“हरक सिंह: बीजेपी को समाप्त करने की धमकी या भ्रामक बयान?”
The post “हरक सिंह किस खेत की मूली हैं जो बीजेपी को खत्म करेंगे” appeared first on Avikal Uttarakhand. हरक के भाजपा की ‘अंत्येष्टि’ सम्बन्धी बयान पर त्रिवेंद्र ने किया पलटवार अविकल उत्तराखंड देहरादून। कांग्रेस नेता हरक सिंह के भाजपा की अंत्येष्टि करने सम्बन्धी बयान को लेकर आरोप प्रत्यारोप… The post “हरक सिंह किस खेत की मूली हैं जो बीजेपी को खत्म करेंगे” appeared first on Avikal Uttarakhand.

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हरक सिंह: बीजेपी को समाप्त करने की धमकी या भ्रामक बयान?
By: Neha Sharma, Team The Odd Naari
Introduction
कम शब्दों में कहें तो, उत्तराखंड की राजनीति में एक नया विवाद उत्पन्न हुआ है। कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत ने हाल ही में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 'अंत्येष्टि' करने का बयान दिया, जिस पर भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने तीखा पलटवार किया है।
हरक सिंह का विवादित बयान
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरक सिंह रावत ने प्रेस वक्तव्य में कहा, "मुझे भाजपा की अंत्येष्टि करने में कोई संकोच नहीं होगा। इसके बाद ही मैं माला पहनने का संकल्प लूंगा।" यह बयान राजनीति में हलचल मचा गया, जिसमें हरक ने स्पष्ट किया कि उनके लिए भाजपा को समाप्त करना कठिन कार्य नहीं है। उनके बयान ने प्रदेश की राजनीतिक चर्चाओं को फिर से सक्रिय कर दिया है।
त्रिवेंद्र का सख्त पलटवार
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हरक के बयान पर प्रतिक्रिया में कहा, "हरक सिंह किस खेत की मूली हैं जो भाजपा को समाप्त करेंगे?" उन्होंने बयान में यह भी जोड़ा कि जो नेता खुद प्रधानमंत्री नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी जैसे दिग्गज नेताओं को भी नहीं रोक सके, उनके लिए हरक का यह सपना साकार नहीं हो सकता। त्रिवेंद्र ने साफ किया कि भाजपा एक मजबूत पार्टी है, जो लोगों के विश्वास पर आधारित है।
भाजपा का मजबूत आधार
हरक के बयान के जवाब में, त्रिवेंद्र ने बताया कि भाजपा राष्ट्रवाद और सेवा कार्यों पर केंद्रित एक पार्टी है। उन्होंने कहा कि ऐसे वक्ता के व्यक्तिगत भावनाओं से पार्टी की जड़ें हिलने वाली नहीं हैं। भाजपा अपने कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों की आवाज सुनती है और उनकी आस्था को बनाए रखने के लिए संकल्पित है।
राजनीति में ताजा बहस
इस विवाद ने प्रदेश की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दिया है। भाजपा कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर अपने नेता का समर्थन कर रहे हैं और कांग्रेस पर हमले कर रहे हैं। भाजपा नेत्रियों की प्रतिक्रिया और भाजपा का संगठनात्मक ढांचा दिखाता है कि भाजपा की जड़ें जनता के दिलों में गहरी हैं। ऐसे में हरक सिंह के बयान का कोई खास असर नहीं होने वाला है।
Conclusion
हरक सिंह के विवादित बयान ने भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का एक नया अध्याय खोल दिया है। यह देखना अब बाकी है कि यह राजनीतिक लड़ाई किस दिशा में आगे बढ़ती है। भाजपा का मजबूत नेतृत्व और संगठनात्मक क्षमता सभी राजनीतिक संकटों का समना कर सकता है। हरक सिंह का बयान केवल एक जुमला बनकर रह सकता है।
भविष्य की राजनीतिक स्थितियों को देखने के लिए हमें आगाह रहना होगा। भाजपा और कांग्रेस के बीच इस संघर्ष में कौन मुद्दों का सही तरीके से लाभ उठाता है, यह देखने योग्य होगा।