मुनस्यारी में जंगली मशरूम से मौतों की जांच के आदेश - स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पर उठे सवाल

The post मुनस्यारी में जंगली मशरूम से दो मौतों की जांच के आदेश appeared first on Avikal Uttarakhand. तीन सदस्यीय जांच समिति गठित 48 घंटे में मांगी रिपोर्ट, लापरवाही पर होगी कड़ी कार्रवाई अविकल उत्तराखण्ड देहरादून । पिथौरागढ़ जनपद के मुनस्यारी क्षेत्र में विषैले जंगली मशरूम खाने से… The post मुनस्यारी में जंगली मशरूम से दो मौतों की जांच के आदेश appeared first on Avikal Uttarakhand.

मुनस्यारी में जंगली मशरूम से मौतों की जांच के आदेश - स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पर उठे सवाल
मुनस्यारी में जंगली मशरूम से दो मौतों की जांच के आदेश

मुनस्यारी में जंगली मशरूम से मौतों की जांच के आदेश

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By Priya Verma, Anjali Sharma, and Kavita Singh, Team The Odd Naari

कम शब्दों में कहें तो

उत्तराखंड के मुनस्यारी क्षेत्र में जंगली मशरूम खाने के कारण दो लोगों की موت हो गई। इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पर गंभीर सवाल उठाए हैं। अब तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया गया है, जो अगले 48 घंटे में रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।

घटना का पृष्ठभूमि

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जनपद के मुनस्यारी में जंगली मशरूम खाने से हुई दो मौतों के मामले ने स्वास्थ्य विभाग के समक्ष गंभीर चुनौती खड़ी कर दी है। उक्त घटना में प्रसिद्ध लोकगायक गणेश मर्तोलिया की नानी एवं बहन की जान चली गई, जिससे न केवल परिवार में बल्कि पूरे समुदाय में शोक की लहर छा गई है। लोग इस घटना को लेकर अस्पतालों की चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता पर सवाल उठा रहे हैं।

जांच समिति का गठन

इस दुखद घटना के प्रति गंभीरता दर्शाते हुए, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. सुनीता टम्टा ने तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। समिति का नेतृत्व डॉ. प्रशांत कौशिक, अपर CMO के द्वारा किया जाएगा। अन्य सदस्य, डॉ. एस.सी. रजबार (फिजिशियन) और डॉ. हेमंत शर्मा (निश्चेतक विशेषज्ञ) हैं। इनको निर्देशित किया गया है कि वे घटना की विस्तृत जाँच करें और साक्ष्य-आधारित रिपोर्ट 48 घंटे के भीतर प्रस्तुत करें।

जांच के उद्देश्य और प्रक्रियाएं

समिति को उपचार प्रक्रिया, चिकित्सकीय निर्णय और रेफरल प्रक्रिया की समयबद्धता का निष्पक्ष रूप से मूल्यांकन करने के निर्देश दिए गए हैं। यदि किसी भी स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही या कर्तव्यहीनता सामने आती है, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। डॉ. सुनीता टम्टा ने कहा कि सभी नागरिकों को निर्धारित समय पर, सुरक्षित एवं गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना विभाग की प्राथमिकता है।

घटना की जानकारी

इस घटनाक्रम से जुड़ी जानकारी के अनुसार, बीते सोमवार को दोनों महिलाओं की तबियत अचानक बिगड़ गई थी। उन्हें समय पर स्थानीय अस्पतालों में इलाज नहीं मिल सका, जिसके कारण उनकी स्थिति गंभीर हो गई। इस बीच, एयर एम्बुलेन्स भी उपलब्ध नहीं थी, जिससे उनकी जान जोखिम में पड़ गई।

स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया

स्थानीय समुदाय में इस दुखद घटना के प्रति गंभीर आक्रोश व्याप्त है। लोग स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। मुनस्यारी क्षेत्र के निवासियों ने सतर्कता बरतने और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए आवश्यक उपायों की मांग की है, ताकि किसी और परिवार को इस प्रकार के दर्द का सामना न करना पड़े।

निष्कर्ष

जंगली मशरूम का सेवन जानलेवा सिद्ध हो सकता है। इस घटना ने हमें याद दिलाया है कि प्राकृतिक संसाधनों के प्रति जागरूक रहना कितना महत्वपूर्ण है। हमें उम्मीद है कि जांच समिति अपनी रिपोर्ट में वास्तविकता का खुलासा करेगी और स्वास्थ्य सेवाओं के सुरक्षा मानकों में सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। इस दुखद घटना से एक बार फिर यह सबक मिलता है कि स्वास्थ्य सेवाओं की सुरक्षा को कभी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए हमें अपनी स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की आवश्यकता है। सही जानकारी और सावधानी से हम भविष्य में ऐसे संकटों से बच सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए, कृपया हमारे वेबसाइट पर विजिट करें: The Odd Naari

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