उत्तराखंड में टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स में अग्निवीरों की नियुक्ति का ऐतिहासिक फैसला
The post टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स में अग्निवीरों की होगी तैनाती appeared first on Avikal Uttarakhand. अंतर्राष्ट्रीय टाइगर दिवस के अवसर पर सीएम ने की घोषणा वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर मासूम शौर्य ने सीएम को भेंट किये चित्र अविकल उत्तराखण्ड देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अंतरराष्ट्रीय… The post टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स में अग्निवीरों की होगी तैनाती appeared first on Avikal Uttarakhand.

उत्तराखंड में टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स में अग्निवीरों की नियुक्ति का ऐतिहासिक फैसला
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देहरादून। अंतर्राष्ट्रीय टाइगर दिवस के मौके पर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक महत्वपूर्ण निर्णय का ऐलान किया है। उन्होंने बताया कि कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व के अंतर्गत स्थापित की जा रही टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स में उत्तराखंड के अग्निवीरों की सीधी तैनाती की जाएगी। यह कदम न केवल बाघों के संरक्षण में सहायता करेगा, बल्कि अग्निवीर योजना के तहत प्रशिक्षित युवाओं के लिए नए रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगा। इससे बाघों और उनके प्राकृतिक आवास की सुरक्षा और भी मजबूत होगी।
टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स का उद्देश्य
मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि इस फोर्स का मुख्य उद्देश्य बाघों के अवैध शिकार को रोकना है। प्रशिक्षित जवान वन इलाकों में नियमित गश्त करेंगे, खुफिया जानकारियाँ जुटाएंगे और शिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। इसके साथ ही, यह फोर्स वन्यजीव अपराधों के खिलाफ भी सक्रिय रहेगी, जिसमें लकड़ी की तस्करी, अवैध खनन और अतिक्रमण जैसी गतिविधियाँ शामिल हैं।
मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने में मददगार
अग्निवीरों की तैनाती न केवल बाघों के संरक्षण में अहम साबित होगी, बल्कि यह मानव-वन्यजीव संघर्ष को नियंत्रित करने में भी मदद करेगी। यह फोर्स उन स्थितियों का बेहतर प्रबंधन करेगी जब बाघ आबादी वाले क्षेत्रों में घुसपैठ करते हैं, जिससे इंसान और जानवर दोनों को नुकसान से बचाया जा सकेगा।
नवीनतम तकनीक का उपयोग
इस फोर्स को आधुनिक निगरानी तकनीकों जैसे ड्रोन, थर्मल इमेजिंग और जीपीएस ट्रैकिंग से लैस किया जाएगा। इससे उनकी निगरानी क्षमताएँ बेहतर होंगी और बाघों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह युवा टीम अपनी प्राथमिकताओं को समझते हुए, सुरक्षित और प्रभावी तरीके से वन्यजीवों की रक्षा करेगी।
अग्निवीरों की भूमिका
उत्तराखंड के अग्निवीरों की तैनाती बाघ संरक्षण में भारतीय सेना के सदस्यों की भागीदारी का एक अनूठा उदाहरण है। अग्निवीर, जो सैन्य अनुशासन और प्रशिक्षण के माध्यम से मजबूत बनते हैं, इन चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करने के लिए बेहतरीन तरीके से तैयार हैं। उनकी शारीरिक फिटनेस और मानसिक दृढ़ता उन्हें जंगल की गश्त में अत्यधिक प्रभावी बनाएगी।
स्थानीय समुदाय का योगदान
इस पहल का एक बड़ा लाभ यह होगा कि स्थानीय समुदाय भी संरक्षण प्रयासों में शामिल होगा। मुख्यमंत्री ने यह आशा जताई कि यदि यह मॉडल सफल होता है, तो इसे देश के अन्य बाघ अभयारण्यों और संरक्षित क्षेत्रों में भी लागू किया जा सकता है, जिससे राष्ट्रीय स्तर पर बाघ संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।
विशेष भेंट और प्रोत्साहन
अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस पर, प्रसिद्ध वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर मासूम शौर्य ने मुख्यमंत्री को कुछ विशेष वन्यजीव चित्र भेंट किए। इन चित्रों ने वन्यजीवों की खूबसूरती और संरक्षण के प्रति हमारी जिम्मेदारी को दर्शाया। मुख्यमंत्री ने उनकी प्रशंसा की और उन्हें अपने कार्यों को जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री की यह घोषणा दर्शाती है कि उत्तराखंड ने बाघ संरक्षण की दिशा में एक नई शुरुआत की है। अग्निवीरों की भर्ती न केवल वन्यजीवों की सुरक्षा को मजबूत करेगी, बल्कि यह स्थानीय युवाओं के लिए भी रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराएगी। यह पहल निश्चित रूप से भविष्य में बाघों के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
कम शब्दों में कहें तो, यह निर्णय उत्तराखंड में बाघों के संरक्षण और अग्निवीरों के लिए रोजगार के नए अवसरों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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