आईआईटी में टॉपर्स को मिलेगा सीधे प्रवेश - प्रोफेसर पंत की नई पहल

The post टॉपर्स को सीधे प्रवेश देगी आईआईटी- प्रो. पंत appeared first on Avikal Uttarakhand. चमन लाल स्वायत्त महाविद्यालय में ओपन यूनिवर्सिटी के साथ संयुक्त दीक्षारंभ अविकल उत्तराखंड लंढौरा (हरिद्वार)। चमन लाल स्वायत्त महाविद्यालय में दीक्षारंभ समारोह में मुख्य अतिथि रुड़की आईआईटी निदेशक प्रोफेसर कमल… The post टॉपर्स को सीधे प्रवेश देगी आईआईटी- प्रो. पंत appeared first on Avikal Uttarakhand.

आईआईटी में टॉपर्स को मिलेगा सीधे प्रवेश - प्रोफेसर पंत की नई पहल
टॉपर्स को सीधे प्रवेश देगी आईआईटी- प्रो. पंत

आईआईटी में टॉपर्स को मिलेगा सीधे प्रवेश - प्रोफेसर पंत की नई पहल

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By Priya Sharma, Neeta Agarwal, and Team The Odd Naari.

नई शिक्षा नीति के अंतर्गत महत्वपूर्ण बदलाव

लंढौरा (हरिद्वार) में चमन लाल स्वायत्त महाविद्यालय के परिसर में आयोजित दीक्षारंभ समारोह में, आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रोफेसर कमल किशोर पंत ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने बताया कि अब आईआईटी रुड़की अन्य विश्वविद्यालयों के टॉपर्स को सीधे उच्चतर उपाधियों में प्रवेश देने जा रही है। यह घोषणा छात्रों के लिए उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी अवसर का द्वार खोलेगी और प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने में मदद करेगी।

प्रवेश प्रक्रिया को सरल बनाने का प्रयास

प्रोफेसर पंत ने अपने संबोधन में स्पष्ट किया कि इस पहल का उद्देश्य छात्रों की मेहनत का सच्चा फल देना है। इस तरह के उपायों के जरिए आईआईटी ने युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि आईआईटी हमेशा ज्ञान के क्षेत्र में योगदान करने के लिए खुला है, जो हमारे युवा छात्रों को देश की प्रगति में सहयोग करने के लिए प्रेरित करता है।

शिक्षा के क्षेत्र में उत्प्रेरक बदलाव

इस विषय पर सोशल मीडिया पर भी काफी चर्चा हो रही है। प्रोफेसर पंत ने यह भी कहा कि शिक्षा का मूल उद्देश्य सिर्फ डिग्री प्राप्त करना नहीं, बल्कि ज्ञान के माध्यम से देश की प्रगति में योगदान करना है। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे प्रयोगात्मक शिक्षा को अपनाकर समाज के विकास में अपनी प्रतिभा का उपयोग करें।

स्किल-बेस्ड शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करना

इस कार्यक्रम में उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर नवीन चंद्र लोहनी ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत अब छात्र एक साथ दो डिग्रियाँ प्राप्त कर सकते हैं। यह एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि आज की शिक्षा प्रणाली को स्किल-बेस्ड शिक्षा पर केंद्रित करना अत्यंत आवश्यक है।

समावेशी शिक्षा की दिशा में कार्यकर्ताओं का आह्वान

संयुक्त दीक्षारंभ समारोह में उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. के. आर. भट्ट ने विश्वविद्यालय की योजनाओं और प्रवेश प्रक्रिया की जानकारी साझा की। उन्होंने ओपन यूनिवर्सिटी के कार्यक्रमों की प्रशंसा की, जो ग्रामीण स्तर पर शिक्षा को बढ़ावा देने में मदद कर रहे हैं।

समापन विचार

इस समारोह में आईआईटी की योजनाओं पर चर्चा की गई, जो छात्रों के शिक्षण अनुभव को सकारात्मक दिशा में ले जाने का प्रयास कर रही हैं। कई छात्रों ने IIT की परीक्षाएं उत्तीर्ण की हैं, जो वास्तव में ग्रामीण कॉलेजों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह कार्यक्रम सचमुच छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना है।

उपरोक्त सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए, यह स्पष्ट है कि भारत के समग्र विकास के लिए शिक्षा प्रणाली में सुधार की आवश्यकता है। चलिए, हम सब मिलकर एक समृद्ध और शिक्षित भारत की दिशा में कदम उठाएं।

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