गैरसैंण में गर्भवती महिला और शिशु की मौत पर गहरा जनाक्रोश

The post गैरसैंण में गर्भवती महिला और शिशु की मौत पर जनाक्रोश appeared first on Avikal Uttarakhand. तहसील का घेराव कर जताया गुस्सा अविकल उत्तराखण्ड गैरसैंण। ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के उप जिला अस्पताल में गर्भवती महिला सुशीला देवी और शिशु की प्रसव के दौरान हुई मौत से… The post गैरसैंण में गर्भवती महिला और शिशु की मौत पर जनाक्रोश appeared first on Avikal Uttarakhand.

गैरसैंण में गर्भवती महिला और शिशु की मौत पर गहरा जनाक्रोश
गैरसैंण में गर्भवती महिला और शिशु की मौत पर गहरा जनाक्रोश

गैरसैंण में गर्भवती महिला और शिशु की मौत पर गहरा जनाक्रोश

Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - The Odd Naari

कम शब्दों में कहें तो, गैरसैंण के उप जिला अस्पताल में गर्भवती महिला सुशीला देवी और उसके नवजात शिशु की मौत ने क्षेत्र में जनाक्रोश को जन्म दिया है। लोगों ने अस्पताल की व्यवस्थाओं के खिलाफ आवाज उठाई है और बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की मांग की है।

प्रारंभिक घटना

गैरसैंण, जो कि उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी है, के उप जिला अस्पताल में गर्भवती महिला सुशीला देवी के प्रसव के दौरान हुई घटना ने लोगों में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है। इस दुखद घटना के विरोध में स्थानीय निवासियों ने मंगलवार को तहसील का घेराव किया। उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल में अव्यवस्थाओं के चलते यह घटना घटी, जिसके कारण तत्काल कार्रवाई की जरूरत है।

ग्रामीणों की फर्ज से उपजी नाराजगी

ग्रामीणों ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए राज्य सरकार से स्वास्थ्य सुविधाओं को सुधारने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट किया कि यदि उनकी मांगों को न सुना गया, तो उनका आंदोलन और उग्र हो सकता है। इसमें सबसे पहले सुशीला देवी की मौत की मजिस्ट्रेट जांच कराने की मांग शामिल थी।

अस्पताल में आवश्यक सुधार की मांग

मोर्चा संभाले हुए आंदोलनकारियों ने कहा कि जब तक अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति नहीं की जाती, तब तक अस्पताल का औपचारिक उद्घाटन नहीं होना चाहिए। उन्होंने अस्पताल में एक ऑपरेशन थिएटर बनाने, पुरानी अल्ट्रासाउंड मशीन को बदलने और नई मशीन या अन्य चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता की भी मांग की।

गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षा की मांग

आंदोलनकारियों ने विशेष रूप से यह भी कहा कि गर्भवती महिलाओं को किसी उच्च चिकित्सा केंद्र में रेफर करने की स्थिति में उनके साथ एक विशेषज्ञ डॉक्टर अनिवार्य रूप से भेजा जाए। साथ ही, गर्भवती महिलाओं के इलाज और रेफर की स्थिति में सरकार द्वारा सभी खर्चों का वहन करने की मांग भी उठाई गई।

अगली चेतावनी

प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो उनका आंदोलन और बड़ा रूप धारण करेगा। इस मामले को लेकर स्थानीय समाज में गहरी चिंता व्यक्त की जा रही है।

यदि आप इस मामले पर अधिक अपडेट जानना चाहते हैं, तो कृपया हमारे वेबसाइट पर जाएँ: The Odd Naari.

संदेश देते हुए, इस तरह की दुखद घटनाओं के पीछे की वास्तविकता को समझना अत्यंत आवश्यक है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

टीम द ओड नारी, साक्षी शर्मा