हल्द्वानी: तेहरान में फंसे अमरिक सिंह के परिवार की गुहार, सरकार से मदद की अपील

हल्द्वानी: हल्द्वानी निवासी और शहर में “हरबंस पेट्रोल पंप” के नाम से प्रसिद्ध सरदार अमरिक सिंह इन दिनों गहरे चिंता में हैं। कारण है उनकी बेटी और दामाद, जो इजराइल और ईरान के बीच जारी युद्ध के दौरान ईरान की राजधानी तेहरान में फंसे हुए हैं।अमरिक सिंह ने बताया कि उनकी बेटी और दामाद निजी […] Source

हल्द्वानी: तेहरान में फंसे अमरिक सिंह के परिवार की गुहार, सरकार से मदद की अपील
हल्द्वानी: तेहरान में फंसे अमरिक सिंह की बेटी और दामाद, परिवार ने भारत सरकार से लगाई मदद की गुहार

हल्द्वानी: तेहरान में फंसे अमरिक सिंह की बेटी और दामाद, परिवार ने भारत सरकार से लगाई मदद की गुहार

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कम शब्दों में कहें तो, हल्द्वानी के निवासी सरदार अमरिक सिंह की बेटी और दामाद इस समय ईरान की राजधानी तेहरान में फंसे हुए हैं। इस स्थिति ने उनके परिवार को गहरी चिंता में डाल दिया है।

हल्द्वानी: हरबंस पेट्रोल पंप के प्रसिद्ध मालिक सरदार अमरिक सिंह इस समय अत्यधिक तनाव में हैं। उनकी बेटी और दामाद एक निजी यात्रा के तहत तेहरान गए थे, लेकिन इजराइल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष ने उनकी यात्रा को खतरनाक बना दिया है। अमरिक सिंह ने कहा कि उनकी बेटी और दामाद वास्तविकता से अवगत होने से पहले ही इस शांति के क्षण में फंस गए। अब उन्होंने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है ताकि उनके प्रियजनों को सुरक्षित वापस लाया जा सके।

परिवार की चिंता और स्थिति का अवलोकन

अमरिक सिंह ने इस संकट के दौरान अपनी चिंता का इजहार करते हुए कहा कि उनकी पुत्री और दामाद ने इस यात्रा को शांति से अनुभव करने का निर्णय लिया था, परंतु परिस्थितियों ने उनके जीवन को उलट कर रख दिया है। अब, दोनों के संपर्क में कमी आई है, जिससे परिवार की चिंता और बढ़ गई है। यह स्थिति न केवल अमरिक सिंह के लिए, बल्कि अन्य भारतीय नागरिकों के लिए भी चिंताजनक बनी हुई है, जो इसी समय में फंसे हुए हैं।

उन्होंने भारत सरकार से अपील की है कि उचित कदम उठाए जाएं और भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने की प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। उनका बताना है कि कई परिवार ऐसे ही संकट में हैं और उन्हें सुरक्षित वापस लाने की आवश्यकता है।

भारत सरकार की प्रतिक्रिया और कार्रवाई

भारत सरकार ने इस संकट पर तुरंत प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय ने बताया है कि भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, स्थिति की निगरानी की जा रही है और संभावित निकासी प्रयासों पर चर्चा चल रही है।

हालांकि, जिस तरह से राजनीतिक और सुरक्षा स्थिति बदल रही है, भारतीय नागरिकों को सुरक्षित बाहर लाने के लिए सावधानी बरतने की आवश्यकता है। परिवारों को यह सलाह दी जा रही है कि वे अपने प्रियजनों के साथ संपर्क बनाए रखें, भले ही यह स्थिति किसी नाजुक दौर में हो।

समुदाय की एकजुटता

हल्द्वानी की स्थानीय जनसंख्या और संगठन इस कठिन समय में अमरिक सिंह के परिवार के साथ खड़े हैं। समुदाय के लोगों ने सहायता का आश्वासन दिया है और ऐसे मुश्किल समय में अमरिक सिंह परिवार को समर्थन देने का वादा किया है। यह सामूहिक एकजुटता उन सभी परिवारों के लिए एक संजीवनी हो सकती है जो कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।

निष्कर्ष

इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि विदेशी यात्रा कितनी संवेदनशील परिस्थितियों में परिवर्तित हो सकती है। अमरिक सिंह का परिवार अब केवल सुरक्षित वापसी की कामना कर रहा है और उन्होंने भारत सरकार से यह सुनिश्चित करने की अपील की है कि उनकी बेटी और दामाद सुरक्षित वापस लौट सकें।

हमें सभी को इस संकट पर लगातार नजर रखनी चाहिए और सभी परिवारों के प्रति संवेदनशीलता दिखानी चाहिए जो इस कठिन समय में संघर्ष कर रहे हैं। इस विशेष समाचार पर और अधिक अपडेट देखने के लिए, कृपया theoddnaari.com पर जाएं।

लेखक: दीप्ति तोमर, टीम द ओड नारी