Dubai से आया मेरा दोस्त! क्राउन प्रिंस के भारत दौरे पर पाकिस्तानी एक्सपर्ट भी रह गए हैरान

दुबई के क्राउन प्रिंस शेख हमदान विन मोहम्मद अल मकतूम दो दिन की भारत यात्रा पर आए हैं। उनके साथ यूएई के डिप्टी पीएम, रक्षा मंत्री और एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी शामिल होगा। दौरे के दौरान प्रिंस शेख हमदान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य भारत और यूएई के वीच रणनीतिक, वाणिज्यिक और सांस्कृतिक साझेदारी को और मजबूत बनाना है। 8 अप्रैल को प्रिंस मुंबई जाएंगे, जहां वे एक विजनेस राउंड टेवल में हिस्सा लेंगे। यूएई से भारत की नई दौर की यारी ने अगस्त 2015 में आकार लेना शुरू हुआ जब नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभालने के बाद पहली बार इस अरब देश का दौरा किया। 1981 में इंदिरा गांधी की यात्रा के बाद 34 वर्षों में यह किसी भारतीय प्रधान मंत्री की पहली यात्रा थी।इसे भी पढ़ें: भारत पर सऊदी अरब ने लगाया बैन! किन 18,407 लोगों को भेजा जेल?क्या रहेगा एजेंडापीएम मोदी की ओर से क्राउन प्रिंस के सम्मान में विशेष लंच का आयोजन भी किया गया है। जहाँ दोनों नेताओं के बीच व्यापक चर्चा होने की उम्मीद है। व्यापार और ऊर्जा सहयोग के विस्तार से लेकर डिजिटल साझेदारी और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ाने तक, एजेंडा अवसरों से भरा हुआ है। रिपोर्टों के अनुसार, दोनों देशों के नेता निवेश के लिए नए रास्ते भी तलाशेंगे, खासकर व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) के ढांचे के तहत, जिसने अपनी स्थापना के बाद से ही व्यापार की मात्रा में नाटकीय रूप से वृद्धि की है। इसे भी पढ़ें: Saudi Arab पर टूट पड़े भारत के मुसलमान, काली पट्टी बांधकर विरोध, दुनिया हैरान!दोनों देशों के प्रमुख उद्योगपति होंगे शामिल इस कार्यक्रम में दोनों देशों के प्रमुख उद्योगपति शामिल होंगे। इसमें पारंपरिक व्यापारिक रिश्तों के साथ भविष्य की संभावनाओं पर भी चर्चा होगी। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, दुबई भारत-यूएई संबंधों में वाणिज्य, संस्कृति और जनसंपर्क के आदान-प्रदान का प्रमुख केंद्र रहा है। भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक के रूप में उभर रहा है और यूएई एक प्रमुख व्यापार और रसद केंद्र है, इसलिए व्यापार संबंधों को बढ़ावा देना एक केंद्रीय फोकस बना हुआ है। क्राउन प्रिंस से प्रमुख भारतीय व्यापार नेताओं और नीति निर्माताओं से मिलने की उम्मीद है। भारत-यूएई संबंध पारंपरिक व्यापार से विकसित होकर व्यापक रणनीतिक साझेदारी में बदल गए हैं, जो आपसी सम्मान, आर्थिक तालमेल और साझा वैश्विक दृष्टिकोण पर आधारित है। यूएई नेतृत्व के साथ पीएम मोदी की लगातार बातचीत और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत के लिए यूएई का समर्थन भी इस बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।पाकिस्तान हैरान हो गयादुबई क्राउन प्रिंस के भारत दौरे को लेकर पाकिस्तान में हलचल मची हुई है। पाकिस्तानी एक्सपर्ट इसे भारत की बड़ी सफलता के रूप में देख रहे हैं। मिडिल ईस्ट मामलों के जानकार पाकिस्तानी विश्लेषक कमर चीमा ने इस दौरे को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्मार्ट कदम बताया है, जो यूएई के नेतृत्व की अगली पीढ़ी के साथ संबंधों में निवेश कर रहे हैं।

Dubai से आया मेरा दोस्त! क्राउन प्रिंस के भारत दौरे पर पाकिस्तानी एक्सपर्ट भी रह गए हैरान
Dubai से आया मेरा दोस्त! क्राउन प्रिंस के भारत दौरे पर पाकिस्तानी एक्सपर्ट भी रह गए हैरान

Dubai से आया मेरा दोस्त! क्राउन प्रिंस के भारत दौरे पर पाकिस्तानी एक्सपर्ट भी रह गए हैरान

The Odd Naari

Written by: Neha Sharma, Team Netaanagari

परिचय

हाल ही में, जब दुबई से मेरा दोस्त भारत आया, तो हम दोनों ने मिलकर एक रोचक चर्चा की। यह चर्चा विशेष रूप से सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान के भारत दौरे से संबंधित थी। इस दौरे ने सिर्फ भारतीय मीडिया ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान के विशेषज्ञों में भी हलचल मचा दी है। इस लेख में हम इस दौरे के महत्व और इसके पीछे के कारणों पर चर्चा करेंगे।

क्राउन प्रिंस का दौरा: एक ऐतिहासिक पल

क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान का भारत दौरा न केवल सऊदी अरब और भारत के बीच रिश्तों को मजबूत करने का प्रयास है, बल्कि यह पूरे क्षेत्र में भू-राजनीतिक स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण है। उनके आगमन के बाद, दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश, और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ाने की कई योजनाएँ प्रस्तावित की गई हैं। यह दौरा भारत के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है क्योंकि इससे भारत को खाड़ी देशों में अपने सम्बन्धों को और मजबूत करने का अवसर मिलता है।

पाकिस्तानी एक्सपर्ट की हैरानी

जब हमारा चर्चा का विषय पाकिस्तान के विशेषज्ञों का आया, तो मित्र ने बताया कि क्राउन प्रिंस के दौरे के बारे में वे हैरान हैं। उन्हें यह समझ में नहीं आ रहा है कि भारत और सऊदी अरब के बीच इस प्रकार के सहयोग से पाकिस्तान को क्या नुकसान हो सकता है। कई पाकिस्तान के सुरक्षा और विदेशी मामलों के विशेषज्ञ इस दौरे को एक संकेत के रूप में देख रहे हैं कि सऊदी अरब अब भारत को एक बड़े सहयोगी के रूप में देख रहा है।

भारत-सऊदी अरब के रिश्ते: एक नई दिशा

भारत और सऊदी अरब के बीच बढ़ते संबंधों को देखते हुए, यह स्पष्ट होता है कि दोनों देशों के बीच सामरिक, आर्थिक, और सांस्कृतिक सहयोग में वृद्धि हो रही है। अनेक क्षेत्रों में सहयोग, जैसे कि ऊर्जा, व्यापार, और सुरक्षा, ने दोनों देशों के बीच एक नया युग आरंभ करने का संकेत दिया है।

निष्कर्ष

दुबई से आए दोस्त की बातचीत ने साबित कर दिया कि क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान का भारत दौरा सिर्फ एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने का एक सार्थक प्रयास है। इस दौरे के अब तक के सफल परिणाम हमें यह सोचने पर मजबूर करते हैं कि भारत और सऊदी अरब का भविष्य कितना उज्ज्वल है। आखिरकार, ऐसे दौरे गहराई से सोचने के लिए प्रेरित करते हैं कि वैश्विक राजनीति किस दिशा में जा रही है।

Keywords

Dubai, Saudi Arabia, Crown Prince, India Tour, Pakistani Experts, Bilateral Relations, Middle East Politics, Strategic Partnership