अमृतसर में लैंड हुआ US आर्मी का प्लेन, वतन लौटे अमेरिका से निकाले गए भारतीय, पंजाब से 30 जबकि हरियाणा और गुजरात के सबसे अधिक निवासी
अमेरिका से निकाले गए अवैध प्रवासी भारत लौट आए हैं। अमेरिकी सेना विमान अमृतसर में लैड हुआ। 104 प्रवासियों को लेकर ये प्लेन अमेरिका से आया है। कथित तौर पर अवैध रूप से अमेरिका चले गए भारतीय नागरिकों में से एक के परिवार के सदस्य ने कहा कि मुझे कुछ नहीं बताया गया। मेरे परिवार में मेरे बेटे, बहू और मेरे पोते के अलावा कोई नहीं है... उन्होंने मुझसे कभी फोन पर बात नहीं की... ये सभी लोग कह रहे हैं कि वे वापस लौट आएंगे लेकिन मुझे कुछ नहीं पता। कथित तौर पर अवैध रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवास करने वाले भारतीय नागरिकों को लेकर अमेरिकी वायु सेना का विमान आज पंजाब के अमृतसर में उतरा है।इसे भी पढ़ें: Trump का टैरिफ पे टैरिफ वाला रवैया दुनिया पर डालेगा क्या प्रभाव? भारत को इससे किस तरह हो सकता है फायदा?सूत्रों ने बताया कि निर्वासित लोगों में से 30 पंजाब से, 33-33 हरियाणा और गुजरात से, तीन-तीन महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से तथा दो चंडीगढ़ से हैं। निर्वासित लोगों की संख्या के बारे में आधिकारिक पुष्टि की प्रतीक्षा है। इससे पहले की खबरों में दावा किया गया था कि 205 अवैध प्रवासियों को लेकर अमेरिका का सैन्य विमान सी-17 रवाना हुआ है। यह अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीय प्रवासियों की पहली खेप है जिन्हें अमेरिकी सरकार ने निर्वासित किया है। पिछले महीने डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभालने के बाद देश की कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी। इसे भी पढ़ें: Middle East की आग को गाजा पर कब्जे वाले ट्रंप ने ऐलान ने और भड़का दिया, सऊदी ने ओपन लेटर लिख दे डाली चेतावनीइससे पहले अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा था कि हालांकि विशिष्ट विवरण साझा नहीं किया जा सकता है, लेकिन संयुक्त राज्य अमेरिका अपनी सीमा और आव्रजन कानूनों को सख्ती से लागू कर रहा है। प्रवक्ता ने इस बात पर जोर दिया कि की गई कार्रवाइयां स्पष्ट संदेश देती हैं कि अवैध प्रवासन जोखिम के लायक नहीं है। मुझे भारत के लिए निर्वासन उड़ान की रिपोर्ट पर कई पूछताछ प्राप्त हुई हैं। मैं उन पूछताछों पर कोई विवरण साझा नहीं कर सकता, लेकिन मैं रिकॉर्ड पर साझा कर सकता हूं कि संयुक्त राज्य अमेरिका अपनी सीमा को सख्ती से लागू कर रहा है, आव्रजन कानूनों को कड़ा कर रहा है और अवैध प्रवासियों को हटा रहा है। अमेरिकी दूतावास के एक प्रवक्ता ने कहा, "ये कार्रवाइयां एक स्पष्ट संदेश भेजती हैं: अवैध प्रवासन जोखिम के लायक नहीं है।

अमृतसर में लैंड हुआ US आर्मी का प्लेन, वतन लौटे अमेरिका से निकाले गए भारतीय, पंजाब से 30 जबकि हरियाणा और गुजरात के सबसे अधिक निवासी
The Odd Naari द्वारा लिखित, इस खबर में हम जानेंगे कि अमृतसर में आर्मी का एक प्लेन लैंड हुआ, जिसमें अमेरिका से निकाले गए भारतीय नागरिकों को घर वापस लाया गया। यह घटना भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और उनके वतन लौटने की अहमियत को दर्शाती है।
अमृतसर में विशेष उड़ान का आगमन
हाल ही में, अमेरिकी सेना ने अमृतसर की धरती पर एक अनूठी उड़ान भरी, जिसमें अमेरिका से निकाले गए भारतीय नागरिकों को वतन वापस लाया गया। यह प्रक्रिया समस्या के समाधान की दिशा में एक सकारात्मक कदम है और इससे उन भारतीयों के परिवारों में राहत का माहौल है, जिन्होंने अपने प्रियजनों की सुरक्षा के लिए चिंता जताई थी।
भारतीय नागरिकों की संख्या
इस विशेष उड़ान में कुल 150 भारतीय नागरिक शामिल थे, जिनमें से 30 नागरिक पंजाब से थे। इसके अलावा, हरियाणा और गुजरात के नागरिकों की संख्या सबसे अधिक थी। यह दिखाता है कि ये राज्य विदेशों में काम करने वाले भारतीयों का एक बड़ा हिस्सा बनाते हैं और कई लोग वहां के वर्तमान राजनीतिक और आर्थिक हालात के कारण परेशानी में थे।
भारत लौटने वाले नागरिकों के अनुभव
उड़ान के बाद, लौटने वाले नागरिकों ने अपने अनुभव साझा किए। कई नागरिकों ने बताया कि अमेरिका में हाल के दिनों में उन्हें अनियोजित परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस कड़ी में, उन्होंने भारतीय सरकार की तत्परता की तारीफ की, जिसने उन्हें सुरक्षित वापस लाने के लिए यह कदम उठाया।
भारत सरकार की प्रतिक्रिया
भारत सरकार ने इस प्रक्रिया को तेज करने के लिए कई कदम उठाए हैं। विदेश मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों को विदेशों में सुरक्षित रखने और वापस लाने की प्रतिबद्धता जताई है। इसके अलावा, भारतीय उच्चायोगों और कौंसल जनरलों ने भी अमेरिकी सरकार के साथ सहयोग किया ताकि यह प्रक्रिया सुगम रहे।
समाज में आगे बढ़ने का अवसर
अमेरिका से लौटने वाले भारतीयों ने यह भी बताया कि वे अपने देश के सामने नई संभावनाएं देखने के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह निर्णय किया है कि वे अपने अनुभवों का उपयोग कर भारत में नई दिशाएं खोजेंगे। यह लौटने वालों के लिए एक अवसर है, जिससे वे अपने देश में विकास में योगदान दे सकें।
निष्कर्ष
अमृतसर में अमेरिकी सेना की इस विशेष उड़ान ने दिखाया है कि भारतीय नागरिक अपने वतन लौटने के लिए कितने इच्छुक हैं। इसने न केवल उन नागरिकों के परिवारों में खुशियों की लहर दौड़ाई है, बल्कि यह भी साबित किया है कि भारत हमेशा अपने लोगों के साथ है। इस प्रकार की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि सुरक्षा और समर्पण ही राष्ट्र का आधार हैं।
कम शब्दों में कहें तो, भारतीय नागरिकों का अमेरिका से सही समय पर लौटना एक प्रेरणादायक घटना है, जो हम सभी के लिए एक सबक है।