दून से लापता दो नाबालिग बच्चों की 24 घंटे में दिल्ली में बरामदगी - त्वरित कार्रवाई से मिली सफलता
The post दून से लापता दो नाबालिग बच्चे 24 घंटे में दिल्ली से बरामद appeared first on Avikal Uttarakhand. सीएम ने अपनाया कड़ा रुख, बच्चे दिल्ली से बरामद महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के प्रति संवेदनशील दून पुलिस अविकल उत्तराखण्ड देहरादून। नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र से लापता हुए दो… The post दून से लापता दो नाबालिग बच्चे 24 घंटे में दिल्ली से बरामद appeared first on Avikal Uttarakhand.

दून से लापता दो नाबालिग बच्चों की 24 घंटे में दिल्ली में बरामदगी
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - The Odd Naari
कम शब्दों में कहें तो, दून पुलिस ने मात्र 24 घंटे में लापता दो नाबालिग बच्चों को दिल्ली से बरामद कर उनके परिजनों को सौंप दिया। मुख्यमंत्री का कड़ा रुख और त्वरित पुलिस कार्रवाई ने सभी को राहत दी है।
देहरादून। नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र से लापता हुए दो नाबालिग बच्चों को दून पुलिस ने समय पर कार्रवाई करते हुए 24 घंटों के अंदर दिल्ली से सुरक्षित बरामद कर लिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस को त्वरित कदम उठाने के निर्देश दिए थे।
4 सितंबर की रात, नेहरू कॉलोनी के एक निवासी ने पुलिस थाने में सूचना दी कि उनकी 11 वर्षीय पुत्री और पड़ोसी का 10 वर्षीय बेटा घर से बिना बताए कहीं चले गए हैं। परिजनों ने बच्चों को बहुत ढूंढा, लेकिन वे कहीं नहीं मिले। इसके बाद, पुलिस ने मामला पंजीकृत किया और त्वरित कार्रवाई के साथ बच्चों की खोज शुरू की।
बच्चों को खोजने के लिए की गई कार्रवाई
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसने बच्चों की खोज के लिए आसपास की कॉलोनियों और घरों में जांच शुरू की। इसके साथ ही, सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला गया। बच्चों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की गई ताकि अन्य स्थानों पर भी उनकी सूचना प्राप्त हो सके।
दिल्ली पुलिस के साथ समन्वय करने के चलते, थाना पहाड़गंज की पुलिस ने नाबालिग बच्चों को रेलवे स्टेशन पहाड़गंज से सुरक्षित पाकर परिवार के हवाले कर दिया। बच्चों ने पूछताछ के दौरान बताया कि उन्होंने बिना बताये दिल्ली घूमने जाने का निर्णय लिया था और मसूरी एक्सप्रेस ट्रेन देखकर उसमें सवार हो गए थे।
पुलिस टीम का योगदान
बरामदगी में प्रमुख पुलिस अधिकारियों का नाम:
- उ.नि. धनीराम पुरोहित, चौकी प्रभारी फव्वारा चौक
- का. श्रीकांत ध्यानी
- का. अर्जुन सिंह
महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के प्रति संवेदनशीलता
इस घटना ने पुलिस की सुरक्षा के प्रति संवेदनशीलता को उजागर किया है। बच्चों के मामले में उनके तेज़ प्रतिक्रिया की प्रशंसा करना अत्यंत आवश्यक है। यह दर्शाता है कि पुलिस की दृष्टि केवल अपराधियों को पकड़ने पर नहीं है, बल्कि समाज के कमजोर वर्गों, जैसे नाबालिगों की भी सुरक्षा पर है।
पुलिस के तत्परता और कार्य के प्रति समर्पण ने निस्संदेह इस मामले में बड़ी भूमिका निभाई है। सीएम धामी ने भी पुलिस की कार्यवाही की सराहना की और कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए सभी संभव प्रयास किए जाएंगे कि हमारे बच्चे सुरक्षित रहें।
हम सभी को इस तरह की गतिविधियों के प्रति जागरूक रहना चाहिए और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करनी चाहिए।
फिर से यह घटना यह प्रकट करती है कि त्वरित कार्यवाही और सही संज्ञान के द्वारा किसी भी गम्भीर स्थिति से निपटना संभव है।
अधिक जानकारी और अपडेट्स के लिए हमारी वेबसाइट पर विजिट करें: theoddnaari.com
— टीम द ओड नारी, सुष्मिता रावत