सी और डी श्रेणी के विद्यालयों का कायाकल्प: शिक्षा विभाग की नई योजनाएँ

The post शिक्षा विभाग में सी व डी श्रेणी के विद्यालयों का होगा कायाकल्प appeared first on Avikal Uttarakhand. जर्जर विद्यालयों के निर्माण व मरम्मत को कार्यदायी संस्था नामित ‘सी’ श्रेणी में चिन्हित 10 स्कूलों के 14.39 करोड़ के आगणन को दी मंजूरी अविकल उत्तराखंड देहरादून। माध्यमिक शिक्षा विभाग… The post शिक्षा विभाग में सी व डी श्रेणी के विद्यालयों का होगा कायाकल्प appeared first on Avikal Uttarakhand.

सी और डी श्रेणी के विद्यालयों का कायाकल्प: शिक्षा विभाग की नई योजनाएँ
शिक्षा विभाग में सी व डी श्रेणी के विद्यालयों का होगा कायाकल्प

सी और डी श्रेणी के विद्यालयों का कायाकल्प: शिक्षा विभाग की नई योजनाएँ

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Author: Neelam Sharma, Priya Singh, Team The Odd Naari

कम शब्दों में कहें तो

माध्यमिक शिक्षा विभाग ने सी और डी श्रेणी के विद्यालयों के कायाकल्प के लिए 14.39 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया है। यह निर्णय सुधार कार्यों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा और छात्रों के लिए बेहतर शैक्षणिक माहौल प्रदान करेगा।

कायाकल्प की दिशा में उठाया गया कदम

देहरादून: माध्यमिक शिक्षा विभाग ने सी और डी श्रेणी के विद्यालयों के कायाकल्प के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस योजना के अंतर्गत, चार जनपदों में स्थित 10 विद्यालयों के सामुदायिक और शारीरिक सुधारों के लिए कुल 14.39 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है। यह पहल शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत द्वारा की गई है, और इसका उद्देश्य जर्जर विद्यालयों को नई ऊर्जा और सुधार की दिशा में ले जाना है।

विद्यालयों की स्थिति का आकलन

माध्यमिक शिक्षा विभाग ने विद्यालयों की स्थिति का गहन आकलन किया है, जिसके आधार पर उन्हें ए, बी, सी और डी श्रेणी में वर्गीकृत किया गया है। सी और डी श्रेणी के विद्यालयों के लिए कार्यदायी संस्था का चयन किया गया है। विशेष रूप से टिहरी, पौड़ी, देहरादून और ऊधमसिंह नगर जनपदों में स्थित विद्यालयों के लिए 14.39 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। वर्तमान में, ये विद्यालय खुद को प्राथमिक स्तर पर सुधारने की दिशा में निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

विभागीय निवेश का वितरण

इन 10 विद्यालयों में बुनियादी अवसंरचना के विकास के लिए विभिन्न धनराशियों का आवंटन किया गया है। उदाहरण के तौर पर, टिहरी के राजकीय इंटर कॉलेज नकुर्ची को 2.77 करोड़, न्यूली अकरी को 1.59 करोड़ और पिन्सवाड़ को 2.35 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इसी तरह, देहरादून के जस्सोवाला और ऊधमसिंह नगर के अन्य विद्यालयों के लिए भी आवश्यक धनराशियों की जानकारी उपलब्ध कराई गई है।

डी श्रेणी के विद्यालयों का भी होगा सुधार

डी श्रेणी में चिन्हित 6 विद्यालयों के लिए भी कार्यदायी संस्था का चयन किया गया है। ये विद्यालय हरिद्वार, अल्मोड़ा, और नैनीताल जनपदों में स्थित हैं। इसके माध्यम से, सरकार ने सुनिश्चित किया है कि सभी विद्यालयों को उचित सुविधाएं प्राप्त होंगी, जिससे छात्रों की पढ़ाई में सुधार होगा।

विद्यालयों में होगी ये सुविधाएं

इस योजना के तहत, विद्यालयों में न केवल कक्षाओं का निर्माण किया जाएगा, बल्कि पुस्तकालय, कंप्यूटर कक्ष और प्रयोगशालाएं भी स्थापित की जाएंगी। इसके अलावा, विद्यालयों में मुख्यालय कार्यालय, स्टाफ कक्ष और शौचालयों का निर्माण भी किया जाएगा। यह सभी सुधार विद्यालयों के समग्र विकास के लिए आवश्यक हैं और इन्हें विद्यार्थियों के लिए एक अनुकूल वातावरण बनाने के लिए किया जा रहा है।

निष्कर्ष

इन सभी सुधारों के माध्यम से विद्यालयों को एक नया रूप दिया जाएगा, जिससे विद्यार्थियों के भविष्य को संवारने में मदद मिलेगी। इस योजना के अनुसार, संबंधित एजेंसियों को समय पर कार्य पूरा करने के लिए निर्देशित किया गया है। अंततः, यह पहल शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाने की दिशा में एक आशाजनक कदम हो सकती है।

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