धर्मेंद्र प्रधान की यूएई यात्रा: शिक्षा में नवाचार और द्विपक्षीय सहयोग का नया अध्याय
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान 10 से 11 सितंबर तक संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर रवाना हुए हैं। प्रधान की यात्रा का उद्देश्य शिक्षा में द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करना और शैक्षणिक उत्कृष्टता और नवाचार-संचालित पारिस्थितिकी तंत्र के लिए रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देना है। इस यात्रा के दौरान, वह संयुक्त अरब अमीरात के शीर्ष नेताओं, मंत्रियों, नीति निर्माताओं, शिक्षाविदों और भारत तथा संयुक्त अरब अमीरात के संस्थानों के प्रतिनिधियों से मिलेंगे। चर्चाएँ शिक्षा, नवाचार और ज्ञान के आदान-प्रदान में सहयोग बढ़ाने पर केंद्रित होंगी, साथ ही दोनों देशों के छात्रों और युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने के नए रास्ते तलाशने पर भी केंद्रित होंगी। इसे भी पढ़ें: UAE के साथ मिलकर भारत ने पलटा खेल, डॉलर Gone, Rupee On, अबू धाबी की तरफ मुड़ी Made in India दवा10 सितंबर को, धर्मेंद्र प्रधान अबू धाबी शिक्षा एवं ज्ञान विभाग (ADEK) की अध्यक्ष सारा मुसल्लम से मुलाकात करेंगे। वे आईआईटी दिल्ली-अबू धाबी परिसर का भी दौरा करेंगे, जहाँ वे अटल इनक्यूबेशन सेंटर का उद्घाटन करेंगे और पीएचडी एवं बी.टेक कार्यक्रमों का शुभारंभ करेंगे। इस यात्रा के दौरान, वे छात्रों और संकाय सदस्यों से बातचीत करेंगे। मंत्री अबू धाबी स्थित बीएपीएस हिंदू मंदिर जाएँगे और सिम्बायोसिस विश्वविद्यालय के दुबई परिसर के प्रथम वर्षगांठ समारोह में भाग लेंगे। 11 सितंबर को, प्रधान भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) अहमदाबाद के दुबई परिसर के उद्घाटन के लिए संयुक्त अरब अमीरात के उच्च शिक्षा मंत्री अब्दुल रहमान अल अववार के साथ शामिल होंगे। दोनों मंत्री शिक्षा क्षेत्र में चल रहे और भविष्य के सहयोग पर भी गहन चर्चा करेंगे।इसे भी पढ़ें: Asia Cup 2025 के लिए UAE ने किया अपने स्क्वॉड का ऐलान, मुहम्मद वसीम को मिली टीम की कमानइसके बाद, मंत्री संयुक्त अरब अमीरात में संचालित भारतीय उच्च शिक्षा संस्थानों के एक गोलमेज सम्मेलन में भाग लेंगे, जिसमें क्षेत्र में भारतीय शिक्षा जगत की उपस्थिति और प्रभाव को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। दुबई में अपने कार्यक्रमों के तहत, धर्मेंद्र प्रधान भारतीय वाणिज्य दूतावास में "एक पेड़ माँ के नाम" वृक्षारोपण अभियान में भी भाग लेंगे। वे सीबीएसई स्कूलों के प्रधानाचार्यों से बातचीत करेंगे और संयुक्त अरब अमीरात के भारतीय स्कूलों में अटल टिंकरिंग लैब का उद्घाटन करेंगे।

धर्मेंद्र प्रधान की यूएई यात्रा: शिक्षा में नवाचार और द्विपक्षीय सहयोग का नया अध्याय
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कम शब्दों में कहें तो, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की यूएई यात्रा द्विपक्षीय शिक्षा सहयोग को और मजबूत करने के लिए है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 10 से 11 सितंबर 2023 तक संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर रवाना हुए हैं। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य शिक्षा में द्विपक्षीय सहयोग को गहरा करना और शैक्षणिक उत्कृष्टता और नवाचार-संचालित पारिस्थितिकी तंत्र के लिए रणनीतिक साझेदारियों को बढ़ावा देना है।
शिक्षा के क्षेत्र में उच्चस्तरीय चर्चाएँ
धर्मेंद्र प्रधान की यात्रा के दौरान, वे यूएई के शीर्ष नेताओं, मंत्रियों, नीति निर्माताओं, शिक्षाविदों और भारत तथा संयुक्त अरब अमीरात के संस्थानों के प्रतिनिधियों से मिलेंगे। चर्चा का मुख्य फोकस शिक्षा, नवाचार और ज्ञान के आदान-प्रदान में सहयोग बढ़ाने पर रहेगा। इसके साथ ही, दोनों देशों के छात्रों और युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा करने के नए रास्ते के तलाशने पर भी विचार किया जाएगा।
10 सितंबर को होने वाली महत्वपूर्ण बैठकें
10 सितंबर को, धर्मेंद्र प्रधान अबू धाबी में शिक्षा एवं ज्ञान विभाग (ADEK) की अध्यक्ष सारा मुसल्लम से मुलाकात करेंगे। इस दिन, वे आईआईटी दिल्ली के अबू धाबी परिसर का दौरा करके अटल इनक्यूबेशन सेंटर का उद्घाटन करेंगे, जहां पीएचडी एवं B.टेक कार्यक्रमों की भी शुरुआत की जाएगी।
इसके अलावा, मंत्री बीएपीएस हिंदू मंदिर का भी दौरा करेंगे और सिम्बायोसिस विश्वविद्यालय के दुबई परिसर की पहली वर्षगांठ समारोह में भाग लेंगे।
11 सितंबर का कार्यक्रम
11 सितंबर को, प्रधान भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) अहमदाबाद के दुबई परिसर के उद्घाटन के लिए यूएई के उच्च शिक्षा मंत्री अब्दुल रहमान अल अववार के साथ शामिल होंगे। इन दोनों मंत्रियों के बीच शिक्षा क्षेत्र में चल रहे और भविष्य के सहयोग पर गहन चर्चा होने की उम्मीद है।
गोलमेज सम्मेलन और वृक्षारोपण अभियान
इसके बाद, मंत्री संयुक्त अरब अमीरात में संचालित भारतीय उच्च शिक्षा संस्थानों के एक गोलमेज सम्मेलन में भाग लेंगे, जहाँ भारतीय शिक्षा जगत की उपस्थिति और प्रभाव को बढ़ाने पर चर्चा की जाएगी। अपनी यात्रा के दौरान, धर्मेंद्र प्रधान भारतीय वाणिज्य दूतावास में "एक पेड़ माँ के नाम" वृक्षारोपण अभियान में भी भाग लेंगे।
अंत में, वे सीबीएसई स्कूलों के प्रधानाचार्यों से बातचीत करेंगे और संयुक्त अरब अमीरात के भारतीय स्कूलों में अटल टिंकरिंग लैब का उद्घाटन करेंगे।
इस यात्रा के माध्यम से, भारत और यूएई के बीच शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग को और मजबूती प्रदान करने के लिए नए द्वार खुल सकते हैं। इससे न केवल दोनों देशों के छात्रों के लिए नए अवसर पैदा होंगे, बल्कि यह शैक्षणिक नवाचार की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
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स्रोत: टीम द ओड नारी