नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के अवसर पर देश के पहले उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल को नर्मदा नदी के किनारे स्थित ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर श्रद्धांजलि अर्पित की हैं। प्रधानमंत्री सुबह लगभग 8 बजे ‘एकता नगर’ पहुंचे, जहां उन्होंने सरदार पटेल की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और नमन किया हैं।
बता दें कि यह अवसर सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के रूप में मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ परेड का निरीक्षण किया और उपस्थित जनसमूह को एकता की शपथ भी दिलाई हैं। गौरतलब है कि इस आयोजन से एक दिन पहले पीएम मोदी ने सरदार पटेल के परिवार से भी मुलाकात की थी। उन्होंने कहा, “केवड़िया में सरदार पटेल के परिवार से मिलना सौभाग्य की बात रही। हमने उनके अद्भुत योगदान को याद किया, जिसने भारत को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं।”
प्रधानमंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि स्वतंत्रता के बाद सरदार पटेल ने 550 से अधिक रियासतों को एकजुट करने का असंभव लगने वाला कार्य संभव कर दिखाया। उन्होंने कहा, “सरदार पटेल का सपना ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का था। उन्होंने इतिहास लिखने में नहीं, बल्कि इतिहास रचने में विश्वास किया और देश को एक सूत्र में पिरोया।”
मोदी ने अपने भाषण में विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस की नीतियों के कारण कश्मीर को दशकों तक अशांति झेलनी पड़ी हैं। उन्होंने कहा, “कमजोर और गलत नीतियों ने पाकिस्तान को आतंकवाद फैलाने का अवसर दिया। कांग्रेस ने हमेशा नरम रुख अपनाया, जबकि सरदार पटेल ने हमें सशक्त और निर्णायक नीति का संदेश दिया था।”
प्रधानमंत्री ने सरदार पटेल की जयंती पर साझा किए गए एक वीडियो संदेश में कहा कि भारत आज भी उनके आदर्शों से प्रेरित है। उन्होंने लिखा, “भारत सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी 150वीं जयंती पर नमन करता है। वे भारत के एकीकरण के प्रमुख शिल्पी थे, जिन्होंने राष्ट्र की नींव मजबूत की। उनका समर्पण आज भी हमें एकजुट, सशक्त और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए प्रेरित करता हैं।”