Appendix Cancer: इन वजहों से बढ़ता है अपेंडिक्स में कैंसर जोखिम, जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट
अक्सर हम लोग पेट में होने वाले दर्द को नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन अगर आपको लगातार कुछ दिनों से पेट दर्द की शिकायत हो रही है, तो यह अपेंडिक्स हो सकता है। अपेंडिसाइटिस एक तरह का रोग है, जिसको आम भाषा में अपेंडिक्स कहा जाता है। पेट के अंदर छोटी और बड़ी आंत के बीच अपेंडिक्स होता है। आमतौर पर पेट में तेज दर्द ही इस कैंसर का प्रमुख लक्षण माना जाता है। इस बीमारी में अपेंडिक्स में सूजन आ जाती है, जिसकी वजह से असहनीय दर्द होता है।अपेंडिक्स का दर्द लंबे समय तक रहने से कैंसर का कारक बन जाता है। लेकिन डॉक्टर इसको एक दुर्लभ कैंसर मानते हैं। फिर भी इसके होने की संभावनाएं काफी होती हैं। वहीं इसके प्रभाव भी खतरनाक हो सकते हैं। इस कैंसर के सटीक कारणों का पता नहीं चल पाया है, लेकिन कुछ कारक इसको बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको अपेंडिक्स कैंसर के जोखिम कारक के बारे में बताने जा रहे हैं।इसे भी पढ़ें: Strong Immune System: बीमारियों को खुद से रखना चाहते हैं दूर तो इन आदतों से करें तौबा, वरना कमजोर हो सकती है इम्यूनिटीअपेंडिक्स कैंसरकार्सिनोइड ट्यूमरयह सबसे आम तरह का ट्यूमर है और लगभग 50% मामलों में अपेंडिक्स कैंसर पाया जाता है।म्यूसिनस एडेनोकार्सिनोमायह कैंसर म्यूसिन नामक पदार्थ का उत्पादन करता है।गॉब्लेट सेल कार्सिनोमायह कैंसर कार्सिनोइड और एडेनोकार्सिनोमा दोनों का मिश्रण होता है।कैंसर के जोखिम कारकआयुआमतौर पर 40-60 वर्ष की उम्र के बीच के लोगों में अपेंडिक्स कैंसर का खतरा अधिक देखा जाता है। वहीं उम्र बढ़ने के बाद इसका खतरा बढ़ जाता है। वहीं बच्चों और युवाओं में इस तरह के कैंसर के मामले कम देखने को मिलता है।आनुवंशिकताजिन लोगों के परिवार में पहले से किसी को कैंसर हुआ हो, उनमें अपेंडिक्स कैंसर होने का खतरा अधिक होता है। खासकर अगर परिवार में कोलन कैंसर या फिर अन्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर हुआ हो।कैंसर जोखिमकुछ रिसर्च में पाया गया है कि महिलाओं में कार्सिनोइड ट्यूमर के विकसित होने की संभावना पुरुषों से अधिक होती है। जबकि म्यूसिनस एडेनोकार्सिनोमा पुरुषों में अधिक पाया जाता है।कमजोर इम्यूनिटी पावरजिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, उनको संक्रमण और अन्य बीमारियों का खतरा अधिक होता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि इम्यूनिटी पावर कमजोर होने पर अपेंडिक्स कैंसर सहित अन्य कैंसर का भी जोखिम बढ़ जाता है।पुराना रोगबता दें कि कुछ बीमारियां लंबे समय तक बनी रहती है। इसमें अल्सरेटिव कोलाइटिस या क्रोहन रोग को भी शामिल किया जाता है। यह रोग अपेंडिक्स कैंसर के खतरे को बढ़ाता है।इसके अलावा नियमित रूप से धूम्रपान करना और मोटापा आदि भी शरीर के कार्यों पर दबाव डालता है। अन्य तरह के गंभीर रोग जैसे कैंसर आदि का कारण बन सकते हैं। इसलिए इन बीमारियों से बचने के लिए आप हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज को अपनी लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाना चाहिए। वहीं अगर आपको पेट में दर्द होता है या मल में खून दिखाई देता है, तो इसको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। बल्कि फौरन डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

Appendix Cancer: इन वजहों से बढ़ता है अपेंडिक्स में कैंसर जोखिम, जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट
The Odd Naari
लेखक: सुमन वर्मा, टीम नेतानागरी
परिचय
अपेंडिक्स कैंसर, जिसे हम सामान्यतः अपेंडिक्स में होने वाले कैंसर के रूप में जानते हैं, एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है। पिछले कुछ वर्षों में इस बीमारी के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है। इस लेख में हम जानेंगे कि आखिर क्यों अपेंडिक्स में कैंसर का जोखिम बढ़ रहा है और विशेषज्ञ इस बारे में क्या सलाह देते हैं।
अपेंडिक्स कैंसर क्या है?
अपेंडिक्स कैंसर एक दुर्लभ प्रकार का कैंसर है, जो अपेंडिक्स (आंत का एक छोटा हिस्सा) में विकसित होता है। इसके लक्षण अक्सर अदृश्य होते हैं, जिससे यह बीमारी समय पर पहचान में नहीं आती।
अपर्याप्त आहार और जीवनशैली
विशेषज्ञों का मानना है कि अपर्याप्त आहार और आधुनिक जीवनशैली अपेंडिक्स कैंसर के जोखिम को बढ़ा रही हैं। उच्च फैट और कम आहार फाइबर वाले खान-पान से आंतों में सूजन होती है, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, ताजे फलों, सब्जियों और अनाजों का सेवन बढ़ाना चाहिए।
परिवार के स्वास्थ्य इतिहास का प्रभाव
अगर आपके परिवार में किसी को अपेंडिक्स कैंसर या अन्य प्रकार के कैंसर का इतिहास है, तो आपको इस रोग का उच्च जोखिम हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, आनुवंशिक कारक भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
वजन और मोटापा
मोटापा भी अपेंडिक्स कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है। शरीर में अत्यधिक वसा संग्रहित होने से आंतों में सूजन और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर अनुशासित खान-पान से इस जोखिम को घटाया जा सकता है।
धूम्रपान और शराब का सेवन
धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालता है। विशेषज्ञ बताते हैं कि इनकी आदतें न केवल अन्य कैंसर के जोखिम को बढ़ाती हैं, बल्कि अपेंडिक्स कैंसर का खतरा भी बढ़ा देती हैं। इसलिए, इनसे बचने की सलाह दी जाती है।
प्रारंभिक संकेतों पर ध्यान दें
किसी भी तरह के अपेंडिक्स की समस्या होने पर सतर्क रहना आवश्यक है। पेट में दर्द, उल्टी, या भूख में कमी जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। समय पर उपचार से इस बीमारी के जोखिम को कम किया जा सकता है।
निष्कर्ष
अपेंडिक्स कैंसर एक गंभीर समस्या है, लेकिन इसके जोखिम को कम किया जा सकता है। स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम और जीवनशैली में उचित बदलाव से इस खतरे को कम किया जा सकता है। अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें और आवश्यक जानकारी के लिए चिकित्सा विशेषज्ञ से संपर्क करें।
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