बारूदी ज्वाला भड़की! ट्रंप का फोन काटते ही यूक्रेन के हॉस्पिटल पर पुतिन ने बम गिरा दिया,
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सीजफायर के लिए तो राजी हो गए हैं। लेकिन पुतिन ने अपनी तोंप और बंदूकों को शांत रखने के लिए कुछ शर्तें अमेरिका के सामने रखी हैं। पुतिन ने अमेरिका से यूक्रेन को हथियार की सप्लाई बंद करने को कहा है। यूरोप की तरफ से ये फैसला लिया जाना चाहिए। साथ ही जंग में कब्जाई गई जमीन पर रूस का ही कंट्रोल होगा। नाटो की तरफ से वादा किया जाए कि यूक्रेन को सदस्य नहीं बनाया जाएगा। ये कुछ सशर्ते सीजफायर के लिए पुतिन राजी हुए हैं। यूक्रेन की तरफ से लगातार नाटो का सदस्य बनाने की मांग की जा रही है। लेकि भविष्य में भी नाटो इस पर बिल्कुल भी अमल न करे कुछ इस तरह का वादा पुतिन अमेरिका से चाहते हैं। यूक्रेन न्यूट्रल पोजीशन में रहेगा। इसके साथ ही यूक्रेन की सेना में नई भर्ती न की जाए। कुर्क में मौजूद यूक्रेन के सैनिकों को सरेंडर करना होगा। इसे भी पढ़ें: Russia Ukraine War Update: सरेंडर करने को तैयार हुआ यूक्रेन? जीत गया रूसयूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूस ने अस्पतालों सहित नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया। ज़ेलेंस्की के अनुसार, एक शाहेड-प्रकार के ड्रोन ने यूक्रेन के सुमी क्षेत्र में एक अस्पताल पर सीधा हमला किया, जबकि कुल 40 ड्रोन ने नौ अन्य क्षेत्रों में हमले किए। यूक्रेन की राज्य आपातकालीन सेवा द्वारा जारी फुटेज में सुमी में अस्पताल को हुए नुकसान को दिखाया गया। ड्रोन हमले तब हुए, जब रूस के राष्ट्रपति ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ बातचीत के बाद यूक्रेन में तत्काल और पूर्ण युद्धविराम को अस्वीकार कर दिया। हालांकि पुतिन यूक्रेन के ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर हमले रोकने के लिए सहमत हुए।

बारूदी ज्वाला भड़की! ट्रंप का फोन काटते ही यूक्रेन के हॉस्पिटल पर पुतिन ने बम गिरा दिया
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Written by: Neelam Sharma, Team Netaanagari
परिचय
हाल के दिनों में, वैश्विक राजनीति में उथल-पुथल मच गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का फोन काटने के बाद, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से यूक्रेन के अस्पताल पर बम गिराने की घटना ने सभी को चौंका दिया है। यह घटना न केवल सैन्य संघर्ष को बढ़ावा देती है, बल्कि वैश्विक सुरक्षा के मुद्दों को भी गंभीरता से प्रस्तुत करती है।
घटना का विवरण
ट्रंप के समर्थन में आने वाले नेताओं के लिए एक फोन कॉल में पुतिन ने अपनी स्थिति साफ की थी। जैसे ही उनका फोन कटा, रूस ने एक बड़ा हमला करने का निर्णय लिया। यूक्रेन के एक अस्पताल पर जो बमबारी हुई, उसमें कई लोग घायल हुए हैं। यह स्पष्ट है कि पुतिन द्वारा इस हमले की योजना को रणनीतिक दृष्टि से तैयार किया गया था।
राजनीतिक परिस्थिति
इस घटना ने वैश्विक राजनीति में कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अमेरिका और रूस के बीच चल रहा तनाव एक नई दिशा में बढ़ रहा है। यूक्रेन के नागरिकों के लिए ये घटनाएँ नई चुनौतियाँ लेकर आई हैं। विश्व नेताओं ने इस हमले की निंदा की है और यूक्रेन की मदद का आश्वासन दिया है।
यूक्रेन का प्रतिक्रियात्मक प्रयास
यूक्रेन ने इस हमले के बाद अपनी रक्षा प्रणाली को और मजबूत करने का निर्णय लिया है। राष्ट्रपति वोलोडिमायर ज़ेलेंस्की ने कहा है कि वे अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। इसके अलावा, कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने भी इस संकट को खत्म करने के लिए कार्रवाई की मांग की है।
समापन
यह घटना एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जो न केवल यूक्रेन बल्कि वैश्विक मामलों पर भी प्रभाव डाल सकती है। आशा की जाती है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस संकट को समाप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। पुतिन के कार्यों ने एक बार फिर से युद्ध और शांति के बीच की दुरी को स्पष्ट कर दिया है।
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