बार बार बोलने पर भी अर्बेल येहुद को हमास ने नहीं छोड़ा तो भड़क गए नेतन्याहू, कहा- अब जब तक...
इज़राइल ने कहा कि वह फिलिस्तीनियों को उत्तरी गाजा में लौटने की अनुमति नहीं देगा जब तक कि हमास कैद में रखे गए दर्जनों बंधकों में से एक अर्बेल येहुद को रिहा नहीं कर देता। इजराइल के रुख की पुष्टि करते हुए, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि गाजा युद्धविराम समझौते के हिस्से के रूप में यौद को शनिवार को रिहा किया जाना चाहिए था। हमास ने चार महिला इजरायली सैनिकों, डेनिएला गिल्बोआ, लिरी अल्बाग, नामा लेवी और करीना एरिएव को रिहा कर दिया, जो आईडीएफ और आईएसए बलों के साथ इजरायली क्षेत्र में प्रवेश कर गई थीं।इसे भी पढ़ें: Israel के बंधकों को रिहा करते हुए हमास ने थमा दिया कौन सा खतरनाक बैग? भड़के करोड़ों लोगहमास द्वारा जारी सूची के अनुसार, हमास द्वारा अपने सैनिकों की रिहाई के बदले में इज़राइल को 200 कैदियों को रिहा करना था, जिसमें आजीवन कारावास की सजा काट रहे 121 कैदी शामिल थे। सूची यह भी इंगित करती है कि 70 को गाजा और वेस्ट बैंक से निष्कासित किया जाएगा। रिहा किए जाने वाले कुछ सबसे कुख्यात आतंकवादियों में 52 वर्षीय मोहम्मद ओदेह और 54 वर्षीय वाएल कासिम शामिल हैं, दोनों पूर्वी येरुशलम से हैं। उन पर इजरायलियों के खिलाफ घातक हमास हमलों की एक श्रृंखला को अंजाम देने का आरोप लगाया गया था, जिसमें 2002 में यरूशलेम के हिब्रू विश्वविद्यालय में एक कैफेटेरिया में बमबारी भी शामिल थी, जिसमें पांच अमेरिकी नागरिकों सहित नौ लोग मारे गए थे।इसे भी पढ़ें: Prabhasakshi Newsroom | Israel और Hamas के बीच 15 महीने से जारी युद्ध का अंत, नेतन्याहू ने की घोषणा, आखिरी समय में फंस गया था पेचइससे पहले, इजराइली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने एक टेलीविजन बयान में पुष्टि की थी कि रिहा किए गए बंधक इजराइली हाथों में हैं और घर जा रहे हैं। उन्होंने हमास द्वारा युवतियों की रिहाई से पहले उनके सार्वजनिक प्रदर्शन को निंदनीय करार देते हुए इसकी भी आलोचना की। चार बंदी महिला इजरायली सैनिकों को भीड़ के सामने परेड कराने के बाद गाजा शहर में रेड क्रॉस को सौंप दिया गया था।

बार बार बोलने पर भी अर्बेल येहुद को हमास ने नहीं छोड़ा तो भड़क गए नेतन्याहू, कहा- अब जब तक...
The Odd Naari
लेखिका: सिमरन कौर, टीम नेटानागरी
भूमिका
हाल ही में इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बार फिर से हमास के खिलाफ अपने गुस्से का इज़हार किया है। नेतन्याहू का यह गुस्सा तब भड़का जब उनकी अपील के बावजूद हमास ने अर्बेल येहुद को नहीं छोड़ा। इस घटना ने न केवल इज़राइल के राजनीतिक माहौल को प्रभावित किया है बल्कि पूरे मध्य पूर्व में तनाव बढ़ा दिया है।
नेतन्याहू का प्रतिक्रिया
बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, "अब जब तक हमास के खिलाफ ठोस कदम नहीं उठाए जाते, तब तक हमारी स्थिति में कोई बदलाव नहीं होगा।" उन्होंने यह भी बताया कि हमास के आतंकवादियों के खिलाफ इज़राइल की सेना पूरी तरह से तैयार है और किसी भी हालत में उन्हें नहीं छोड़ेगी।
अर्बेल येहुद की स्थिति
अर्बेल येहुद एक महत्वपूर्ण सैन्य और राजनीतिक रहस्य है जो कई संघर्षों के केंद्र में रहा है। नेतन्याहू के अनुसार, हमास का इससे अंधा ताला तोड़ना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस विषय पर वार्ता जारी रहेगी, लेकिन अब बातों का कोई महत्व नहीं रह गया है।
वैश्विक प्रतिक्रिया
नेतन्याहू की इस टिप्पणियों पर वैश्विक समुदाय की प्रतिक्रियाएँ भी सामने आ रही हैं। कई देशों ने इज़राइल के रुख का समर्थन किया है, जबकि कुछ ने हमास के खिलाफ आक्रामकता की निंदा की है। यूरोपीय संघ ने संतुलित समाधान की आवश्यकता पर जोर दिया है।
भविष्य की संभावनाएँ
इस विवाद में भविष्य की संभावनाएँ काफी अनिश्चित हैं। नेतन्याहू ने स्पष्ट किया है कि वह किसी भी स्थिति में पीछे नहीं हटेंगे। इस मामले को सुलझाने के लिए विभिन्न उपायों पर चर्चा की जाएंगी, लेकिन इज़राइल की सुरक्षा और क्षेत्र में स्थिरता की प्राथमिकता रहेगी।
निष्कर्ष
जैसे-जैसे स्थिति बिगड़ रही है, बेंजामिन नेतन्याहू की विकट समस्याएँ और भी बढ़ती जा रही हैं। हमें देखना होगा कि यह स्थिति आगे कैसे बढ़ती है और क्या इज़राइल अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकेगा। केवल समय ही बताएगा कि यह विवाद कब समाप्त होगा।
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