नैनीताल: कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने नंदा सुनंदा महोत्सव का सफल शुभारंभ किया, शहरवासियों से की महत्वपूर्ण अपील
नैनीताल: कुमाऊं आयुक्त एवं मुख्यमंत्री उत्तराखंड के सचिव दीपक रावत बुधवार सांय श्री माँ नंदा सुनंदा महोत्सव में पहुंचे। इस अवसर पर उन्होंने नैयना देवी मंदिर में सांयकालीन आरती में भाग लेकर पूजा-अर्चना की और मेले का भी निरीक्षण किया।कुमाऊं आयुक्त ने कहा कि नंदा महोत्सव पर नैनीताल नगर का वातावरण अद्भुत और दर्शनीय हो […] Source

नैनीताल में नंदा सुनंदा महोत्सव की धूम, कमिश्नर ने की अपील
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कम शब्दों में कहें तो, नैनीताल में कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने नंदा सुनंदा महोत्सव का शुभारंभ किया है।
नैनीताल: बुधवार की शाम को कुमाऊं आयुक्त एवं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के सचिव दीपक रावत ने श्री माँ नंदा सुनंदा महोत्सव का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने नैयना देवी मंदिर में सांयकालीन आरती में भाग लिया और यहाँ पूजा-अर्चना करने के साथ ही महोत्सव के विभिन्न गतिविधियों का निरीक्षण भी किया।
महोत्सव का महत्व
दीपक रावत ने इस महोत्सव को नैनीताल नगर के सांस्कृतिक धरोहर के रूप में वर्णित किया और स्थानीय लोगों की भागीदारी को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, “नंदा महोत्सव पर नैनीताल का वातावरण अद्भुत और दर्शनीय हो जाता है। यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि हम इस महोत्सव का हिस्सा बन सके हैं।”
शहरवासियों से की अपील
कमिश्नर ने शहरवासियों से यह अपील की कि वे इस महोत्सव का पूरा आनंद लें और इसे अपनी सांस्कृतिक पहचान के रूप में मनाएं। उन्होंने कहा, “आप सबका सहयोग हमें इस महोत्सव को सफल बनाने में मदद करेगा, और इससे न केवल हमारी परंपराएँ जीवित रहेंगी बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।”
महोत्सव की तैयारी और विशेषताएँ
इस महोत्सव की तैयारियों में स्थानीय प्रशासन ने भी भरपूर सहयोग किया है। शहर को सजाने के लिए विशेष सजावट और रोशनी की गई है, जिससे पूरे नैनीताल में एक उज्ज्वल और उत्सवी माहौल बना हुआ है। महोत्सव के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, नृत्य एवं संगीत की प्रस्तुतियाँ भी होंगी, जो दर्शकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनेंगी।
पर्यटन के लिए भी सुनहरा अवसर
यह महोत्सव केवल स्थानीय संस्कृति का सम्मान नहीं करता, बल्कि नैनीताल में पर्यटन को भी एक नया आयाम देता है। यहां आने वाले पर्यटकों का मानना है कि इस महोत्सव की धारणा और सांस्कृतिक मूल्य उनके अनुभव को और भी समृद्ध बनाते हैं। इससे स्थानीय व्यवसायों को भी बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
अंत में
इस महोत्सव के माध्यम से कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने न केवल नैनीताल की सांस्कृतिक सम्पदा को उजागर किया है, बल्कि उन्होंने स्थानीय लोगों को एकजुटता के साथ त्योहार मनाने की प्रेरणा भी दी है। इस महोत्सव की सफलता निश्चित रूप से इस क्षेत्र के लिए कई संभावनाएँ खोलने वाली है।
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ज़मीनी स्तर पर इस महोत्सव की सफलता केवल आयोजकों के द्वारा नहीं बल्कि शहरवासियों के सहयोग से तय होगी, इसलिए सभी से निवेदन है कि वे इसका भरपूर आनंद लें।
— टीम द ओड नारी, गीतिका शर्मा