उत्तराखंड एसटीएफ ने प्रवीण वाल्मीकी गैंग के दो सदस्यों को किया गिरफ्तार
The post एसटीएफ ने प्रवीण वाल्मीकि गैंग के सदस्यों को दबोचा appeared first on Avikal Uttarakhand. जमीनों की धोखाधड़ी में भाजपा पार्षद गिरफ्तार फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी से करोड़ों की संपत्ति हड़पने का खुलासा अविकल उत्तराखंड देहरादून/हरिद्वार। उत्तराखंड एसटीएफ ने कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि गैंग पर बड़ी… The post एसटीएफ ने प्रवीण वाल्मीकि गैंग के सदस्यों को दबोचा appeared first on Avikal Uttarakhand.

उत्तराखंड एसटीएफ ने प्रवीण वाल्मीकी गैंग के दो सदस्यों को किया गिरफ्तार
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - The Odd Naari
कम शब्दों में कहें तो, उत्तराखंड की विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने देर रात कुख्यात प्रवीण वाल्मीकी गैंग के दो मुख्य सदस्यों को गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता पाई है। इस गिरोह पर करोड़ों रुपये की संपत्ति हड़पने, धोखाधड़ी और अवैध गतिविधियों में लिप्त होने के शीर्ष आरोप हैं। इस कार्रवाई से पूरे क्षेत्र में सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया है।
गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि
बीते सप्ताह भाजपा के एक नेता की आत्महत्या के मामले की जांच के दौरान जब एसटीएफ ने प्रवीण वाल्मीकी गैंग पर ध्यान केंद्रित किया, तो एक बड़ा आपराधिक नेटवर्क सामने आया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने हत्या और धोखाधड़ी के आरोपों के तहत इस गिरोह के खिलाफ जांच शुरू की। गिरोह के सदस्य मुख्य रूप से हरिद्वार और रुड़की क्षेत्रों में सक्रिय हैं, जहाँ उन्होंने फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी का उपयोग करके जमीनों पर अवैध कब्जा कर लिया था।
गिरोह की गतिविधियाँ और तरीके
जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि प्रवीण वाल्मीकि गैंग ने ग्राम सुनेहरा के निवासी श्याम बिहारी की करोड़ों की संपत्ति पर अवैध कब्जा कर लिया। 2018 में, इस गिरोह ने श्याम बिहारी के भाई की हत्या करवाई जिससे संपत्ति पर उनका नियंत्रण स्थापित हो सका। गिरोह ने श्याम बिहारी की पत्नी और परिवार के सदस्यों को संपत्ति अपने नाम करने के लिए मजबूर किया और जो भी विरोध करता, उस पर जानलेवा हमलों का सहारा लिया। इस मामले में, 2019 में एक गंभीर जानलेवा हमला भी हुआ, जिसने गिरोह की कार्यप्रणाली को और स्पष्ट कर दिया।
एसटीएफ की कार्रवाई
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, नवनीत सिंह भुल्लर ने पुष्टि की कि गिरोह के खिलाफ थाना गंगनहर में एक मामला दर्ज किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में मनीष उर्फ बॉलर और पंकज अष्टवाल शामिल हैं, जो इस गिरोह की गतिविधियों में सैद्धांतिक तौर पर प्रमुख भूमिका निभा रहे थे।
ऐसी जानकारी मिल रही है कि प्रवीण वाल्मीकि, जो फिलहाल जेल में है, अपने गुर्गों के जरिए गिरोह की गतिविधियों को संचालित कर रहा था। उनकी गिरफ्तारी से न केवल उत्तराखंड में एक संगठित अपराध का खुलासा हुआ है, बल्कि इससे अन्य आपराधिक मामलों पर भी असर पड़ सकता है।
भविष्य की कार्रवाई
गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ की कार्रवाई जारी है। पुलिस का लक्ष्य है कि स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और इस मामले के बाद नागरिकों में विश्वास की भावना बढ़ सके।
निष्कर्ष
उत्तराखंड की एसटीएफ की यह सफल कार्रवाई इस बात का संकेत है कि राज्य में आपराधिक गतिविधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। स्थानीय नागरिकों को अपनी सुरक्षा और अधिकारों को बनाए रखने के लिए सजग रहना होगा, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
इस मामले की और अधिक जानकारी एवं अपडेट के लिए, आप हमारी वेबसाइट पर जा सकते हैं The Odd Naari।