपको बताने जा रहें हैं कि कैसे आप फूलों से हर्बल रंग बना सकते हैं और प्राकृतिक तरीके से इस त्यौहार को मनाने का आनंद ले सकते हैं।
केमिकल रंगों से होने वाले खतरे
आजकल, बाजार में भारी मात्रा में केमिकल आधारित रंग उपलब्ध हैं जो त्वचा के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं। इन रंगों के कारण एलर्जी, रेशे और अन्य अनेक समस्याएँ हो सकती हैं। इसलिए यह आवश्यक हो जाता है कि हम इनसे दूर रहें और प्राकृतिक विकल्प चुनें।
फूलों से बनने वाले 5 हर्बल रंग
हर्बल रंग न केवल सुरक्षित होते हैं बल्कि इनके उपयोग से आपके चेहरे पर एक प्राकृतिक निखार भी आ जाता है। यहाँ पर हम आपको बता रहे हैं कि आप किस प्रकार से फूलों का उपयोग कर हर्बल रंग बना सकते हैं:
1. गुलाब का रंग
गुलाब की पंखुड़ियों को पानी में उबालकर एक सुंदर गुलाबी रंग बनाया जा सकता है। यह न केवल त्वचा के लिए अच्छा है, बल्कि इसकी खुशबू भी मन को भाती है।
2. हल्दी का रंग
हल्दी, एक प्राकृतिक औषधि के रूप में माना जाता है। एक पानी में हल्दी को मिलाकर आप नीला या पीला रंग प्राप्त कर सकते हैं। यह नेचुरल रंग आपकी त्वचा को चमक भी देगा।
3. अखरोट का रंग
अखरोट के छिलके से एक गहरा भूरा रंग बनाया जा सकता है। इसे एकत्रित करके पानी में डालकर उबालें और आवश्यक रंग प्राप्त करें।
4. मदार का रंग
मदार की पत्तियों को पीसकर उसमें पानी मिलाकर एक प्राकृतिक हरा रंग बनाया जाता है। यह रंग भी बिना किसी रासायनिक प्रभाव के आपके चेहरे को सुंदर बनाएगा।
5. चंदन का रंग
चंदन पाउडर को पानी में मिलाकर एक हल्का और सुगंधित रंग तैयार किया जा सकता है। यह न केवल खूबसूरती लाता है, बल्कि त्वचा को भी ठंडक पहुँचाता है।
निष्कर्ष
जब हम होली के इस खास मौके पर अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हैं, तो प्राकृतिक हर्बल रंगों का उपयोग बेहद फायदेमंद हो सकता है। यह न केवल हमारी त्वचा के लिए सुरक्षित हैं, बल्कि इनकी खूशबू और रंग भी त्योहार के जश्न को और बढ़ा देते हैं। तो इस Holi 2025 पर, केमिकल रंगों से दूर रहें और हर्बल रंगों का आनंद लें।
फूलों से बने हर्बल रंगों के बारे में और जानकारी के लिए, visit theoddnaari.com पर जाएं।