सब इजरायल-हमास में लगे थे, इधर Syria में ट्रंप ने चला दिया कौन सा अभियान, घुसकर ठोका अलकायदा का आतंकी

किसी देश में घुसकर अपने दुश्मनों को मारने के लिए मशहूर अमेरिका एक बार फिर अपने सबसे बड़े दुश्मन को किसी देश में घुसकर मार आया है। खबर सीरिया से आई है। अमेरिका ने सीरिया में एक ऐसी स्ट्राइक कर दी जिसके बाद अलकायदा का टॉप आतंकी सला अलजबीर ढेर हो गया। इसकी जानकारी खुद अमेरिकी सेना द्वारा दी गई। सीरिया में ताबड़तोड़ एयरस्ट्राइक को अंजाम देने के बाद अमेरिका की सेना ने घोषणा की कि उसने हवाई हमले में अलकायदा से जुड़े सीनियर आतंकवादी मोहम्मद सलला जबीर को मौत के घाट उतार दिया है। अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि ये हवाई हमला आतंकियों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए किया गया था। इससे पहले आईडीएफ ने हमास के सैन्य प्रमुख को मौत के घाट उतारा था। इसे भी पढ़ें: Syria में सामूहिक कब्रों का पता चला, कम से कम 26 लोगों के शव बरामदबता दें कि अमेरिका एक के बाद एक अभियान चलाकर अपने दुश्मनों को खत्म कर रहा है। मीडिल ईस्ट में जब जंग तेज है तब सीरिया में अमेरिका का ऑपरेशन लगातार जारी है। अमेरिकी सेना ने अब उत्तर पश्चिमी सीरिया में हवाई हमले किए। अल-ज़बीर की मौत चरमपंथी समूह के लिए एक बड़ा झटका है। इस ऑपरेशन का नेतृत्व यूएस सेंट्रल कमांड ने किया. यह सीरिया में आतंकवाद के खिलाफ व्यापक अभियान का हिस्सा है। इस कार्रवाई का उद्देश्य ऐसे समूहों के संचालन को बाधित करना है। हुर्रास अल-दीन समूह कुछ समय से सीरिया में सक्रिय है। वे अल-कायदा से अपने संबंधों के लिए जाने जाते हैं। अमेरिका ऐसे समूहों के प्रभाव और क्षमताओं को कम करने के लिए उनके नेताओं को निशाना बनाता रहा है।इसे भी पढ़ें: सीरिया में युद्ध अपराध के संदिग्धों के खिलाफ प्रतिबंध जारी रहें लेकिन लोगों को राहत की जरूरत : Germany ट्रंप ने दिसंबर में विद्रोहियों द्वारा सीरियाई नेता बशर अल-असद को अपदस्थ करने से ठीक पहले कहा था कि अमेरिकी सैनिकों को सीरिया से वापस बुला लेना चाहिए। अमेरिका कई वर्षों से कहता रहा है कि सीरिया में लगभग 900 सैनिक तैनात हैं, लेकिन अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन ने दिसंबर में कहा था कि सैनिकों की संख्या बढ़कर 2,000 हो गई है। सीरिया में अमेरिकी सैनिकों की मौजूदगी को लेकर अमेरिका और सीरिया के पड़ोसी देशों तुर्की व इराक के बीच लंबे समय से टकराव रहा है। तुर्की और इराक चाहते हैं कि अमेरिकी सैनिकों की तैनाती सीमित की जाए जबकि इजराइल का कहना है कि अमेरिका को देश में सैनिकों की मौजूदगी बरकरार रखनी चाहिए।

सब इजरायल-हमास में लगे थे, इधर Syria में ट्रंप ने चला दिया कौन सा अभियान, घुसकर ठोका अलकायदा का आतंकी
सब इजरायल-हमास में लगे थे, इधर Syria में ट्रंप ने चला दिया कौन सा अभियान, घुसकर ठोका अलकायदा का आतंकी

सब इजरायल-हमास में लगे थे, इधर Syria में ट्रंप ने चला दिया कौन सा अभियान, घुसकर ठोका अलकायदा का आतंकी

The Odd Naari

लेखिका: नीतू शर्मा, टीम नीतानागरी

प्रस्तावना

लंबे समय से इजरायल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष ने विश्व भर का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। इसी बीच, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीरिया में एक नया अभियान छेड़ा है। इस अभियान का उद्देश्य अलकायदा के आतंकियों का सफाया करना है। लेकिन क्या यह अभियान इन संघर्षों पर भी असर डालेगा? चलिए जानते हैं इस संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी।

ट्रंप का सीरिया अभियान

डोनाल्ड ट्रंप, जो अब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति हैं, सीरिया में अग्रिम कार्रवाई कर रहे हैं। 'ऑपरेशन स्नेक' नामक इस अभियान का उद्देश्य अलकायदा के आतंकियों का सफाया करना है। ट्रंप ने कहा है कि इस अभियान से न केवल अमेरिका की सुरक्षा में सुधार होगा, बल्कि क्षेत्र में आतंकवाद पर काबू पाने में भी मदद मिलेगी।

इजरायल-हमास संघर्ष का प्रभाव

इजरायल और हमास के बीच संघर्ष ने वैश्विक राजनीति को नया मोड़ दिया है। इस टकराव ने हजारों लोगों की जान ले ली है और दोनों पक्षों के बीच घृणा और द्वेष बढ़ा है। इस संकट के बीच, ट्रंप का अभियान क्या सच में क्षेत्रीय शांति लाने में सहायक होगा? या फिर यह स्थिति को और बढ़ा देगा? अनेक विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप का यह कदम एक नई उथल-पुथल को जन्म दे सकता है।

अलकायदा पर कार्रवाई

अलकायदा जैसे आतंकी समूहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है। ट्रंप ने अपने अभियान में यह स्पष्ट किया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ एक ठोस कदम उठाना चाहते हैं। यह कदम निश्चित रूप से अलकायदा जैसे संगठनों के लिए एक चेतावनी है। उन्हें सीखना होगा कि अब कोई भी छिपकर नहीं रह सकता।

निष्कर्ष

जैसा कि हम देखते हैं, इजरायल-हमास संघर्ष और ट्रंप का सीरिया अभियान दोनों ही आधुनिक geopolitics में महत्वपूर्ण बिंदु हैं। इन दोनों के परिणामों को देखना अनिवार्य होगा, क्योंकि ये विश्व के विभिन्न हिस्सों को प्रभावित कर सकते हैं। क्या ट्रंप का यह कदम आतंकवाद का सफाया करेगा? या इसे और बढ़ाएगा? यह सवाल अभी भी अनुत्तरित है।

इस प्रकार, वैश्विक राजनीति में चल रहे घटनाक्रमों पर लगातार नजर रखने की आवश्यकता है। जल्द ही सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।

अधिक अपडेट्स के लिए, हमारी वेबसाइट पर जाएं: theoddnaari.com.

Keywords

Israel Hamas conflict, Trump Syria campaign, Al-Qaeda terrorist, Operation Snake, terrorism, global politics, Middle East crisis, security issues