Basant Panchami 2025: बसंत पंचमी पर मां सरस्वती को भोग में चढ़ाएं केसर पेड़ा, नोट करें आसान विधि
बसंत पंचमी का त्योहार सनातन धर्म में बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इस साल 2 फरवरी को बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जा रहा है। इस दिन से बसंत ऋतु की शुरुआत हो जाती है। यह खास दिन विद्या, ज्ञान औऱ संगीत की देवी मां सरस्वती को समर्पित होता है। इस दिन मां सरस्वती का जन्म हुआ था। इसलिए इस दिन मां सरस्वती प्राकट्योत्सव के रुप में मनाया जाता है। माता सरस्वती को सबसे ज्यादा पीले रंग की चीजें बेहद प्रिय होती हैं। इसलिए आप माता को प्रसन्न करने के लिए पीला भोग बना सकते हैं। बसंत पंचमी के दिन आप मां सरस्वती पूजन के दौरान भोग के लिए आप टेस्टी केसर पेड़ा बना सकते हैं। आइए आपको बताते हैं केसर पेड़ा बनाने की रेसिपी।केसर पेड़ा बनाने के लिए सामग्री- 2 कप खोया- 1/2 कप पिसी हुई चीनी- 1 चम्मच घी- 10-12 केसर के धागे- 2 बड़े चम्मच इलायची पाउडर- कटे हुए पिस्ता और बादाम सजावट के लिएकेसर पेड़ा बनाने के विधिकेसर पेड़ा बनाने के लिए आप पहले केसर का मिश्रण तैयार कर लें। फिर आप एक छोटी कटोरी में गर्म दूध लेकर उसमें केसर के धागे डालकर 5-10 मिनट के लिए छोड़ दें ताकि दूध में केसर का रंग और स्वाद अच्छे से मिल जाए। इसके बाद मेवा को भूनें। इसके लिए एक नॉन-स्टिक पैन को धीमी आंच पर गर्म करके उसमें घी डालकर मावा हल्का गोल्डन होने तक भूनें। ध्यान रहे कि मावा को जलने न दें इसके लिए लगातार चलाते हुए भूनते रहें। जब मावा अच्छे से भून जाए, तो उसमें पिसी हुई चीनी और केसर मिला हुआ दूध डालकर अच्छी तरह मिलाते हुए धीमी आंच पर पकने दें। फिर पैन में इलायची पाउडर डालकर अच्छे से मिलाएं, मिश्रण गाढ़ा होने पर गैस बंद कर दें। जब मिश्रण ठंडा हो जाए, तो हाथों में थोड़ा घी लगाकर उसे पेड़े का आकार दें। ऊपर से पिस्ता या बादाम लगाकर पेड़ा हल्का दबा दीजिए। जिससे पेड़े में मेवे चिपक जाएं। यह लीजिए तैयार है माता सरस्वती को भोग लगाने के लिए केसर पेड़ा।

Basant Panchami 2025: बसंत पंचमी पर मां सरस्वती को भोग में चढ़ाएं केसर पेड़ा, नोट करें आसान विधि
The Odd Naari
लेखिका: सुमिता शर्मा, टीम नितानागरी
परिचय
बसंत पंचमी, हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो मां सरस्वती की पूजा के लिए समर्पित है। यह त्यौहार ज्ञान और बुद्धि की देवी मां सरस्वती का जन्मदिन माना जाता है। इस साल, बसंत पंचमी 2025 को 21 जनवरी को मनाई जाएगी। इस विशेष दिन पर मां सरस्वती को भोग में चढ़ाने के लिए केसर पेड़ा एक अद्भुत विकल्प है। इस लेख में हम जानेंगे कि केसर पेड़ा कैसे बनाते हैं और इसे भोग में चढ़ाने के महत्व के बारे में।
बसंत पंचमी का महत्व
बसंत पंचमी का त्यौहार सर्दी के मौसम की समाप्ति और नई फसल के स्वागत का प्रतीक है। इस दिन, विशेष रूप से विद्यार्थी और शिक्षक मां सरस्वती से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पूजा करते हैं। माना जाता है कि इस दिन माँ की पूजा करने से ज्ञान और विद्या की प्राप्ति होती है। इस अवसर पर केसर पेड़ा का भोग मां सरस्वती को चढ़ाना शुभ मना जाता है।
केसर पेड़ा बनाने की विधि
केसर पेड़ा बनाने के लिए आपको निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होगी:
- दूध - 1 लीटर
- चीनी - 200 ग्राम
- केसर - एक चुटकी
- घी - 2 टेबलस्पून
- पनीर - 200 ग्राम (छुना हुआ)
- इलायची - 2 (पाउडर में के लिए)
अब चलिए जानते हैं इसे बनाने की विधि:
- पहले दूध को उबालें और उसमें केसर मिला दें। दूध को तब तक उबालें जब तक कि यह आधा न रह जाए।
- अब इसमें चीनी मिलाकर अच्छी तरह से चलाएं। जब चीनी पूरी तरह से घुल जाए, तो उसमें पनीर डाल दें।
- मिश्रण को अच्छे से मिलाएं और धीमी आंच पर पकने दें।
- जब मिश्रण पूरी तरह से गाढ़ा हो जाए, तो उसमें इलायची पाउडर और घी डालें।
- अब पेड़े बनाएं और ठंडा होने दें।
सरस्वती पूजा में केसर पेड़ा का महत्व
केसर पेड़ा देवी सरस्वती को भेंट देने का एक विशेष तरीका है। यह मिठाई न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि इसे बनाना भी आसान है। माना जाता है कि केसर नाम की जड़ी-बूटी ज्ञान और शिक्षा का प्रतीक है। इस खाद्य सामग्री के साथ मां सरस्वती की पूजा करने से आपके जीवन में शिक्षा और समृद्धि का संचार होता है।
निष्कर्ष
बसंत पंचमी का त्यौहार हमें यह सिखाता है कि ज्ञान और शिक्षा का मूल्य कितना महत्वपूर्ण है। मां सरस्वती को भोग में चढ़ाए गए केसर पेड़े से आपकी पूजा विशेष और अर्थपूर्ण बनती है। इस बसंत पंचमी पर मां सरस्वती की भक्ति में इन सरल विधियों का अनुभव करें। अपने दोस्तों और परिवार के साथ इसे बांटें और इस विशेष दिन का आनंद लें।
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