15 मिनट में ही TikTok डील पर राजी हो जाता चीन, अगर अमेरिका...ट्रंप ने एयर फोर्स वन में बैठे-बैठे क्या नया दावा कर दिया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगर अमेरिका टैरिफ में कटौती करता तो चीन 15 मिनट में वीडियो-शेयरिंग ऐप टिकटॉक की बिक्री को मंजूरी दे देता। ट्रंप ने कहा कि चीन के रुख में यह बदलाव पिछले हफ़्ते अमेरिका द्वारा सभी चीनी आयातों पर 34% का भारी-भरकम टैरिफ लगाए जाने के बाद आया है। एयर फोर्स वन में बोलते हुए ट्रम्प ने कहा हमने टिकटॉक के लिए काफी हद तक एक डील की थी। फिर चीन ने टैरिफ के कारण डील बदल दी। ट्रंप ने कहा कि यदि मैंने टैरिफ में थोड़ी कटौती की होती तो वे 15 मिनट में उस सौदे को मंजूरी दे देते, जो टैरिफ की ताकत को दर्शाता है। इसे भी पढ़ें: हजारों लोगों की आय को बढ़ाया, नाव वाले को भी करोड़पति बनाया, रिपोर्ट के आंकड़े देख कह उठेगा हर हिंदुस्तानी, महाकुंभ जैसे आयोजन देश के लिए हैं जरूरीटिकटॉक के 170 मिलियन से ज़्यादा अमेरिकी यूजर्स हैं। पिछले साल अमेरिका में पारित एक कानून के बाद संभावित बंद का सामना कर रहा है, जिसके तहत इसे अपनी चीनी मूल कंपनी बाइटडांस से अलग होना पड़ा। पिछले हफ़्ते, ट्रम्प ने टिकटॉक के लिए गैर-चीनी खरीदार खोजने की समय सीमा को 75 दिन और बढ़ा दिया था। रॉयटर्स के अनुसार, ट्रम्प की योजना में टिकटॉक के अमेरिकी परिचालन को एक अलग अमेरिकी स्वामित्व वाली इकाई में बदलने का सौदा शामिल है, जिसमें बाइटडांस अल्पमत हिस्सेदारी बनाए रखेगा। इसे भी पढ़ें: 'उनके मन में संविधान के प्रति घोर अवमानना', जम्मू-कश्मीर विधानसभा में हुए हंगामे पर बोले सुधांशु त्रिवेदीहालांकि, चीन पर पारस्परिक टैरिफ की ट्रम्प की घोषणा, जिसके बाद फरवरी और मार्च में पहले से ही 10% टैरिफ के दो दौर घोषित किए गए, ने इस सौदे को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। चीन ने 10 अप्रैल से अमेरिका से सभी आयातों पर पारस्परिक 34% टैरिफ लगाकर जवाबी कार्रवाई की है, जिससे पूर्ण व्यापार युद्ध की चिंता बढ़ गई है। समाचार एजेंसी एपी के अनुसार, बाइटडांस ने व्हाइट हाउस को सूचित किया है कि चीन तब तक समझौते को मंजूरी नहीं देगा जब तक कि व्यापार और टैरिफ वार्ता को संबोधित नहीं किया जाता।

15 मिनट में ही TikTok डील पर राजी हो जाता चीन, अगर अमेरिका...ट्रंप ने एयर फोर्स वन में बैठे-बैठे क्या नया दावा कर दिया
The Odd Naari
लेखक: सोनाली शर्मा, टीम नेतानागरी
अमेरिका और चीन के बीच चल रहा TikTok डील का विवाद एक बार फिर गरमाया है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एयर फोर्स वन में एक बयान देकर सबको चौंका दिया। उन्होंने कहा है कि अगर अमेरिका चाहता तो चीन को सिर्फ 15 मिनट में ही TikTok डील पर राजी किया जा सकता था। इस ऐलान ने कई राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है।
बातचीत का नया मोड़
ट्रंप का यह दावा न केवल राजनीतिक महत्व रखता है, बल्कि यह अमेरिकी सत्ताधारी वर्ग और व्यापार नीति को लेकर भी सवाल उठाता है। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका की नीति में जो संवाद और मजबूती होनी चाहिए थी, वह लागू नहीं हो पाई। उन्होंने सुझाव दिया कि अगर सही तरीके से बातचीत होती, तो मामला इतना उलझता नहीं।
TikTok के लिए अमेरिका की चिंता
TikTok पर अमेरिका की चिंता मुख्यत: डेटा सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी है। ट्रंप का यह विचार कि चीन इस मामले में जल्दी हड़बड़ी में आएगा या इससे राजी होगा, ने अमेरिका में उनके समर्थकों के बीच बातों का नया सिलसिला शुरू कर दिया है।
क्या हैं नए दावे?
ट्रंप ने यह भी कहा कि चीन ने इस डील में अपनी आकांक्षाएं व्यक्त की थीं, और एक सही दिशा में बातचीत होने पर यह जल्दी संभव हो सकता था। उनके इस बयान के बाद राजनीतिक विश्लेषक और विशेषज्ञ इस पर चर्चा कर रहे हैं कि क्या वास्तव में चीन इतनी जल्दी डील के लिए तैयार हो सकता था।
क्या है भविष्य?
भविष्य में TikTok की स्थिति पर यह बयान देश-दुनिया में चर्चित है। ऐसे में यह देखना होगा कि क्या अमेरिका अपनी राजनीतिक और व्यापारिक नीति में कोई बदलाव लाएगा या फिर पहले जैसा ही स्थिति जारी रखेगा।
निष्कर्ष
ट्रंप का यह दावा हमें बताता है कि वैश्विक व्यापार में बातें और हिस्सेदारी तय करने के लिए बातचीत का एक अहम हिस्सा होता है। यह केवल एक ऐप या डील का मामला नहीं है, बल्कि यह वैश्विक शक्ति संतुलन का भी मामला है।
फिलहाल, TikTok के भविष्य के बारे में और जानकारी पाने के लिए theoddnaari.com पर जाएं।