477 दिन बाद मिली आजादी, हमास ने रिहा कीं 4 इजरायली महिला सैनिक
फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास ने शनिवार को गाजा में 15 महीने पुराने युद्ध को समाप्त करने के उद्देश्य से संघर्ष विराम समझौते के तहत लगभग 200 कैदियों वाले फिलिस्तीनी कैदियों के एक समूह के बदले में चार महिला इजरायली सैनिकों को रिहा कर दिया। चार सैनिकों - करीना एरिएव, डेनिएला गिल्बोआ, नामा लेवी और लिरी अल्बाग को गाजा में रेड क्रॉस को सौंप दिया गया। बाद में उन्हें इजरायली सैन्य बलों को सौंप दिया गया। चारों सैनिक गाजा के किनारे एक निगरानी चौकी पर तैनात थे और 7 अक्टूबर, 2023 को इज़राइल पर हमले के दौरान उनके अड्डे पर कब्ज़ा करने वाले हमास लड़ाकों ने उनका अपहरण कर लिया था।इसे भी पढ़ें: Hamas ने जारी किए 4 और इजरायली बंधकों के नाम, आज गाजा से किया जाएगा रिहारॉयटर्स ने फिलिस्तीनी स्रोत का हवाला देते हुए बताया कि सैनिकों में से एक को इस्लामिक जिहाद ने पकड़ रखा था। नवीनतम आदान-प्रदान 19 जनवरी को इज़राइल और हमास के बीच युद्धविराम शुरू होने के बाद से ये दूसरा एक्सचेंज है। हमास ने पहले आदान-प्रदान में 90 फिलिस्तीनी कैदियों के बदले में तीन इजरायली नागरिकों को सौंप दिया था। क़तर और मिस्र की मध्यस्थता और संयुक्त राज्य अमेरिका के समर्थन से महीनों तक चली बातचीत के बाद तैयार किए गए युद्धविराम समझौते ने नवंबर 2023 में सिर्फ एक सप्ताह तक चले संघर्ष विराम के बाद पहली बार लड़ाई रोक दी है।इसे भी पढ़ें: Los Angeles में लग गई एक और जगह आग, धधक रहा 9000 एकड़ इलाका समझौते के पहले छह सप्ताह के चरण में, हमास ने इजरायली जेलों में बंद सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों के बदले में बच्चों, महिलाओं, वृद्ध पुरुषों और बीमारों और घायलों सहित 33 बंधकों को रिहा करने पर सहमति व्यक्त की है, जबकि इजरायली सैनिकों ने कुछ कैदियों को वापस बुला लिया है। दोनों पक्ष सैन्य उम्र के पुरुषों सहित शेष बंधकों की अदला-बदली और गाजा से इजरायली सेना की वापसी पर बातचीत करेंगे।

477 दिन बाद मिली आजादी, हमास ने रिहा कीं 4 इजरायली महिला सैनिक
The Odd Naari
लेखिका: साक्षी वर्मा, टीम नेतानागरी
परिचय
477 दिनों के लंबे इंतजार के बाद, आज हमास ने 4 इजरायली महिला सैनिकों को रिहा कर दिया है। यह घटना इस समय वैश्विक मीडिया में काफी चर्चित है। आजादी मिलने की इस तारीख ने न केवल परिवारों को खुशी दी है, बल्कि इसने क्षेत्रीय राजनीति में भी हलचल मचा दी है।
हमास की रिहाई का कारण
अंतरराष्ट्रीय दबाव और मध्यस्थता के प्रयासों के चलते हमास ने ये कदम उठाया। रिहाई के पीछे का मुख्य कारण संभावित शांति वार्ता में सहमति की तलाश था। इस कदम को इजरायल और फिलिस्तीनी के बीच वार्ता की दिशा में सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।
रिहा की गई महिला सैनिकों का हाल
सूत्रों के अनुसार, रिहा की गई 4 इजरायली महिला सैनिकों की स्थिति स्थिर है। वे सभी मानसिक और शारीरिक रूप से ठीक हैं। उनकी परिवारों ने इस समाचार को सुनकर ज्यादातर खुशी जताई, लेकिन साथ ही वे आतंक के दिनों की आपबीती साझा कर रहे हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इस रिहाई के बाद, इजरायल के प्रधानमंत्री ने इसे ‘एक सकारात्मक कदम’ बताया जबकि कुछ विपक्षी दल इसके पीछे की राजनीतिक मंशा पर सवाल उठा रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस फैसले को शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानते हुए स्वागत किया।
भविष्य की संभावनाएं
इस घटना के बाद, उम्मीद की जा रही है कि इजरायल और फिलिस्तीनी के बीच वार्ता एक बार फिर शुरू हो सकती है। हालांकि, कई विशेषज्ञ मानते हैं कि तात्कालिक शांति की कोई सुनिश्चितता नहीं है। फिर भी, यह कदम बहाली की ओर एक नई शुरुआत हो सकता है।
निष्कर्ष
477 दिनों की कैद के बाद चार महिला सैनिकों की रिहाई एक महत्वपूर्ण घटना है जो वैश्विक स्तर पर चर्चाओं का विषय बनी हुई है। इससे न केवल इजराइल में, बल्कि पूरी दुनिया में शांति की उम्मीदों को नई जिंदगी मिली है। परिवार, समुदाय, और देश ने इस सकारात्मक घटना का स्वागत किया है और आगे की बातचीत की ओर आशा व्यक्त की है।
इस प्रकार, हम देख सकते हैं कि संकट के इस समय में, संवाद और शांति की दिशा में उठाए गए कदम कितने महत्वपूर्ण हो सकते हैं। इस पर और अपडेट के लिए, theoddnaari.com पर अवश्य जाएं।